लाजवाब सजाइये अपना दस्तरख्वान

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

सलाद से बने फूल, सीखना आसान

गाजर और मूली की छटा निराली लगती है खाने की मेज पर

आप भी खा गये ना धोखा? हा हा हा!

अरे नहीं बाबा नहीं! यह केसरिया और सफेद फूलों की टोकरी नहीं, बल्कि गाजर और मूली से बने फूल हैं। जो आपके घर अतिथि ही नहीं, बल्कि परिवारवालों को भी भोजन का एक नया अंदाज और स्वाद दिला सकते हैं, साथ में स्वास्थ्य मिलेगा बिलकुल ही फ्री। तो तब आखिर कौन मुंह मोड पायेगा खाने की मेज पर सजे सलाद से, जब उनके सामने रखी होगी आकर्षक फूलों की टोकरी और वह भी गाजर और मूली जैसी खाद्य सामग्रियों से भरी-पूरी। और फिर शुरू हो जाएगा आपकी जयजयकार का एक लम्बा सिलसिला।

 

तो आइये और देखिये, खाने की मेज यानी दस्तरख्वान सजाने का एक निहायत उम्दा तरीका। कैसे इस मेज को हम खूबसूरत, आकर्षक, स्वास्थ्यव,र्क बना सकते हैं, इसका जायजा तो ले लिया जाए। आम तौर पर माना जाता है कि खाने का मजा तो उसमें चार चांद लगाने में है। यानी केवल खाना परोसना ही पर्याप्त नहीं होता।

यानी भोजन की सजावट ऐसी होनी चाहिए कि वह खाने से सजी मेज की हर एक तश्तरी वहां बैठे हर शख्स का मन मोह ले। हर चीज का स्वाद लेने के लिए उनका मन ललचाए और कोई भी तश्तरी बिना चखे ना छूटे। इतना ही नहीं, मेज के साथ ही साथ, वहां रखी खाने के सामान के हर कटोरे की भी सजावट दिलकश होनी चाहिए। इतनी आकर्षक सजावट हो ताकि मेज पर बैठते ही भोजन करने वाला शख्स बरबस वाह वाह कर उठे। ललचाते हुए अपने हाथ बढाये, हर अनछुई चीज की ओर लपके और हर निवाले के साथ उसके मुंह से आपकी तारीफ झरती दिखें।

तो देख लीजिए। एक नजर इस सजावट पर भी डाल लीजिए। यह कोई उम्दा और कीमती फूल नहीं हैं, बल्कि इन्हें पूरे मन से तराशा और उम्दा बनाया गया है। तो आखिर कौन ऐसा होगा जो यह कलाकारी ना सीखना चाहे। आप भी तो सीखना ही चाहेंगे? हर तश्तरी की सजावट वाह वाह! इस नयी सीख के लिए बधाई हो आपको!

 

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