: वैवाहिक हिस्ट्रीशीट में तीसरा काण्ड दर्ज हो गया दक्षिण भारत की व्यवसायी बाला से : इसके पहले मीनू ने सुसाइड-स्टम्पआउट किया, दूसरी जागृति ने तलाक-कैच किया, अब यह तीसरी श्रीबाला पिच पर आयी : जौनपुर के पूर्व-सांसद नेता हैं धनंजय सिंह :
कुमार सौवीर
लखनऊ : धनन्जय सिंह को तो आप खूब जानते ही होंगे। अरे वही जो लखनऊ के छात्र-जीवन में ही अपराध के छींटों से बेहाल हो गये, मिर्जापुर में पुलिस-एनकाउंटर में उनके नाम पर पुलिस ने एक शख्स को निपटा दिया था, बसपा समेत कई दलों में पाला-बदल के माहिर माने जाते हैं। जी हां, आपने बिलकुल सही समझा। वही जौनपुर वाले बाहुबली नेता धनंजय सिंह। आज फिर वे चर्चाओं में हैं। लेकिन यह चर्चा अपराध से नहीं, बल्कि उनके नाम पर गाये जा रहे मंगल-गीतों को लेकर है।
ताजा खबर है कि धनंजय सिंह ने शादी कर ली है। यह तो पता नहीं चल पाया है कि इस बारात में धनंजय सिंह का सहबाला कौन था, लेकिन इतना जरूर पक्का है कि यह शादी दुनिया में रंगीनी के लिए मशहूर शहर पेरिस में हुई। पता चला है कि धनंजय सिंह की यह नयी नवेली पत्नी श्रीबाला रेड्डी हैं, जो दक्षिण भारत से ताल्लुक रखती हैं। खासबात तो यह भी कि धनंजय की ही तरह श्रीबाला भी तलाकशुदा ही हैं। बताते हैं कि उनका रिश्ता निप्पो बैटरी समूह से है।
लेकिन इसके साथ ही हंगामा भी खड़ा हो गया है। उनके लंगोटिया मित्रों ने शिकायत करना शुरू कर दिया है कि इस तल्ख-ए-जिगर ने अपनी शादी के समारोह में क्यों नहीं बुलाया। मामला कुट्टी-कुट्टा तक पहुंचने वाला है। उधर धनंजय सिंह के करीबी लोगों ने ऐसी शिकायतों को मूर्खतापूर्ण बताया है। उनका कहना है कि बारात का पूरा लावा-लश्क पेरिस ले जा पाना पूरी तरह नामुमकिन था।
धनंजय सिंह की विवाह-हिस्ट्रीशीट
पटना वाली मीनू सिंह : आपको बता दें कि धनंजय सिंह की पहली पत्नी ने आत्महत्या की थी। पटना की रहने वाली मीनू यानी मीनाक्षी के पिता बैंक मैनेजर हैं। मीनू से धनंजय की शादी 12 दिसंबर-06 में हुई थी। लेकिन धनंजय के अरमानों को तब जोरदार धक्का लगा, जब शादी के 9 महीने बाद ही मीनू ने लखनऊ में अपने घर पर सुसाइड कर लिया था।
डॉक्टर जागृति सिंह : कुछ दिन तो खामोशी-मातम मनाते रहे धनंजय सिंह, लेकिन उसके बाद फिर से उनके अरमानों ने सिर उठाना शुरू कर दिया। नतीजा यह हुआ कि पेशे से डॉक्टर जागृति सिंह के हाथों में धनंजय सिंह ने अपने वैवाहिक सम्बन्ध थमा दे दिये।
धनंजय ने अपना राजनीतिक साम्राज्य खड़ा करने के लिए अपनी इस दूसरी बीवी और दांत की डाक्टर जागृति सिंह को सन-12 में मल्हनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया था, लेकिन वह बाहुबली राजनीति के क्षेत्र में वह दांत-विशेषज्ञ हार गयी। गौरतलब है कि यह थमा-थमायी कुछ ज्यादा नहीं चल पायी।
दरअसल घर में काम करने वाली नौकरानी की हत्या के बाद जेल गए बाहुबली नेता धनंजय सिंह और उनकी पत्नी के जमानत से छूटने के बाद ही संबंधों में दरारें पड़ने लगी थीं. जिसके बाद से दोनों में दूरियां बढ़ती चली गयी और अनबन बढ़ते ही जागृति ने मई 2013 में तलाक के लिए केस फाइल किया था। हालांकि यह पक्की खबर नहीं मिल पायी है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक उनका तलाक भी हो गया है।
हिस्ट्रीशीट : धनंजय सिंह के जीवन में अपराध का झोंका पहली बार सन-90 में आया था।
हाईस्कूल में पढ़ाई के दौरान लखनऊ के महर्षि विद्या मंदिर के एक पूर्व शिक्षक गोविंद उनियाल की हत्या में पहली बार धनंजय का नाम आया था। हालांकि पुलिस इस मामले में आरोप साबित नहीं कर पाई। यहीं से धनंजय पर आपराधिक मामलों से जुड़े आरोप लगने शुरू हो गए। लखनऊ यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन में एडमिशन के साथ ही छात्र राजनीति और सरकारी विभागों के टेंडर में वर्चस्व की होड़ में धनंजय का नाम कई गंभीर आपराधिक मामलों में जुड़ा।
यही नहीं अरावली मार्ग पर रहने वाले निर्माण निगम के परियोजना अधिकारी गोपाल शरण श्रीवास्तव की हत्या के मामले में भी बाहुबली नेता धनंजय का नाम उछला था। इसके बाद से तो धनंजय ने पीछे मुड़कर नहीं देख और ग्रेजुएशन की पढाई पूरा करने के साथ-साथ लखनऊ के हसनगंज थाने में हत्या की साजिश, लूट जैसे गंभीर मामलों से जुड़े करीब 5 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हो गए।