केशव मौर्या की बांसुरी बजी: निर्माण निगम पर ता-थइया करने लगे विश्‍वदीप

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: यूपीडा के दागी चीफ को निर्माण निगम का मुखिया बनाया गया : योगी-सरकार में दागी अफसरों को क्‍लीन-चिट थमाने का भगवा अभियान शुरू : सवाल यह कि ऐसी नियुक्तियां भाजपा की रणनीति है, या फिर भीतरी-कलह :

कुमार सौवीर

लखनऊ : समझ में नहीं आ रहा है कि यूपी के लोकनिर्माण और उससे जुड़े इंजीनियरिंग वाले विभागों में दागी लोगों की जा रहीं नियुक्तियां भाजपा की रणनीति के तहत है, या फिर सरकार में कलह का पूर्वाभास। ताजा मामला है विश्‍वदीप का, जिन्‍हें यूपीडा से हटा कर सीधे निर्माण निगम का मुखिया बना दिया गया है। कहने की जरूरत नहीं कि विश्‍वदीप के नेतृत्‍व में बने आगरा एक्‍सप्रेस वे पर सीबीआई जांच का आदेश हो चुका है, लेकिन केशव प्रसाद मौर्या ने उन्‍हें यह नया तोहफा थमा दिया।

आगरा एक्‍सप्रेस वे को लेकर अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट में सैकड़ों करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ। एक्सप्रेसवे के निर्माण में जमीनों के अधिग्रहण से लेकर टेंडर और निर्माण में हर स्तर पर भ्रष्टाचार की जांच करवाने के दावे को पूरा करते हुए, सत्ता में आते ही बीजेपी एक्सप्रेस वे की जांच शुरू हो गई। योगी सरकार द्वारा करवाई जा रही आगरा एक्सप्रेसवे के भ्रष्टाचार के स्टेटस का तो अभी कुछ अता पता नहीं है लेकिन उसमें संलिप्त लोगों धीरे—धीरे क्लीन चिट मिलना शुरू हो गई है।

विश्व दीपक की भूमिका हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में न केवल संदिग्ध है बल्कि प्रदेश सरकार उसकी जांच भी करवा रही है। ऐसे में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा उन्हें उप्र निर्माण निगम जैसी शीर्ष निर्माण इकाई का प्रबंध निदेशक बनाया जाना कतई संधिक्त प्रतीत होता है। दूसरे शब्दों में कहे तो केशव प्रसाद मौर्य के इस फैसले से समूची भाजपा को, आगरा एक्सप्रेस वे में हुए भ्रष्टाचार की जांच पूरी होने से पहले ही संदेह के घेरे मे खड़ा कर दिया है।

जानकार बताते हैं कि आगरा एक्सप्रेस वे में हुए भ्रष्टाचार की जांच और चीफ इंजीनियर विश्व दीपक को निर्माण निगम का एमडी बनाए जाने में बड़ा कनेक्शन है। बताया जाता है कि इसके पीछे पूर्व अखिलेश सरकार के एक तेजर्रार और अखिलेश यादव के चहेते रहे नौकरशाह का हाथ है। यह नौकरशाह इससे पूर्व बसपा सरकार में भी मायावती के चहेतो में रहा है। इस नौकरशाह और विश्वदीपक के बीच भ्रष्टाचार के कनेक्शन का  खुलासा होने पर पता चल जाएगा कि कुछ दिन पूर्व दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में एक केंद्रीय मंत्री से हुई बात चीत का भी कनेक्शन,इन्ही नियुक्तियों से संबंधित  है।

कुछ भी हो, योगी सरकार में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 10 जुलाई को लोक निर्माण विभाग की दो निगमों यानी उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम और सेतु निर्माण निगम में नए प्रबंध निदेशकों की नियुक्ति करके साबित कर दिया है कि उनके आगे योगी की भी नही चलेगी।

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