: पुलिसिया कार्रवाई से पत्रकारों, राजनीतिक दलों के नेताओं एवं समाजसेवियों मेंआक्रोश : बिना किसी शिकायत के एसडीएम ने जारी कर दिया पाबंदी का आदेश :
दोलत्ती संवाददाता
मुंगराबादशाहपुर : अपने खिलाफ खबरों से बौखलाई पुलिस ने एक पत्रकार को ही शान्ति भंग की आशंका में पाबन्द कर दिया। नतीजा यह कि क्षेत्र में पुलिस की इस करतूत की खूब थू थू हो रही है।
मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के धौरहरा गांव निवासी और आज हिन्दी दैनिक के निर्भीक पत्रकार बृजेश पान्डेय ने थानाध्यक्ष रहे उपनिरीक्षक अरविंद कुमार यादव के कार्यकाल में कई बार पुलिस की कार्य प्रणाली एवं लूटखसोट की खबरें समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित किया है । जिससे बौखलाये पूर्व थानाध्यक्ष अरविन्द यादव ने दुर्भावना से ग्रसित हो पत्रकार बृजेश पाण्डेय को शान्ति भंग की आशंका मे पाबन्द कर दिया। इस सम्बन्ध में पत्रकार बृजेश पाण्डेय ने बताया कि उपजिलाधिकारी मछ्ली शहर के न्यायालय से नोटिस मिलने के बाद उन्हे यह जानकारी हो पाई है।
पत्रकार के अनुसार थानाध्यक्ष रहे अरविंद कुमार यादव द्वारा अपने कार्यकाल में नियमों-कानूनों एवं न्यायालयों से जारी किए गए स्थगन आदेशों को ताक पर रखकर धन उगाही कर गरीबों मजलूमों की जमीनों पर अवैध कब्जा कराया गया। जिसकी खबरें उन्होंने प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिससे बौखलाए थानाध्यक्ष अरविंद कुमार यादव ने साजिश के तहत उनके विरुद्ध शांति भंग करने का अंदेशा होने की बीट रिपोर्ट दर्ज कराई और आख्या उपजिलाधिकारी मछ्ली शहर के न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया।
बृजेश पाण्डेय का कहना है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा न तो कोई मेरे खिलाफ तहरीर दी है और न ही उन्होंने ही किसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी । बगैर किसी व्यक्ति द्वारा शिकायत किए ही पुलिस को पत्रकार से शांति भंग करने का अंदेशा कैसे हो गया।