बाढ़-निरीक्षण मंत्री में, और मूली घुसेड़ो संपादक की गॉंव में

: करीना कपूर के यहां मूली उखाड़ना सबसे बड़ा पत्रकारीय-दायित्‍व समझते हैं हिन्‍दुस्‍तान के महान वैशाख-नंदन : नरक कर रखा है बिड़ला जी के हिन्‍दुस्‍तान अखबार ने : बाढ़ निरीक्षण करा देते हैं मंत्री जी के भीतर, तो स्‍थगित कर देते हैं अंबेदकर की मूर्ति : वैशाख-नंदनों यानी गदहों की ही ढेंचू-ढेंचू का समवेत गायन […]

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भागदौड़ और रुशिदा-फतवा में खोजिए इंसान की फरहीन

: रुशिदा फरहीन नाम की एक वकील भी हैं लखनऊ हाईकोर्ट में, मददगार भी उम्‍दा : पहली मुलाकात में ही ठहाकों का इस्‍तेमाल करना कोई हंसी-ठिठोली नहीं होता। चुटीली और चुलबुली, व्‍यवहार में मेधा भी निहाल : त्‍सांगपो से लोहित, ब्रह्मपुत्र जैसी महिलाएं भी मौजूद : कुमार सौवीर लखनऊ : चाहे कोई नदी हो या […]

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जिन्‍दगी को जिन्‍दगी से जोड़ता है मकोय

: शहरी सभ्‍यता की पहली शिकार भाषा और वनस्पतियां ही बनीं : गढ़हे में पसरा करेमुआ आज की रसोई में नारी का साग सजा : लसोढ़ा के वृक्ष को तो काट लिया, पर फलों का अचार बना कर किचन में सजा दिया : मसाने में भरा पेशाब भले ही चड्ढी में नहीं सम्‍भाल पाते हों, […]

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तनिक समझिये तो, कि कोई बिलख कर क्यूँ रोता है

: सबसे दर्दनाक है किसी महिला का चुपके से आंसू पोछना : विदीर्ण मनो-शारीरिक अक्षमता से जन्मा असहायता बोध आपके दिल-दिमाग में विस्फोट कर देगा : भविष्य में दूसरों के आंसू पोंछने के लिए क्या उद्यम करेंगे आप ? कोशिश कीजिये, ताकि ऐसा दर्दनाक मंजर आपके सामने न आये ? : कुमार सौवीर लखनऊ : […]

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मीडियाकर्मियों को भाषा-बोली सिखाएंगे भाषाविद

: लखनऊ समेत यूपी के न्‍यूज चैनलों के रिपोर्टरों को सटीक शब्द सिखाने वाली कार्यशाला कल : ओसामा तलहा सोसाइटी ने छेड़ी कलमकारों में भाषा-सुधार वाली पहलकदमी : पत्रकारिता में शालीनता और सचाई के मसले भी अब उठाये जाएंगे : मेरी बिटिया संवाददाता लखनऊ : भाषा  और बोली को लेकर पत्रकारिता पिछले दो दशकों से […]

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