बेटा न जन पायी, तो दुधमुही बच्ची समेत पत्‍नी को भी घर से निकाला

सैड सांग

: पंजाब के रोपड़ इलाके में सड़क पर भटक रही है मां-बच्ची : बेटी जनी है तो उसके लिए अपने दहेज की रकम भी बाप से लाओ : लखनऊ में शादी करने के बाद से पति रोपड़ पहुंच गया : कानूनी कार्रवाई के बजाय, पति के पास भेजने में जुटी पुलिस :

कानपुर की एक युवती और उसकी सवा महीने की दुधमुंही बच्ची अब पंजाब की सड़कों पर भटक रही है। दो दिन पहले इन मां-बेटी की जमकर पिटाई के बाद युवती के पति ने महिला दिवस की शाम घर से निकाल दिया। कारण है यह युवती बेटा के बजाय बेटी क्यों पैदा कर पायी। अब कहा जा रहा है कि अगर बेटी पैदा की है तो उसकी शादी के लिए दहेज एडवांस में अपने मायके से लाकर दो। इस हादसे की शिकायत करने पर पुलिस मामले पर कार्रवाई करने के बजाय अब इस युवती को वापस अपने पति के घर जाने की सलाह दे रही है। जबकि इस हादसे से सहमी युवती अपनी दुधमुंही बच्ची के साथ अपने के पास वापस लौटने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।

यह कहानी है कानपुर में पली-पढ़ी पल्लवी जैन और उसके पिता एके जैन की। पल्लवी जैन की पिछले साल 20 अप्रैल को पंजाब के रोपड़ में रहने वाले अभिषेक जैन के साथ शादी हुई। इसके पहले पल्लवी के पिता एके जैन और घरवालों ने लड़के के बारे में पूछताछ की। पता चला कि परिवार का सबसे छोटा लड़का नेस्ले इंडिया लिमिटेड कम्पनी में चेन-मैनेजर है और लखनऊ के जानकीपुरम स्थित एसबीआई कालोनी के सेक्टवर-1 –107 में एमएमएस मकान में उसका निजी मकान है। नेस्ले कम्पनी के हिमाचल प्रदेश के तहलवाल में तैनात था अभिषेक लेकिन उसका परिवार रोपड़ जिला के नया नांगल डैम थाना क्षेत्र के शिवालिक एवेन्यू  में एक-118 मकान में रहता है। लड़के का बड़ा भाई अविवाहित था और दूसरा भाई गाजियाबाद में रहता है। लड़के के दादा महानगर एक्सटेंशन के डी सेक्टर में 103 नम्बर मकान में रहते हैं। लड़के का पिता पीके जैन स्टेट बैंक से रिटायर्ड हैं। लड़का का यह पद पल्लवी के घरवालों को बेहद पसंद आया। लड़के की पोस्टिंग अगर पंजाब में है तो क्या  हुआ, मोटा वेतन और अच्छा ओहदा सुन कर एके जैन ने रिश्ता मंजूर कर लिया और शादी हो गयी। 15 लाख रूपयों से ज्यादा का खर्चा आया था इस शादी में। लेकिन उसके बाद से ही ससुराल वालों का व्यवहार ही बदल गया। वजह यह कि ससुरालवालों की मांगें और उनकी लिस्ट। वे लगातार पल्लवी पर दबाव डालते थे कि आज फलां सामान मंगवाओ और कल यह फलां सामान। उधर शादी के बाद के ही पल्लवी को उसके जेठ के घर भेज दिया था। वहां उनके जेठ और देवर ने भी उसके साथ अभद्रता करनी शुरू की।

इसी बीच पल्लवी गर्भवती हो गयी तो पल्लवी को लगा जैसे इस बच्चे के जन्म के बाद से हालात सामान्य हो जाएंगे। बच्ची पैदा होने के पहले ही पल्लवी की मां उसकी देखभाल के लिए उसके पास पहुंच गयी थी। लेकिन जैसे ही पल्लवी ने बच्ची को जन्म दिया तो लगा जैसे घरवालों पर बज्रपात हो गया। यह बच्ची आपरेशन से हुई थी, पल्लवी की हालत गंभीर थी। यह बात फरवरी की 2 तारीख की घटना है। लेकिन पल्लवी के पति और उसके ससुराल वालों का रवैया अचानक और क्रूर हो गया और एक दिन तो उसके पति ने साफ तौर पर कह दिया कि तुमने बेटी जनी है तो अब तुम ही भोगो। मुझे लड़का चाहिए था, अपना वंश चलाने के लिए। पहले अब इस लड़की की शादी के लिए बीस साल पहले ही दहेज लाकर अपने बाप से लाओ, या फिर अपने मायके में जाकर रहो। पल्लवी क्या करती। उधर उसका पति उस पर मारपीट और बेइज्जती लगातार करता जा रहा था। अचानक महिला दिवस यानी 8 मार्च की शाम आखिरकार पल्लवी और उसकी सवा महीने की बच्ची को उसके पति ने मारपीट की। जमकर लातें मारीं और पल्लवी और उसकी दुधमुंही बेटी के साथ अभिषेक ने पल्लवी की मां को भी घर से बाहर निकाल दिया।

ताजा खबर यह है कि पल्लवी के पिता एके जैन उसके पास पहुंच गये हैं। दो दिनों तक पुलिस ने उसकी शिकायत पर उससे टरका ही दिया। लेकिन नौ मार्च की शाम जब पल्लवी के पिता फिर थाने पर पहुंचे तो पुलिस ने शिकायत पर कोई ठोस कार्रवाई तो नहीं की है, लेकिन समझाया जरूर है कि वह अपने पति के घर वापस चली जाए, इसी में उसकी भलायी है। हालांकि यह आश्वासन भी दिया है कि अगर कोई घटना हुई तो पुलिस फौरन कार्रवाई करेगी जरूर।

पल्लवी के पिता अब रोपड़ की गलियां छान रहे हैं, कभी इस थाने तो कभी उस पुलिस अफसर की ड्योढ़ी नाप रहे हैं।

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