भंडारा रेप: महिला आयोग की नींद टूटी, टीम रवाना

बिटिया खबर

 

: भंडारा में भड़के गांववाले, सड़क-जाम और प्रदर्शन जारी : शबाना आजमी को अच्‍छा लगता है कि ऐसे मामलों में जनाक्रोश बढ़ा : कत्‍ल हुई बच्चियों के दादा ने कहा कि बलात्‍कारियों को फांसी दो : यह गैंग-रेप का मामला है और पुलिस को और मुस्‍तैद होने की जरूरत : रेप के बाद मारी गईं तीन बच्चियों के परिवार ने कहा, दोषियों को फांसी दो :

महाराष्‍ट्र के  भंडारा में तीन मासूम बहनों की बलात्कार के बाद हत्या मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की नींद टूट गई है। एक खबरी चैनल पर मामला उठाए जाने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने मौके पर एक टीम भेजने का फैसला किया है। तय हुआ है कि अब ये टीम भंडारा जाएगी और पूरे मामले की तहकीकात करेगी। उधर इन तीन मासूम बच्चियों के बलात्‍कार और हत्‍या से बेतरह क्षुब्‍ध इन बच्चियों के पिता ने मीडिया के सामने मांग की कि इस तरह की पाशविक, नृशंस और जघन्‍य करतूत करने वाले अपराधियों को तत्‍काल फांसी पर लटका दिया जाए। वैसे इस हादसे के बाद से गांव में जबर्दस्‍त तनाव फैल गया है और लोग लगातार प्रदर्शन कर अपने आक्रोश व्‍यक्‍त कर रहे हैं। गांववालों का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन इस मामले पर लीलापोती करने पर जुटी है।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने बताया कि आयोग ने इस कांड को गंभीरता से लिया है और जांच कर मामले की सच्चाई सामने लाने की कोशिश होगी। वहीं पुलिस ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। महाराष्ट्र पुलिस के एडीजी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पुलिस अभी तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है, लेकिन पुलिस कई पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।

पुलिस से पूछा जाएगा कि अब तक क्‍या कदम उठाये गये

महाराष्ट्र के भंडारा में तीन मासूमों से पहले बलात्कार और फिर हत्या का मामला बड़े राजनीतिक भूचाल की वजह बनता जा रहा है। सात दिन पहले भंडारा में तीन बहनें घर से स्कूल गईं। लेकिन स्कूल से उनकी वापसी की नहीं मौत की खबर आई। तीनों मासूमों के साथ पहले बलात्कार किया गया और फिर बड़ी बेरहमी से हत्या कर उनकी लाश कुएं में फेंक दी गई। लेकिन एक हफ्ता बाद भी भंडारा पुलिस की गिरफ्त से मासूम के मुजरिम दूर हैं। पुलिस पूरी तरह अंधेरे में है और भंडारा के लोग गुस्से में हैं। विपक्षी दलों के शासन वाले सूबों में किसी घटना के बाद हायतौबा मचाने वाली केंद्र सरकार इस मामले में नरम है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आर पी एन सिंह ने कहा है कि इस मामले में वो महाराष्ट्र पुलिस से बात करेंगे और अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी लेंगे।

महिला व बाल विकास मंत्री नाराज

वहीं महिला और बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ का कहना है कि वो राज्य सरकार से पूछेंगी कि इस केस में अब तक कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आजमी ने कहा है कि ऐसे में मामलों में जनाक्रोश से ये साबित होता है कि लोग अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं और ये अच्छी बात है। बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा है कि ऐसे मामलों में अक्सर मुजरिम बच जाते हैं। ऐसे मामलों में लोगों को भी आगे आना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता रंजना कुमारी का कहना है कि देश में गरीबों की पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है, उन्होंने पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठाए हैं। किरण बेदी ने कहा कि ये गैंगरेप हो सकता है। हमारी पुलिस को और मुस्तैद रहने की जरूरत है।

भंडारा के आसपास गांवों में आक्रोश, तनाव

उधर खबर है कि भंडारा जिले में तीन बच्चियों से बलात्कार और फिर हत्या के मामले को लेकर जिले में तनाव का माहौल है। दरअसल, पुलिस घटना के छह दिन बाद भी किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। बच्चियों के परिवारवालों और गांववालों का आरोप है कि पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। घटना से नाराज गांववालों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए सड़क को जाम किया तो वहीं बच्चियों के दादा ने बताया बलात्‍कारियों को फौरन पकड़ो और फांसी दो।

बलात्‍कार और हत्‍या के बाद कुएं में फेंके गये शव

गौरतलब है कि इन तीनों बहनों के शव एक कुंए में मिले थे। तीनों की उम्र 11  साल से कम है। बेहद गरीब परिवार की इन तीनों लड़कियों की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। इन तीनों बहनों को कुछ लोग खाना खिलाने का लालच देकर अपने साथ ले गए और फिर उनके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने शुरुआत में इस मामले को दुर्घटना के बाद हुई मौत के रूप में दर्ज किया था, लेकिन लोगों के जबरदस्त विरोध के बाद लड़कियों का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें रेप के बाद हत्या की पुष्टि हुई।

 

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