योगी ने कतरा एलडीए लूटने वाले आईएएस अफसरों का पंख

बिटिया खबर

: लखनऊ विकास प्राधिकरण में लूट-खसोट में नंगा हुए बड़े आईएएस अफसर भये ढक्‍कन : लखनऊ के मंडल-आयुक्‍त और एलडीए के उपाध्‍यक्ष के कद घुटने से कई इंच कतरे गये : कमिश्‍नर के सरकारी बंगले में शानोशौकत में लुटाना चाहते थे 82 लाख, न हुआ तो चीफ इंजीनियर को सस्‍पेंड किया था :

कुमार सौवीर

लखनऊ : सरकारी खजाने को अपनी ऐयाशी के लिए लूट लेने पर आमादा यूपी के कई बड़े आईएएस अफसरों को जब योगी-सरकार ने बिलकुल नंगा देखा, तो उन सब को घुटनों से कई इंच तक कतर डाला गया। खबर है कि लखनऊ के मंडलायुक्‍त और लखनऊ विकास प्राधिकरण के पदेन अध्‍यक्ष रंजन कुमार समेत कई बड़े आईएएस अफसरों को सरकार ने औकात में लाकर खड़ा कर दिया है। रंजन को हटा कर जिस तरह डॉ रौशन जैकब को लखनऊ का कमिश्‍नर और एलडीए का अध्‍यक्ष बनाया गया है, वह साबित करता है कि सरकार इन बेईमान अफसरों पर अब अपनी नजरें टेढ़ी कर देने पर आमादा है। वैसे ऐसी बेईमानी पर बाकायदा गिरोहबंदी बनाये अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के तहत एलडीए के उपाध्‍यक्ष अक्षय त्रिपाठी को भी एलडीए के बाहर धकेल दिया गया है।
आपको बता दें कि अभी दो दिन पहले ही इन अफसरों ने बाकायदा एक आपराधिक और सांगठनिक दुराचरण वाला गिरोह जैसा बनाते हुए एलडीए के चीफ इंजीनियर इंदुशेखर सिंह को पद से हटा कर उनको आवास बंधु में पटक दिया था। चीफ इंजीनियर का अपराध यह था कि उसने करीब 82 लाख रुपयों के लिए उस इस्‍टीमेट पर मंजूरी देने से इनकार कर दिया था, जिसमें लखनऊ के मंडलायुक्‍त रंजन कुमार के सरकारी बंगले पर रखरखाव और शानो-शौकत के लिए खर्च करने की साजिश थी। आपको बता दें कि लखनऊ के कमिश्‍नर रंजन कुमार ने एलडीए के बोर्ड अध्‍यक्ष के पदेन पदभार से इस लूट-खसोट फैलानी शुरू कर दी थी। इसमें एलडीए के उपाध्‍यक्ष अक्षय त्रिपाठी समेत कई आईएएस अफसरों की भी संलिप्‍तता थी।

करतूतें आईएएस की: मुफ्त का चंदन, घिस मेरे नंदन

खबर है कि प्रदेश सरकार ने अपने 11 आईएएस अफसरों के तबादले कर दिये हैं। इनका तबादला आज देर शनिवार शाम जारी किया गया। प्रदेश सरकार की ओर से जारी की गई सूची के अनुसार लखनऊ के मंडलायुक्त रंजन कुमार को नगर विकास विभाग का सचिव भेजा गया है, और उनकी जगह खनन सचिव रहीं रौशन जैकब कमिश्‍नर बनायी गयी हैं। डॉ. रोशन जैकब भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की सचिव भी बनी रहेंगी।

एलडीए के उपाध्यक्ष रहे अक्षय त्रिपाठी को आईटी एवम इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग का विशेष सचिव बनाया गया है, जबकि नगर विकास विभाग के विशेष सचिव इंद्रमणि त्रिपाठी को एलडीए उपाध्यक्ष बना दिया गया है। को वर्तमान पद के साथ साथ लखनऊ का मंडलायुक्त, ल,सूची के मुताबिक, आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजेंदर पेंसिया को नगर विकास विभाग में विशेष सचिव, लखनऊ नगर निगम के नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी को आगरा विकास प्राधिकरण, गोरखपुर के मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत सिंह को लखनऊ नगर निगम का नगर आयुक्त, हमीरपुर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट संजय कुमार मीणा को गोरखपुर का मुख्य विकास अधिकारी, लोकनिर्माण विभाग के विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी को उच्च शिक्षा विभाग का विशेष सचिव, गोरखपुर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कुलदीप मीणा को बिजनौर का मुख्य विकास अधिकारी, उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग प्रयागराज की सचिव वंदना त्रिपाठी को नोएडा के विशेष कार्याधिकारी के पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

यह गंभीर मामला है। दोलत्‍ती डॉट कॉम इस मामले पर हस्तक्षेप करते हुए उत्तर प्रदेश के ऐसे आईएएस अफसरों की करतूतों का पर्दाफाश करने जा रही है। ऐसे अफसरों जिन्होंने ब्यूरोक्रेसी के चेहरे पर खुद ही कालिख पोत डाली है। खुद को ब्यूरोक्रेट के तौर पर और अफसरशाही का सर्वोच्‍च अंग मानने वाले अफसर खुद को तो बहुत जिम्‍मेदार, शालीन, बुद्धिमान, ईमानदार और शैली के मामले में सर्वोच्च मानते हैं लेकिन बाकी अफसरों और छोटे कर्मचारियों को बाबू के तौर पर पुकारते और अपमानित करते रहते हैं। जबकि सच यही है कि ऐसे आईएएस अफसर एक बड़ा बाबू से ज्यादा नहीं होते। लेकिन इनको बड़ा बाबू अगर कहना शुरू कर दीजिए, तो अपनी कमजोर नस दबाने पर उनको दर्द होने लगता है कि वे बुरी तरह छटपटा पड़ते हैं।
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करतूतें आईएएस की: मुफ्त का चंदन, घिस मेरे नंदन

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