वेद हो या कुरान: हर शख्स में इंसान
कुरान शरीफ रूपांतरण रखा गया है किताब का नाम
चाहे वेद हो या कुरान, हर शख्स में होता है इंसान। यह किसी राजनीतिज्ञ के रोजमर्रा के थोथे बयान नहीं हैं। बल्कि इस बारे में ऐलान कर रहे हैं एक पूर्व कुलपति डाक्टर रणधीर सिंह।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में कुलपति रह चुके हैं डाक्टर रणधीर सिंह। डाक्टर सिंह ने अपने देश का नाम तब भी अंतर्राष्ट्रीय फलक पर फहराया था जब वे नासा में निदेशक के पद पर थे। दरअसल वे लिख रहे हैं वेद पर आधारित कुरान। वे अपने करीब आठ साल के गहन अध्ययन के बाद का निचोड़ -वेद मंत्रों और कुरान की आयतों में बताएंगे समानता।
वे कहते हैं कि उन्हें ना तो कोई हिंदू नजर आता है और ना ही कहीं मुसलमान नजर आता है। उनको तो बस हर शख्स में इंसान ही नजर आता है। धर्म से जिनका ताल्लुक है करीबी जाहिद, उनको वेदों में भी कुरान नजर आता है।। मंदिर-मस्जिद को लेकर मुल्क में भले ही खून खराबे का दौर चला हो और मुकदमेबाजी चल रही हो लेकिन एक शिक्षाविद नफरत की अंधेरी गलियों को रोशन करने के लिए इल्म की मशाल लेकर निकल पड़ा है। उन्होंने वेद और कुरान की खूबसूरत इमारत एक ही बुनियाद पर खड़ी कर दी है। इस नेक मिशन को अंजाम दे रहे हैं चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और नासा में काम कर चुके डा. रणधीर सिंह।
डाक्टर रणधीर सिंह वह इन पाक धार्मिक ग्रंथों के संदेशों की समानता बताने जा रहे हैं। इसके लिए वह वेद मंत्रों और कुरान शरीफ की आयतों पर आधारित किताब लिखने में जुटे हुए हैं। इस किताब के लिए डाक्टर सिंह ने लगातार आठ साल तक गहन अध्ययन किया है और उनके इस सघन परिश्रम के निचोड पर आधारित है यह पुस्तक। उनकी यह पुस्तक अब जल्द ही प्रकाशित होने वाली है। किताब का नाम कुरान शरीफ रूपांतरण रखा गया है। एक मुलाकात में डाक्टर रणधीर सिंह ने बताया कि उनके द्वारा लिखी गयी कुरान और वेद पर आधारित यह किताब विश्व की पहली पुस्तक है। उन्होंने बताया कि यजुर्वेद के 32वें अध्याय में 19 वां मंत्र है कि या मेद्यां देवगणा: पितरश्चोपास्ते, तया मामध मेधायाग्रे मेधाविनं कुरू स्वाहां। जबकि कुरान शरीफ की पहली सुरह अल फातिहा की पहली आयत में इस मंत्र का उच्चारण-हमें सीधा मार्ग दिखाओ जो तेरे कृपा पात्र हुए, उन लोगों का मार्ग जो तेरे कृपा पात्र हुए किया गया है।
डाक्टर सिंह के बताते हैं कि ऋग्वेद में उल्लिखित औरत के पर्दा प्रथा के मंत्र का भी कुरान शरीफ में जिक्र है। इससे पूर्व डा.रणधीर सिंह के कई आलेख धार्मिक पुस्तक संस्कृत स्टडीज में भी प्रकाशित हो चुके हैं। डाक्टर रणधीर सिंह सन् 1961 में नासा में भी काम कर चुके हैं। मुजफ्फरनगर के ग्राम भैंसवाल निवासी सिंह 32 वर्ष तक शामली के राष्ट्रीय किसान डिग्री कालेज में बतौर प्राचार्य रहे। उसके बाद उन्होंने कुछ दिन के लिए चौधरी चरण सिंह युनिवर्सिटी का कार्यभार भी संभाला।