गुनाहगार महिला और उसकी दो बेटियों को पीटकर घर से निकाला
अदालत का सख्त कदम, मुआवजा और एनबीडब्ल्यू वारंट का हो तामील
लखनऊ: पति को बेटे का चेहरा देखना था, जबकि उसकी पत्नी ने लगातार दो बेटियां पैदा कर दीं। पहली बार बेटी पैदा हुई तो घर में खूब हंगामा हुआ, लेकिन जब दूसरी औलाद भी लड़की ही हुई तो बीवी पर पति समेत ससुरालवालों का कहर टूट गया। अपनी दो मासूम बच्चियों और पत्नी को मार-पीट कर घर से बाहर निकाल दिया गया। बहरहाल, अब अदालत ने इस मामले पर संगीन नजरिया अपनाया है और अभियुक्त पति समेत सभी दोषी लोगों को पूरा मुआवजा तत्काल अदा करने के साथ ही साथ अभियुक्तों को गैरजमानती धाराओं के तहत अदालत में पेश कराने का हुक्म पुलिस को दिया है।
वंश यानी खानदान का नाम रौशन करने के लिए केवल बेटे का चेहरा देखने की ख्वाहिशें पूरा न कर पाने पर अपनी पत्नी पर पारिवारिक हिंसा करना यहां के एक व्यक्ति पर काफी भारी पड़ गया है। लेकिन जब लगातार दो बेटियां पैदा हो गयीं तो नाराज पति ने बेटियों और पत्नी को मारपीट कर घर से निकाल दिया। थाना दरियाबाद क्षेत्र के एक मामले में लखनऊ की अदालत में पति पर आर्थिक मुआवजा तत्काल अदालत में जमा करने का आदेश दिया है। अदालत साथ ही दरियाबाद थाना की पुलिस को आदेश भी दिया है कि अभियुक्तों को तत्काल गैर जमानती वारंट तामील कराते हुए अदालत को सूचित करें।
गौरतलब हो कि दरियाबाद के गांव रसूलपुर के एहतेशाम अली उर्फ अहमद हुसैन पुत्र एहसास अली का विवाह 16 अप्रैल 05 को ग्राम कूढ़ा सुखीपुर थाना टिकैतनगर बाराबंकी निवासी मकसूद अहमद की पुत्री कनीज फातिमा के साथ हुआ था। उनके दो बेटियां भी हुईं। लेकिन एहतेशाम अपनी पत्नी से बेटियां के बजाये पुत्र चाहता था। नतीजा दोनो के बीच दूरियां बढ़ने लगी मगर इस बीच कनीज फातिमा के मायके वालों ने हर मुमकिन समाधान खोजने की कोशिश की लेकिन आखिरकार एहतशाम ने अपनी बेटियों के साथ ही साथ पत्नी कनीज फातिमा को अपने घर से मारपीट कर बाहर निकाल दिया।
मामले की रिपोर्ट दरियाबाद थाना में दर्ज करायी गयी। उधर कनीज फातिमा ने मजबूरन अपने भाई के घर लखनऊ में अपनी बेटियों के साथ यहां शरण ले ली। बाद में कनीज फातिमा और उसकी दोनो बेटियों ने पारिवारिक हिंसा एवं अपमान व मारपीट आदि का मामला लखनऊ की अदालत में दर्ज कराया। इस मामले में अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, – 8 में तीस सितम्बर 11 को आदेश दिया था कि पीडि़ता महिला आदि के पक्ष में पांच हजार रूपया प्रतिमाह अदा किया जाये। लेकिन अभियुक्त एहतीशाम अली ने अदालत के आदेश की अवहेलना कर दी।
इसी प्रकरण पर आज हस्तक्षेप करते हुए लखनऊ एसीजेएम 8 ने कड़ा रवैया अख्तियार करते हुए आदेश दिया है कि अभियुक्त से उक्त राशि तत्काल अदा कराते हुए अभियुक्त एहतेशाम अली को अदालत में पेश करके गैर जमानती वारंट तामील कराया जाये।