हॉलैंड में फ़िल्म पर महिलाओं की आपत्ति
फ़िल्म में मुस्लिम महिला पर अत्याचार की कहानी दिखाई गई है
हॉलैंड की महिलाओं ने राष्ट्रीय टेलीविज़न पर प्रसारित उस फ़िल्म को लेकर आपत्ति व्यक्त की है जिसमें एक मुसलमान महिला के बारे में एक काल्पनिक कहानी दिखाई गई है.
फ़िल्म में दिखाया गया है कि उस महिला की शादी ज़ोर-ज़बरदस्ती करके करवाई जाती है.अंगरेज़ी भाषा में बनी ‘सब्मिशन’ नाम की इस फ़िल्म की पटकथा एक दक्षिण पंथी राजनीतिज्ञ अयान हिरसी अली ने लिखी है. वह मूल रूप से सोमालिया की नागरिक हैं.
वह ख़ुद इस्लाम से संबंध तोड़ चुकी हैं मगर उनका कहना है कि 11 मिनट की ये फ़िल्म किसी की भावनाएँ भड़काने के लिए नहीं बनाई गई है. ये फ़िल्म दरअसल एक ऐसी महिला के बारे में है जो घरेलू हिंसा की शिकार है. उसका ही एक संबंधी उससे बलात्कार करता है और फिर अवैध संबंध बनाने के आरोप में उसे बर्बर तरीक़े से सज़ा दी जाती है.
फ़िल्म में उस महिला की भूमिका निभाने वाली कलाकार पर्दे में ही रहती दिखाई गई है जिसके शरीर के कुछ हिस्से ही दिखते हैं न कि चेहरा. फ़िल्म की निर्देशक अयान हिरसी अली ने कहा कि ये प्रतीकात्मक रूप से ईरान, सोमालिया और सऊदी अरब की महिलाओं के लिए बनाई गई फ़िल्म है जिन्हें इस्लामी क़ानून शरिया के अनुरूप रहना पड़ता है.
मुस्लिम महिलाओं के एक समूह ने फ़िल्म को बेहद अपमानजनक बताया है जबकि कुछ अन्य महिला संगठनों और अख़बारों ने इसे उथला और भड़काने वाला बताया है. अयान हिरसी अली हॉलैंड के समाज में इस्लामी रीति-रिवाज़ों की आलोचना को लेकर लगातार मुसलमानों के ग़ुस्से का शिकार हो चुकी हैं.
देश के कई दक्षिणपंथी राजनेता कड़े आव्रजन नियमों की वकालत करते हैं और देश में बसे मुसलमानों से उनकी अपील रहती है कि वे समाज में घुलने-मिलने के और गंभीर प्रयास करें. बीबीसी से साभार