अरे उल्‍लू के पट्ठों ! स्‍त्री तुम्‍हारा शौचालय नहीं है रे

: मानव के प्रजनन अंगों का वेद बुना है वात्‍सायन व कोका पंडित ने, उसकी भावुकता व संवेदनाओं की व्‍याख्‍या की है ओशो ने : ओशो यानी ओशनिक, अर्थात समुद्र की तरह गहरा, प्रशांत और रत्‍न-सागर : सहवास। अछूते सवालों पर चर्चा ओशो से पहले भगवान तक ने जरूरी नहीं समझा : स्‍त्री को नर्क […]

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गंभीर, चिंतित और प्रखर वक्ता भी करवा-चौथ पर पैर छुआने में गदगद

: स्‍त्री बनी हवन-सामग्री और पुरुष अपनी मर्दानगी मूंछें मरोडने में जुटा : करवा-चौथ तो बीत गया, अब उसके अर्थ और मर्म को समझिये : चलता रहा है, तो कोई बात नहीं। लेकिन अब तो उसे तर्क पर तौलिये : कुमार सौवीर लखनऊ : स्त्री के सशक्तिकरण व उसके व्यक्तिगतता के साथ उसके स्वतंत्र अस्तित्व […]

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हर बार सिर्फ सच ही नहीं बोलते हैं विधानसभा अध्यक्ष

: कैसे सहमत हुआ जा सकता है कि “विज्ञान सत्य के निकट है लेकिन जीवन से दूर है।” : कोई भी खोज हो, दोनों समुदाय के पण्डित कहने लगते हैं कि यह तो हमारे यहां पहले ही कहा गया है :  सूर्य प्रसाद गोंडा : कल 21 जून को स्वतंत्र भारत अखबार के संपादकीय पृष्ठ […]

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भूतों से जूझेगी लड़हू-जगधर टाइप डागदरों की फौज

: बीएचयू में अब भूत भगाने की विद्या घिसेंगे छात्र, चालीसा की बिक्री जोरों पर : ओझा-सोखा की बिद्या की शुरूआत बजरंग बाण और हनुमान चालीसा : दोलत्‍ती संवाददाता बनारस/ लखनऊ : मानवता को आध्‍यात्मिक पायदानों के जरिये ऊंचाई तक पहुंचाने वाले काशी में अब वेदमंत्र नहीं, बल्कि ओझा-सोखा की बिद्या सिखायी जाएगी। शुरूआत हो […]

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पूर्व कुलपति लिख रहे हैं वेद आधारित कुरान

वेद हो या कुरान: हर शख्स में इंसान

कुरान शरीफ रूपांतरण रखा गया है किताब का नाम

चाहे वेद हो या कुरान, हर शख्स में होता है इंसान। यह किसी राजनीतिज्ञ के रोजमर्रा के थोथे बयान नहीं हैं। बल्कि इस बारे में ऐलान कर रहे हैं एक पूर्व कुलपति डाक्‍टर रणधीर सिंह।

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