: महिलाओं को सम्मान दिलाने के लिए महारानी का फैसला : ब्रिटिश राजघराने ने बदल दी सदी पुरानी परम्परा:
लंदन। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ ने शाही परिवार की लगभग एक सदी पुरानी परंपरा को दरकिनार करते हुए घोषणा की है कि अगर उनके बड़े पोते प्रिंस विलियम और उनकी पत्नी केट मिडिलटन की पहली संतान के रूप में बेटी का जन्म होता है तो उसे प्रिंसेज का ओहदा प्रदान किया जाएगा।
ब्रिटिश सम्राट जार्ज पंचम ने दिसंबर1917 में घोषणा की थी कि शाही परिवार के बड़े बेटे के ज्येष्ठ पुत्र को प्रिंस का ओहदा दिया जाएगा लेकिन अगर उनकी पहली संतान के रूप में बेटी का जन्म होता है तो उसे प्रिंसेज कहलाने का अधिकार नहीं होगा। घोषणा के मुताबिक शाही परिवार की बड़ी बेटी को केवल लेडी कहा जाएगा और उसे हर रायल हाइनेस कहलाने का सम्मान भी हासिल नहीं होगा। महारानी एलिजाबेथ ने इस रूढ़िवादी परंपरा को तोड़कर शाही परिवार के सभी बच्चों के साथ समान व्यवहार करने की राहें खोल दी हैं।
सरकारी समाचारपत्र लंदन गैजेट में प्रकाशित नोटिस के मुताबिक प्रिंस ऑफ वेल्स चार्ल्स के बड़े बेटे प्रिंस विलियम के सभी बच्चों को शाही परिवार की विशिष्टता, ओहदा रायल हाइनेस की पदवी तथा ईसाई नामों के साथ प्रिंस अथवा प्रिंसेज लगाने का अधिकार होना चाहिए। साभार: