खबर का असर: कमाल कर दिया झंटिहल पोर्टल ने, अप्रेजल फार्म बंटना शुरू

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: मामला विचित्र-वर्द्धक यंत्र विज्ञापन-पत्र का, खबर छपते ही हड़कम्‍प मच गया : पांच दिन पहले ही प्रमुख न्‍यूज पोर्टल मेरी बिटिया डॉट कॉम ने छापी थी अप्रेजल की प्रक्रिया को ध्‍वस्‍त करने की खबर : मंगलवार को हिन्‍दुस्‍तान झटपट में लुटने लगे फार्म :

कुमार सौवीर

लखनऊ : दुनिया यही कहती है कि कुमार सौवीर का पोर्टल निहायत झंटिहल पोर्टल है। दो-कौड़ी का न्‍यूज पोर्टल है यह। कोई न तो उसे देखता है, और न ही उसका नाम ही किसी ने सुना है। जिसने उसे सुना, देखा और बांचा है, वह भी खूब जानते हैं कि इस न्‍यूज पोर्टल में सिवाय कूड़ा-करकट के, कुछ भी ज्‍यादा नहीं होता। उसमें क्‍या छपा और क्‍या नहीं छपा, उससे क्‍या फर्क पड़ता है। बुल शिट।

लेकिन जनाब, असर तो पड़ता ही होता है। जहां तलवार काम नहीं कर सकती है, वहां सुई की भूमिका चमत्‍कार कर देती है। अच्‍छे-खासों की जांघिया की सीवन फाड़ सकती है और उसकी फटति, फटत:, फटन्ति को खोल-बन्‍द कर सकती है। सुई की भूमिका के अलावा आप न ठीक से झुक सकते हैं, और न ही उकड़ू बैठने का साहस कर सकते हैं। और तनिक असावधानी हुई तो ऐसी सुई ही प्रवेश-द्वार के अन्‍यत्र स्‍थानों पर भी नये-नये प्रवेश-द्वारों का प्रादुर्भाव निर्माण कर सकती है।

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पत्रकार पत्रकारिता

ऐसी ही सुई है डब्‍ल्‍यूडब्‍ल्‍यूडब्‍ल्‍यू मेरी बिटिया डॉट कॉम। चूंकि आप जैसे महान लोग-पाठक उस पोर्टल को पसंद करते हैं, बांचते हैं, उसकी खबरों की प्रशंसा करते हैं, उसके बारे में अपने मित्रों को प्रचारित-प्रसारित करते हैं, इसलिए मैं भी आपके इस पोर्टल को भी ज्‍यादा सम्‍मान देता हूं। खास कर इसलिए कि यह पोर्टल कि आम आदमी की पीड़ा का खुलासा करता है और लोग इस पोर्टल से अपेक्षा भी करने लगे हैं।

इसलिए मैं इस पोर्टल को साफ तौर पर लिखता-बोलता हूं कि यह पोर्टल इकलौता समाचार संस्‍थान हैं, जिसे प्रमुख न्‍यूज पोर्टल के तौर पर सम्‍मानित किया जा सकता है। जिस पर आस्‍था और विश्‍वास माना और बांटा जा सकता है। यही वह सत्‍य और जीत की इकलौती डगर है, जहां केवल सच ही सच होता है।

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लिंगवर्द्धक विचित्र-यंत्र विज्ञापन-पत्र

तो साहब, मेरी बिटिया डॉट काम ने आज वह काम कर दिया है, जिसकी कल्‍पना कोई कर भी सकता था। यह मामला है इस विचित्र-वर्द्धक यंत्र विज्ञापन-पत्र के पत्रकारों में होने वाले वार्षिक मूल्‍यांकन यानी अप्रेजल फार्म को भरने का। आपको पता है कि करीब एक सप्‍ताह पहले ही इस अखबार संस्‍थान ने यह तय कर रखा था कि इस बार संस्‍थान कर्मचारियों की वार्षिक वेतनमान बढ़ोत्‍तरी का काम मनमर्जी से ही होगा। लेकिन मेरी बिटिया डॉट कॉम ने इस साजिश को नंगा कर दिया। लेकिन यह क्‍या, जैसे ही मेरी बिटिया डॉट कॉम ने इस मामले की खबर छापी, पूरा यह विज्ञापन-पत्र संस्‍थान ही हिल गया। आनन-फानन तय किया गया कि इस बार भी अप्रेजल फार्म भरवाये जाएंगे।

और आप सब को बधाई है, कि इस बार भी अप्रेजल का काम शुरू हो गया है।

जय हो लिंग-वर्द्धक यंत्र विज्ञापन-पत्र की।

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