सवाल अनसुलझा कि कोर्ट ने किस आधार पर रिहा किया
ट्यूनिस : ट्यूनीशिया की एक अदालत ने देश की सरकार के खिलाफ अर्द्धनग्न प्रदर्शन करने वाली तीन यूरोपीय महिलाओं को रिहा करने का आदेश जारी किया है। प्रदर्शनकारी महिलाओं के वकील सुहैब बाहरी ने बुधवार को कहा कि अदालत ने इन तीनों को चार महीने की निलंबित जेल की सजा सुनाई है। ये जल्द से जल्द ट्यूनीशिया से रवाना हो जाएगी।
आपको बता दें कि ट्यूनीशिया के शासन पर आम आदमी की आवाज दबाने-कुचलने का आरोप लगाते हुए लगातार आंदोलन चल रहे हैं। हाल ही अमीना नाम की एक किशोरी ने इस प्रकरण पर अपना गुस्सा निकाला और अपनी शर्ट निकाल कर पूरी ऊपर नंगी हो गयी।
इन्हें जेल भेजे जाने के निर्णय पर फ्रांस, जर्मनी और यूरोपीय संघ ने कड़ा एतराज जताया था। फ्रांस की मार्गराइट स्टर्न और पौलीन हिलियर और जर्मनी की जोसेफीन मार्कमैन महिला अधिकार समूह फीमेन से जुडी हुई है। इन्होंने फीमेन की ट्यूनीशियाई कार्यकर्ता अमीना टायलर को जेल से छुड़ाने के लिए पिछले महीने ट्यूनिस में अर्द्धनग्न प्रदर्शन किया था।
कुछ भी हो, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर ट्यूनिशिया की कोर्ट ने किस आधार पर इन महिलाओं को रिहा करने का फैसला किया है।