बेटी जनी तो पीटा और घर से निकाल दिया

सैड सांग

उसे भोगने के लिए पत्‍नी के तौर पर औरत की तो जरूरत है, लेकिन संतान के तौर पर बेटी उसे बर्दाश्‍त नहीं। मुझे बचा लीजिए साहब, मुझे मेरे पति से जान का खतरा है। खतरा केवल मुझे ही नहीं, मेरी मासूम बच्‍ची को भी है। बेटी पैदा होते ही वह वहशी बन चुका है। वह मुझे कभी भी मार सकता है।

यह आर्तनाद है एक अभागी पत्नी का, जो कभी अपने स्‍वर्णिम भविष्‍य तक को ताक पर रख कर और माया नगरी मुबई के चमकदमक भरे जीवन को छोडकर अपने आंखो में खुशनुमा जिन्‍दगी के सपने संजोये अपने पति के घर ब्याह कर जौनपुर आई थी. लेकिन अब उसके सारे सपने चूर चूर हो चुके हैं। जिन आंखों और ख्‍वाबों में बेहिसाब सपने बुने जाते थे, वहां अब आशंकाओं ने दर्दनाक मौत तक को शामिल कर लिया है। अब वह अपनी मासूम बच्‍ची को अपने सीने से चिपकाए हुए अफसरो के यहां दरदर की ठोकरें खा रही है। उसका भरोसा तो पुलिस पर से भी उठ चुका है। उसका आरोप है कि पुलिस भी अब उसके पति से मिल कर उसके और उसकी बेटी के खिलाफ साजिशें रच रही है। यानी मौत का खतरा उसे हर ओर से घेरे हुए है।

डीआइजी फैजाबाद के यहाँ अपनी जान की सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाने आई मुबई की रहने वाली ज्योति मिश्र कभी एनसीसी व रायफल शूटिंग में कॉलेज चैम्पियन रही. आज असहाय सी न्याय के लिये अधिकारीयों के दर दर की ठोकर खाते हुए भटक रही है. मुंबई के परिवेश में पली बढ़ी मुंबई कालेज से स्नातक ज्योति की शादी जौनपुर के रहने वाले गिरीश कुमार से सन २००७ में बड़े ही धूमधाम से संपन्न हुई. कुछ समय तो ठीक रहा मगर उसके बाद ससुराल पक्ष उसे दहेज़ के लिये प्रताड़ित करने लगे. समय और बीता. ज्योति ने एक बच्ची को जन्म दिया. ज्योति के पति गिरीश उस बच्ची को अपनाने को तैयार न हुए. उसके बाद से मारपीट का सिलसिला बदल गया. गिरीश को जब भी गुस्सा आता वह ब्लेड से ज्योति पर वार करता और घायल कर देता. ज्योति न्याय के लिये पुलिस के पास गई जहाँ उसने दहेज़ का मुकदमा दायर किया.जिसमे पति सहित सास ससुर ननद व् अन्य परिजनों को नामजद किया. पुलिस ने पति को जेल भेजने के लिये पकड़ा तो वह पुलिस अभिरक्षा से भाग निकला. बाद में वह पकड़ा तो गया लेकिन अब जमानत पर बाहर है. जो ज्योति को बार बार जान से मरने की धमकी दे रहा है.

वहीँ पुलिस ने अपना खेल शुरू कर दिया। ज्योति अपनी मायके जहाँगीर गंज अम्बेडकरनगर में रहने लगी वहाँ उसके पति और नंदोई और अन्य लोगों ने घर में घुस कर ज्योति पर जानलेवा हमला किया. इस घटना की ऍफ़आइआर जहाँगीर गंज  थाने में दर्ज है जिसमे पुलिस की विवेचना जारी है ज्योति का आरोप है कि  विवेचना के दौरान पुलिस उसके गवाहों को डरा रही है जिससे उसके गवाह मुकुर जाये और आरोपियों को पुलिस बचा सके. वहीँ आरोपी बारबार जयोति को धमका रहे है. जिसके चलते अब ज्योति विवेचना को फैजाबाद स्थानान्‍तरण कराके सही विवेचना करना चाहती है.

 

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