कोहेफिजा के फ्लैट में छिपे हुए थे नौकरबाज राघवजी
भोपाल : नौकरबाजी के दबोचे गये राघवजी ने अपनी अग्रिम जमानत अर्जी में एक दर्जन से जयादा बीमारियों का ब्योरा देते हुए अदालत से अपनी जमानत मंजूर करने की इल्तिजा की। अब यह दीगर बात है कि इस अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई से पहले ही राघवजी को पुलिस ने दबोच कर उन्हें देर शाम जेल तक रवानगी तय कर दिया है। उनकी गिरफ्तारी भोपाल के कोहेफिजा इलाका स्थित एक फ्लैट से हुई। यह फ्लैट उनके एक परिचित का बताया जाता है। रेंज के पुलिस महानिरीक्षक उपेंद्र जैन के अनुसार पीड़ित नौकर राजकुमार दांगी की रिपोर्ट के बाद से ही भोपाल पुलिस राघवजी को तलाश कर रही थी. इसके लिए गठित विशेष पुलिस टीम को मिली सूचना के आधार पर कई जगह छापेमारी की गई. लेकिन मंगलवार सुबह पता चला कि वह कोहेफिजा में अपने एक परिचित के फ्लैट पर छिपे हुए हैं.
पुलिस टीम फ्लैट पर पहुंची, लेकिन दरवाजा खटखटाने पर किसी ने नहीं खोला. इस बीच आभास हुआ कि फ्लैट के दरवाजे पर ‘लैच लॉक’ लगा हुआ है. पुलिस ने ताला तोड़ा और तलाशी लेने पर राघवजी वहां मिल गए. उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया. नौकर के यौन शोषण के आरोप में ही राघवजी की कुर्सी चली गई थी. पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे के मुताबिक उनकी तलाश में चार-पांच ठिकानों पर पुलिस पार्टियां भेजी गईं थीं।
इससे पूर्व राघवजी के के नागपुर और कानपुर भागने का अंदेशा जताया जा रहा था। सोमवार को भोपाल के जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुषमा खोसला की अदालत में राघवजी के वकीलों की ओर से अग्रिम जमानत की अर्जी पेश की गई थी। जिसपर मंगलवार को सुनवाई होनी है।
अदालत ने हबीबगंज थाने से मामले की केस डायरी तलब की है। राघवजी के वकील पुरुषोत्तम पंजवानी ने कहा कि उन्हें राजनीतिक द्वेष के चलते फंसाया गया है। अर्जी में पूर्व वित्तमंत्री की करीब एक दर्जन बीमारियों का भी जिक्र किया गया है। राघवजी के फरार होने की खबरों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने उनकी कोई सीडी नहीं देखी है तो छेड़छाड़ करने का सवाल ही नहीं उठता है। यह तो विपक्ष का शिगूफा है।
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