: साठ बरसों से साहित्य और खास तौर पर बाल चित्रकथा के माध्यम से साहित्य सेवारत : पिछले लम्बे समय से बीमार चल रहे थे, और पिछले महीने भी उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी :
पवन उपाध्याय
लखनऊ : साहित्य जगत से जुड़े लोगों के लिए एक बेहद दुखदायी खबर है। दशकों तक बाल साहित्य एवं चित्रकथा के बल पर नौनिहालों के दिलों पर राज करने वाले शंकर सुल्तानपुरी लोहिया में एडमिट हैं। इस वयोवृद्ध को गम्भीर हालत में आज यहां भर्ती कराया गया है। हालांकि शंकर सुल्तानपुरी जी पिछले लम्बे समय से बीमार चल रहे थे, और पिछले महीने भी उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गयी थी।
आपको बता दें कि शंकर सुल्तानपुरी पिछले साठ बरसों से साहित्य और खास तौर पर बाल चित्रकथा के माध्यम से साहित्य सेवा कर रहे हैं। साहित्य की दुनिया मे अटल जी जब पीछे होते थे तो इन्ही शकर सुल्तानपुरी जी से क्रम शुरू होता था। यह बात अलग है वो कालांतर में राजनेता सुशोभित हुए लेकिन ये कवियों की दुनिया में मंच के कलाकार, सांस्कृतिक नायक । इनका घर उस दौर की अनगिनत चित्रकथाओं से अटा पड़ा देखा है मैने सन 2000 में । हुआ वही जो तमाम मनीषियों के साथ होता है ।
थोड़ी देर पहले प्रो मनोज दीक्षित से उनके लोहिया हॉस्पिटल में असहाय स्थिति में भर्ती होने की सूचना मिली । कुछ ठोस खबर नही पता चली लेकिन विश्वविद्यालय के साथी एवं पुलिस अधिकारी त्रिलोकी सिंह को इस बावत जानकारी लेने का निवेदन किया तो दिल भर आया कि उन्हों ने जिम्मेदारी से किये निवेदन का दायित्व वहन कर हमारे प्रयोजन और आशय को बल दिया।
ऐसे महान साहित्यकार के लिए अपील है हम आगे आएं और उन्हें संबल दें । हममे से न जाने कितनों ने उनकी चित्रकथाओं को पढ़ कर अपना बचपन रोमांचित किया होगा जिसकी अब सुध भी नही होगी हमें । उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना के साथ उन्हें यह न लगने दें कि उनके उपकार को हम भूल गए जब बचपन सीमित संसाधनों में पलता था । आइये बढ़ चढ़ कर उनके साथ खड़े हों । स्वागत है खासकर लखनऊ के साथियों का इस दायित्व की सहभागिता में ।
संपर्क हेतु फोन श्रीमती सुल्तानपुरी जी 7355709424, शंकर सुल्तानपुरी जी का – 9389802125