ताकत की दवाई खाते हैं संपादक जी, इसलिए बुद्धि भ्रष्ट

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: हिन्‍दुस्‍तान का सारा ध्‍यान केवल सेक्‍स तक ही सिमटा, खबरों की ऐसी की तैसी कर डाली : सबसे घटिया अखबार साबित होता जा रहा है बिड़ला जी वाला अखबार : अरूणाचल में सेना के बेस पर हमला की खबर पढि़ये, तो आपका दिमाग चौंधिया जाएगा :

कुमार सौवीर

लखनऊ : जी हां, हिंदुस्तान अखबार के सम्‍पादकों का दिमाग इस समय बुरी तरह चकराया हुआ है। यह लोग दिन भर तो ताकत की दवा, स्वप्नदोष, धात, और लिंगवर्धक सामान बेचने में जुटे रहते हैं। ऐसे में उनके पास इतना समय ही नहीं होता कि वह ऐसा कोई बुद्धि का काम कर सकें, जिसके लिए उनका जन्म हुआ है। रिपोर्टर, मैनेजर से लेकर सम्‍पादक तक सारे के सारे लोग हमेशा ताकत के चक्‍कर में अखबार की बुद्धि-मेधा का सर्वनाश कराने पर आमादा दिख रहे हैं।

ताजा मामला है आज 11 सितंबर के पृष्ठ 15 का, जिसमें एक खबर छपी है, जिसे पढ़ कर पहले तो आपका दिल धक्‍क से रह जाएगा, और उसके बाद आप हिन्‍दुस्‍तान के सम्‍पादकों की ऐसी की तैसी करते हुए गुम्‍मा-ईंट लेकर हिन्‍दुस्‍तान के पत्रकारों का सिर फोड़ने पर आमादा हो जाएंगे।

दो कॉलम की इस खबर का शीर्षक है अरुणाचल में सेना के बेस पर हमला, दो मरे।

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यह खबर एजेंसियों की तरफ से आई है और इसका मूल-स्‍थान है ईटानगर। खबर की हेडिंग से आप बुरी तरह बौखला सकते हैं, चौंक पड़ेंगे। क्योंकि अरुणाचल जैसे बेहद शांत क्षेत्र में सेना के बेस पर हमला होने की खबर पर किसी को विश्वास ही नहीं हो पायेगा। वजह यह कि यह एक ऐसा राज्य है जो पूर्वोत्तर क्षेत्र का इकलौता शांत राज्‍य है। दूसरे शांत क्षेत्र के तौर पर त्रिपुरा का नाम आता है लेकिन अरुणाचल का स्थान देश के शायद सबसे शांत राज्य में शामिल किया जाता है।

इस खबर को पढ़कर आप एकदम से दहल जाएंगे। लेकिन खबर को जैसे ही अंदर झांकने की कोशिश करेंगे आप अपना सर धुनने लगेंगे और बेसाख्ता हिंदुस्तान अखबार के संपादकों पर लानत भेजना शुरु कर देंगे। आप उस दिन और वक्‍त को कोसने में जुट जाएंगे, जब आपने हिन्‍दुस्‍तान अखबार को पढ़ने का फैसला किया था।

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तो पढ़ लिया आपने इस अखबार के विज्ञापन और इस खबर को। इसीलिए कहते हैं बुद्धि क्षेत्र में ताकत का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। लेकिन हिंदुस्तान अखबार के संपादकों का पूरा ध्यान हर रात सुहागरात, सेक्सी, वीर्य जल्दी निकल जाने से छुटकारा, लिंग के ढीलेपन को जड़ से खत्म करने और उसे कड़क बनाने, साथ ही साथ लिंगवर्धक यंत्र बेचने और नाना प्रकार के तेल-फुलेल बेचने में जुटा रहता है। इसलिए वे यह समझ ही नहीं पाते कि कौन सी खबर कहां लगाना है कि खबर कैसे लगाती हैं, और किस हेडिंग के नीचे कौन सी खबर लगाई जाएगी।

तो भइया, या तो ताकत की चीजें इस्तेमाल कर लो, या फिर खबर को जी लो। लेकिन पाठकों के साथ धोखा-धड़ी बंद करो।

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