बीएचयू में सहायक प्रोफेसर थी स्वास्ति, सगाई टूटी तो जान दे बैठी

सैड सांग

: बेटियों को पढ़ाने के साथ मजबूत कराना जरूरी, बहुआयामी प्रश्न उपजे : यह तो सगाई टूटने के बाद ही हालत है, मोहब्बत होता तो क्या होता : यह कैसी शिक्षा मिल रही है बेटियों को, सिर्फ औपचारिक पढ़ाई। हे राम : हादसे से साफ कि हमारा ढांचा आज भी बेटियों की बैसाखी भर है, पैर नहीं :

वाराणसी : तनिक सोचिये कि एक युवती अपनी सगाई टूटने से इतने अवसाद से ग्रसित हुई कि उसने फांसी लगा कर अपनी इहलीला खत्म कर दी, ऐसी हालत में जरा सोचिये कि अगर यह मोहब्बत के टूटने का मामला होता तो क्या होता? हमारे समाज में बेटियों को केवल औपचारिक पढाई दिलाने के अथियान के अलावा कुछ नहीं सिखाने का एक कड़वा स्वाद तब चखना पड़ा जब बीएचयू के इतिहास विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत डॉ. स्वास्ति पांडेय ने रविवार की देररात अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। वह बीएचयू के महिला विद्यालय में इतिहास विभाग में कार्यरत थीं।

बताते हैं कि भेलूपुर स्थित जानकी नगर कालोनी में रहने वाला परिवार किसी कार्यक्रम में झारखंड गया था। घर पर स्वास्ति और उनके पिता मौजूद थे। देररात पिता को जानकारी हुई तो उन्होंने रिश्तेदारों और पुलिस को सूचना दी। कमरे से मिले सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने अज्ञात युवक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। जानकारों के अनुसार बीएचयू की शोधछात्रा रही डॉ. स्वास्ति पांडेय चार महीने से इतिहास विभाग में काम कर रही थी। उनकी शादी डीरेका में इंजीनियर के पद पर कार्यरत लड़के से तय हुई थी। नौ मई को सगाई होनी थी मगर उससे पहले ही लड़के ने रिश्ता तोड़ लिया। स्वास्ति इसके बाद से ही अवसाद में रह रही थी।

रविवार की देररात खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में चली गई और साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से फांसी लगा ली। देररात पिता को जानकारी हुई तो उन्होंने रिश्तेदारों और पुलिस को सूचना दी। स्वास्ति ने सुसाइड नोट भी छोड है जिसमें उन्होंने शादी टूटने का जिक्र किया है। सुसाइड नोट और पिता के बयान के आधार पर पुलिस ने अज्ञात युवक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। घटना वाराणसी की जानकी नगर कॉलोनी की है। बताया जा रहा है कि असिस्टेंट प्रोफेसर स्वाति पांडेय की शादी एक इंजीनियर के साथ तय हो चुकी थी और नौ मई को सगाई होनी थी।

लेकिन लड़के ने अचानक शादी करने से मना कर दिया जिससे स्वाति अवसाद में आ गईं और रविवार की रात अपने घर में साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से लटककर जान दे दी।

स्वाति बीएचयू की छात्रा भी रह चुकी हैं।  । पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।

जानकारी के मुताबिक, शहर के भेलूपुर स्थित जानकी नगर कालोनी में रहने वाला परिवार किसी कार्यक्रम में झारखंड गया था. घर पर स्वास्ति और उनके पिता मौजूद थे। देर रात पिता को स्वास्ति की मौत की जानकारी हुई तो उन्होंने रिश्तेदारों और पुलिस को सूचना दी. सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने अज्ञात युवक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। बीएचयू की शोध छात्रा रहीं डॉ. स्वास्ति पांडेय चार महीने से इतिहास विभाग में काम कर रही थीं. उनकी शादी डीजल रेल इंजन कारखाना में इंजीनियर के पद पर कार्यरत एक युवक से तय हुई थी. नौ मई को सगाई होनी थी, लेकिन उससे पहले ही लड़के ने रिश्ता तोड़ लिया. स्वास्ति इसके बाद से ही अवसादग्रस्त रहा करती थीं.।

रविवार की देर रात खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में चली गईं और साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से लटकाकर फांसी लगा ली. उसने सुसाइड नोट भी छोड़ है, जिसमें उन्होंने शादी टूटने का जिक्र किया है। सुसाइड नोट और पिता के बयान के आधार पर पुलिस ने अज्ञात युवक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है।

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