: नागपुर की घटना से पूरे चिकित्सक जगत में हो हल्ला : 15 साल तक गर्भवती रही महिला, फिर पैदा हुआ ‘स्टोन बेबी’ : चिकित्सा क्षेत्र में अपने आप में एक नायाब कारनामा से लोगबाग हैरत में आये :
मेरी बिटिया संवाददाता
नागपुर : कहने को तो नागपुर का नाम और उसकी साख यहां के संतरों और यहां स्वयंसेवक संघ के पैत्रिक जन्म स्थान को लेकर है। लेकिन आजकल इसका नाम एक हैरतनाक बेबी-स्टोन को लेकर जबर्दस्त हलचल बचाये है। खबर है कि एक महिला को जो प्रसव हुआ है, वह मांस-मज्जा का जीता-जागता शिशु नहीं होकर, बल्कि एक प्रस्तर की प्रतिमा के तौर पर सामने आया है। कहने की जरूरत नहीं कि इस घटना से पूरे महाराष्ट्र में हंगामा खड़ा हो गया है।
महाराष्ट्र के नागपुर में एक दिल दहलाने वाली घटना का पता चला है. यहां की एक महिला 15 साल तक गर्भवती रही और उसे पता ही नहीं चला. स्थानीय समाचार संस्थानों ने अब इस पर खबर चलानी शुरू कर दी जब पुष्टि हो गयी कि इस महिला को कोई शिशु नहीं, बल्कि पत्थर की मूर्ति हुई है। खबरों के अनुसार, महिला के पेट में बच्चा पलता रहा, लेकिन उसे केवल दर्द महसूस होता था. उस महिला को केवल पेट में दर्द होता था. जिसे वो एसिडिटी ही समझती थी. और दवाएं लेती रही.
जब दर्द हद से ज्यादा बढ़ा तो महिला नागपुर के डॉक्टर निलेश जुननकर के पास गई. डॉक्टर ने उसका सीटी स्कैन कराया तो पता चला कि पेट में पत्थर जैसी चीज है. लेप्रोस्कोपी की गई तो इस बारे में पता चला. फिर डॉक्टर्स ने ऑपरेशन करने इस बच्चे को निकाला, जो पत्थर बन चुका था. मेडिकल टर्म में इसे स्टोन बेबी कहते हैं.
बता दें कि इस महिला की 1999 में शादी हुई थी. साल 2000 में पहला बच्चा हुआ. फिर 2002 में ये गर्भवती हो गई तो इसने अबॉर्शन करा दिया. अबॉर्शन ठीक से नहीं हुआ तो बच्चे का ये अंश पेट में ही पलता रहा.