मेरे दुख-सुख का भागीदार था कमाल खान

: दोस्‍त के रुखसत हो जाने पर उसके दुर्गुणों और गुणों का बखान करना जरूरी : चाहे मुस्लिम सभासदों को भड़काने की साजिशें या फिर बेटी का विवाह, कमाल खान हमेशा साथ रहा : पिता सियाराम शरण त्रिपाठी, रिचा, मित्र वीपी पांडेय, मां, चाची और अतुल पांडेय के बाद अब कमाल खान एक अपूरणीय क्षति […]

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एक संतान की मौत: भोला गुजर गया

: राजपति गिरी तो अनोखे हैं, बेटे की मौत का दोष नहीं मानते : जिन्‍दगी को ही खत्‍म कर देती है संतान की मौत : पत्रकार सुरेद्र दुबे और सूचना विभाग के राजीव दीक्षित की जिन्‍दगी ने उनको निचोड़ डाला : सरल-सौम्‍य हैं, पर अन्‍याय पर त्रिशूल व डमरू के साथ ताण्‍डव नृत्‍य भी : […]

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जिन्‍दगी को जिन्‍दगी से जोड़ता है मकोय

: शहरी सभ्‍यता की पहली शिकार भाषा और वनस्पतियां ही बनीं : गढ़हे में पसरा करेमुआ आज की रसोई में नारी का साग सजा : लसोढ़ा के वृक्ष को तो काट लिया, पर फलों का अचार बना कर किचन में सजा दिया : मसाने में भरा पेशाब भले ही चड्ढी में नहीं सम्‍भाल पाते हों, […]

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लो, आ गया जमालगोटा

: च्‍यवनप्राश के साथ विनाशाय च दुष्‍कृताम और परित्राणाय साधूनाम का डंका बजेगा : अपवित्रों-पापियों की पृष्‍ठभूमि में बिना छीला बांस उगायेगा च्‍यवनप्राश व जमालगोटा : जगत-काय को स्‍वस्‍थ करेगा साशा सौवीर का सद्य-स्‍तनपायी जमालगोटा अवतार : कुमार सौवीर लखनऊ : एक पढ़ा-लिखा और अपने अध्‍ययन को लेकर समर्पित रहा व्‍यक्ति जब चंद नोटों के […]

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हैप्पी बाप-डे: मचा कोहराम, पूरा देश स्तब्ध

: अचानक ताबड़तोड़ तीन इंजेक्शन और एक टीका उनके हाथों पर और उनके पीछे दोनों ड्राइंग-रूम में लगा दिया गया : इंजेक्शन लगाने वाले को चीनी एजेंट करार दे दिया गया : कुमार सौवीर लखनऊ : इस दिव्य अवसर पर एक सवाल बूझिये। “बप्पा के दो आगे बप्पा, बप्पा के दो पीछे बप्पा। आगे बप्पा, […]

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