दहेज प्रताडना से क्षुब्ध महिला का फैसला खुद उसी पर उल्टा पडा
चार और पांच साल के मासूम बच्चे घरेलू रंजिश में बलि चढे: गंभीर रूप से घायल महिला अस्पताल पहुंचायी गयी: पति पर दहेज प्रताडना और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज
दहेज को लेकर एक महिला कुछ इस तरह प्रताडित की गयी कि उसने खुद को आग के हवाले करने का फैसला कर लिया। लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था। आग लगाने की कोशिश में अचानक ही उसके दो मासूम बच्चे आ गये। पडोसियों ने घर में लगी आग देख कर उसे बचाया, लेकिन तब तक दोनों मासूम बच्चों की मौत हो चुकी थी। अब गंभीर रूप से घायल महिला के खिलाफ गैरइरादतन हत्या और आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया गया है। उधर महिला के पिता ने अपने दामाद पर दहेज प्रताडना और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का भी मुकदमा दर्ज कराया है।
यह हैरतनाक वारदात आज नई दिल्ली में हुई। रणहौला थाना क्षेत्र के अंतर्गत मोहन गार्डन इलाके में आर्थिक तंगी से परेशान महिला ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। नजदीक ही रखे गत्ते के डिब्बों की वजह से आग ने भीषण रूप धारण कर लिया। इस घटना में उसके दो बच्चे भी आग की चपेट में आ गए। पड़ोसियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जबकि महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस ने महिला के खिलाफ आत्महत्या का प्रयास व गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, महिला के पिता की शिकायत पर उसके पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला भी दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार सुबह सूचना मिली कि मोहन गार्डन डिफेंस एनक्लेव में आग लगी है। सूचना पाकर पुलिस ने दमकल विभाग को भी इसकी जानकारी दे दी। लेकिन सकरी गली होने के कारण दमकल की गाड़ियां मौके पर नहीं पहुंच पाईं। आसपड़ोस के लोगों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
जिसके बाद घर के अंदर से एक महिला व दो बच्चों को झुलसी हुई अवस्था में निकाला गया। तीनों को तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जबकि महिला को गंभीर अवस्था में भर्ती कर लिया। बच्चों की पहचान खुशी 5 व आकाश 4. जबकि महिला की पहचान वीणा 28 के रूप में की गई। पूछताछ में पता चला कि वीणा का पति मुकेश 31 गत्ते का काम करता है। दोनों की शादी लगभग छह वर्ष पहले हुई थी।
वीणा ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि पिछले कुछ माह से मुकेश का काम ठीक नहीं चल रहा था जिसके चलते कर्जा हो गया। इस कारण तीन दिन पहले मुकेश रुपयों का बंदोबस्त करने के लिए जयपुर किसी परिचित के यहां गया हुआ था। वीणा आर्थिक तंगी से काफी हताश हो गई और बुधवार सुबह लगभग सात बजे उसने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। कमरे में गत्तों का ढेर लगा था,इसलिए आग पूरे घर में फैल गई और पलंग पर सो रहे दोनों बच्चे भी आग की चपेट में आ गए। डॉक्टरों ने वीणा को 95 प्रतिशत झुलसा हुआ घोषित किया है, जिसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं, वीणा के पिता ज्ञान प्रकाश ने आरोप लगाया है कि मुकेश वीणा को दहेज के लिए प्रताड़ित करता था, जिससे आहत हो उसने यह कदम उठाया है। हालांकि वीना ने मुकेश पर कोई आरोप नहीं लगाए हैं। फिर भी पिता के बयानों के आधार पर पुलिस ने मुकेश के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है। दोनों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया गया है तथा मुकेश को भी इस घटना की जानकारी दे दी गई