प्रॉपर्टी कब्‍जाने में मंत्री के ओएसडी समेत 13 लोग बंदी

दोलत्ती

: स्‍वामीप्रसाद मौर्या के ओएसडी कुलदीप ने धावा दिया था करोड़ों की सम्‍पत्ति हड़पने में : ओएसडी का दावा कि यह कार्रवाई मंत्री के इशारे पर थी : विवादित मंत्रियों में शीर्षस्‍थ हैं मौर्या :

कुमार सौवीर 

लखनऊ : भाजपा और योगी ने अपनी सरकार में इतने सांप पाल रखे हैं कि अब उनको डंसने वाले की शक्‍ल, उसका नाम, एड्रेस तक नहीं मिल पाता है। सरकार में कई अपराधी तो खुद सरकार में कुंडली मारे घुसे हैं, या फिर दीपक की तरह पूरी सरकार को चाट रहे हैं। ऐसी हालत में सरकार के आलाकमान को समझ में ही नहीं आता है कि वे किसको अपना मानें या फिर किसको न हीं मानें। कहने की जरूरत नहीं कि ऐसे सारे सांप-संपोले भाजपा या संघ के प्रति समर्पित और प्रतिबद्ध ही नहीं हैं, बल्कि अधिकांश तो वक्‍त जरूरत पर भाजपा व सरकार में घुसपैठ कर चुके हैं और अब सरकार की साख की नाक काटने पर आमादा हैं।
ताजा मामला है राजधानी के पीजीआई इलाके का। दोलत्‍ती सूत्रों के अनुसार यहां एक मकान पर योगी सरकार के एक मंत्री की नजर टेड़ी हो गयी। टेढ़ी क्‍या, दरअसल वे कब्‍जा करना चाहते थे इस मकान पर। बताते हैं कि यह करोड़ों की प्रॉपर्टी है। सूत्रों के अनुसार मंत्री के लोग इस सम्‍पत्ति पर कब्जा करने पहुंचे थे। घटना 29 जुलाई की शाम करीब दस बजे का बताया जाता है। कब्‍जा करने के दौरान वे घर में घुस गये, और वहां रहने वालों के साथ हाथापाई और तोड़फोड़ करने लगे। इतना ही नहीं, इन दबंगों ने घरवालों को जान से मारने की धमकी भी दी। घटना की सूचना पुलिस के पास पहुंची, तो पुलिस आनन-फानन मौके पर पहुंच गयी। लेकिन पुलिस के साथ भी यह लोग अभद्रता करने लगे। बताते हैं कि यह लोग इतने शेरेपुस्‍त थे कि मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को भी देख लेने और उनकी वर्दी उतार देने की धमकियां देने लगे। इस पूरे दौरान सीसीटीवी और डीवीआर भी तोड़ने का आरोप भी पुलिस ने लगाया है।
कहने को तो यह एक सामान्‍य घटना ही है। लेकिन राजधानी में होने वाले इस हादसे को सामान्‍य कैसे कहा जा सकता है। दरअसल, यह सरकार और पुलिस की कार्यदक्षता और उसकी साख यानी नाक का भी सवाल था। लेकिन इससे भी ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण बात तो यह रही कि इस सम्‍पत्ति पर कब्‍जा करने वाले लोग कोई सामान्‍य अपराधी नहीं थे, बल्कि प्रदेश सरकार के एक कद्दावर मंत्री स्‍वामीप्रसाद मौर्या के खासमखास और ओएसडी भी थे। इस ओएसडी का नाम कुलदीप बताया जाता है और पुलिस का कहना है कि कुलदीप ने पुलिस के सामने बताया था कि उसने सारी कवायद मंत्री स्‍वामी प्रसाद मौर्या के इशारे पर ही की है।
बहरहाल, इस हादसा को पीजीआई पुलिस ने मुकदमा के तौर पर दर्ज कर लिया है और इस मामले में सारे बारह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला पीजीआई थाना क्षेत्र के शीतल खेड़ा का है। यह शीतल खेड़ा उतरेठिया के पास स्थित बताया जाता है।
बताते हैं कि कुलदीप ने इस घटना को निपटाने के लिए 3 महिला बाउंसर सहित 1 दर्जन से अधिक प्राइवेट बाउंसर की भी सेवाएं ली थीं। लेकिन पुलिस की चुस्‍ती के चलते यह सारे लोग गिरफ्तार हो गये। पुलिस के मुताबिक करोड़ो की प्रापर्टी पर कब्जे करने पहुचे थे यह स्‍वामी प्रसाद मौर्या के ओएसडी साहब। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि इस ओएसडी कुलदीप ने बाउंसरों के साथ घर में की तोड़फोड़ और जान से मारने की दी धमकी थी और सूचना पर पहुचे पुलिसकर्मियों को भी इसी ओएसडी ने दी देख लेने की धमकी दी थी। इन गुंडों ने घर मे लगा सीसीटीवी और डीवीआर भी तोड़ डाला था। पीजीआई पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर OSD सहित किया बाउंसरों को गिरफ्तार।

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