पुलिस व पत्रकारिता: लकड़बग्‍घों ने कुत्‍ते का शिकार कर लिया

दोलत्ती

: लॉकडाउन के दौरान दारोगा की दारू-पार्टी वाली फोटो वायरल होने से होश उड़ गये थे पुलिस के : खबरों को लेकर कुशीनगर में एक पत्रकार को पुलिस ने घेरा। जेल भेजा गया पत्रकार, तीन मुकदमे दर्ज :
कुमार सौवीर
कुशीनगर : पत्रकार का नाम है अखिलानंद राव। विगत दो माह से कसया, पटहेरवा थाना सहित जनपद के पुलिस प्रशासन के खिलाफ उसने बाकायदा एक धर्मयुद्ध छेड़ दिया था। मसलन, अवैध शराब, लचर कानून-व्यवस्था व पुलिस प्रशासन मे व्याप्त भ्रष्टाचार। दनादन खबरें चल रही थीं। पुलिस में हड़कंप मच गया था। सूत्र बताते है कि पुलिस प्रशासन के खिलाफ खबर न लिखने के लिए उक्त पत्रकार को मैनेज करने का बहुत प्रयास किया गया, लेकिन असफल होने पर एक दारोगा को जिम्‍मा दिया गया। दारोगा ने पुलिसिया भाषा मे समझाते हुए खबर न लिखने की हिदायत भी दी। इसके बावजूद उक्त कलमकार की लेखनी नही रुकी। इतना ही नहीं, उसने पुलिस कस्‍टडी में एक व्‍यक्ति की मौत और लॉकडाउन के दौरान एक दारोगा की दारू-पार्टी की फोटो वायरल कर दी। इस हरकत से पुलिस महकमे की नाक ही कट गयी। पानी नाक से ऊपर जाता देख कर पुलिस ने कसया व पटहेरवा थाने में अलग-अलग मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। जनचर्चाओं के अनुसार पुलिस और पत्रकारों के गठजोड़ ने आनन-फानन अखिलानंद राव का शिकार कर लिया है।
बताया जाता है कि बीते दिनों उक्त पत्रकार ने कसया कस्बे के चौकी इंचार्ज के खिलाफ लाकडाउन मे चौकी इंचार्ज हुए रवाना व मौलाना के साथ चौकी प्रभारी का जाना बना चर्चा नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था। खबरों में कहा गया है कि कस्बा चौकी प्रभारी बिना अनुमति के ही एक मौलाना के साथ जनपद से बाहर गये थे और वहा से आने बाद उनको कोरनटाइन सेन्टर में नहीं रखा गया। प्रशासन खबर को लेकर पुलिस की खासी किरकिरी हुई थी।
दोलत्‍ती संवाददाता को काफी देर से मिली खबरों के मुताबिक इस पत्रकार के विरुद्ध तीन मुकदमे अलग-अलग थानों में दर्ज हुए हैं। इनमें से दो मुकदमे तो यहां के दो पत्रकारों ने दर्ज कराया है, जबकि दूसरा मुकदमा यहां के एक दारोगा ने। जानकारी के मुताबिक कसया थाने में दो और पटहेरवा थाने में दर्ज हुआ एक मामला धोखाधड़ी और धमकाने आदि से जुड़ी धाराओं का मामला हुआ दर्ज हुआ है। एक साथ हुई इस घेराबंदी और छापामारी के तहत कसया पुलिस ने मामले अखिलानंद राव के घर से दबोचा।
आपको बता दें कि यहां मीडिया में दो गोल बन गया है। एक तो इस पूरे मामले को चुपचाप निहार रहा है, जबकि दूसरा ग्रुप अखिलानंद के खिलाफ जुटा हुआ है। पत्रकारों की ओर सेअखिलानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कवायद साबित करती है कि अखिलानंद राव कुशीनगर की पत्रकारिता में बड़ा कांटा देखा जाने लगे थे। मुकदमा दर्ज होने से जाहिर है कि अखिलानंद राव इस समय पूरी तरह अकेले हो गये हैं। चर्चाओं के मुताबिक एक दारोगा द्वारा सार्वजनिक रूप से शराब पिये जाने की फोटो वायरल होने के चलते पुलिस प्रशासन की छुच्‍छी ही निकल गयी थी। इस फोटो के वायरल होने से अपने बदरंग हो चुके अपने चेहरे को ढांपने का कोई भी तरीका पुलिस के पास नहीं बचा था। ऐसे में पुलिस नेअखिलानंद के खिलाफ धड़ाधड़ तीन मुकदमे दर्ज कर दिये। अपना दामन बचाने के लिए पुलिनस ने पत्रकारों के एक समूह से सम्‍पर्क किया, और दो मुकदमे सीधे पत्रकारों की ओर से दर्ज करा दिये। ताकि पुलिस की कवायद पर कोई शक-शुबहा न रहे।
खबरों के मुताबिक चौकी प्रभारी कसया ने भी कसया थाने में अपराध संख्या 244/2020 धारा 419, 420,500 आईपीसी व 67 आईटी एक्ट व अपराध संख्या 246/2020 धारा 186,188, 419,468,507 आईपीसी एक्ट और 67 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया। उधर राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार जाहिद हुसैन को भी पता चला कि उनके साथ मारपीट और जानमाल की धमकी की घटना हुई थी। यह पता चलते ही जाहिद हुसैन ने पटहेरवा थाने में कल का मुकदमा अपराध संख्या 116/2020 धारा 323, 504 ,506 के तहत मुकदमा दर्ज कराया। (क्रमश:)

आपको बता दें कि कुशीनगर में पत्रकारिता गजब दलदल में है। इस पर हम श्रंखलाबद्ध समाचार आपको देते रहेंगे। आपसे अनुरोध है कि अगर आपको इस प्रकरण पर कोई खास जानकारी हो तो कृपया हमें 9453029126, 9453029125 पर वाट्सऐप अथवा dolattitv@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं। ( संपादक)

1 thought on “पुलिस व पत्रकारिता: लकड़बग्‍घों ने कुत्‍ते का शिकार कर लिया

  1. पनिया फाड़ लेखनी को दंडवत प्रणाम।

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