पत्‍नी बोली: क्रूर पुलिसवाले ! तलाक लूंगी, पैसा नहीं

बिटिया खबर

: ठीक तीस दिन पहले अमेरिका को दहलाया था ताबड़तोड़ सात घटनाओं ने : अश्‍वेत की हत्‍या से हत्‍यारे की पत्‍नी के फैसले ने अमेरिका में लोकतंत्र ही नहीं, पारिवारिक रेशे भी मजबूत : हमारे यहां हुई हत्‍याओं पर हम दोलत्‍ती लगाने जा रहे :
कुमार सौवीर
लखनऊ : आज से ठीक तीस दिन पहले अमेरिका में एकसाथ सात घटनाएं हुईं। एक तो एक पुलिस अफसर ने एक अश्‍वेत जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन को अपने घुटनों से कुछ इस तरह नौ मिनट तक दबोचे रखा, कि उसका दम घुटने उसकी मौत हो गयी।
दूसरा यह कि इस हादसे पर पूरा अमेरिका दहल गया। कोरोना के चलते लॉक-डॉउन और सख्‍त कर्फ्यू होने की हालत होने के बावजूद लाखों लोग अमरीका के दर्जनों शहरों में सड़क पर उतर पड़े और पूरा नागरिक प्रशासन तहस-नहस हो गया। दो सौ से ज्‍यादा शहरों में कर्फ्यू की धज्जियां उड़ गयीं।
तीसरा यह कि ऐसे जन-अराजकता से बौखलाये ट्रम्‍प ने धमकी दी कि अगर सड़क पर और नागरिक क्षेत्रों में अराजकतत्‍वों को सबक सिखायेंगे और सेना लगा कर सबका दिमाग दुरुस्‍त करेंगे। और एक-एक को चुन कर औकात में रख दिया जाएगा।
चौथा यह कि डोनॉल्‍ड ट्रम्‍प को वाशिंगटन के प्रमुख ने बेहद सख्‍त लहजे में डोनॉल्‍ड ट्रम्‍प को चेतावनी दी कि अगर उनको समस्‍याओं की जड़ को समझने हालात को परखने, और समस्‍याओं का समाधान करने वाली बात करने की तमीज नहीं है, तो बेहतर हो कि वे अपना मुंह बंद कर लें, वरना इसका अंजाम खासा बुरा हो सकता है।
पांचवां यह कि अमेरिका सेना सक्षम अधिकारी ने राष्‍ट्रपति डोनॉल्‍ड ट्रम्‍प को दो-टूक जवाब दे दिया कि अमेरिका में जो भी चल रहा है वह अमेरिका की जनता का अधिकार है और अपने उसी अधिकार का प्रयोग कर रही है अमेरिका की जनता। ऐसी हालत में ऐसे भड़के किसी जनान्‍दोलन पर अमेरिका की सेना किसी भी कीमत पर हस्‍तक्षेप नहीं कर सकती।
छठा यह कि इस हादसे पर पुलिसवालों ने अपने साथी की इस घिनौनी करतूत पर माफी मांगने के लिए सड़क पर बाकायदा घुटने टेक दिये और सिर झुका लिया। बिनाशर्त माफी की खुली हालत।
लेकिन इस पूरे प्रकरण में सबसे जबर्दस्‍त मोड़ तब आया जब मिनेपोलिस शहर से 25 मई में अमेरिका हो दहला वाले हादसे मारे गये अश्‍वेत जॉर्ज फ्लॉयड के हत्‍यारे पुलिस अफसर की पत्‍नी केली ने अपने पति डेरेक चौवन को तलाक देने की घोषणा कर दी। केली ने तो यह भी कहा कि उसका मकसद एक हत्‍यारे डेरेक से तलाक लेना है। इसलिए मैं डेरेक से तलाक से होने वाले आर्थिक लाभ का दावा नहीं करूंगी। इस पूरे घरेलू मामले में एक और जबर्दस्‍त मोड तब आया जब डेरेके और केली के बेटे ने भी साफ-साफ कह दिया कि वह किसी हत्‍यारे के साथ जीवन व्‍यतीत नहीं कर सकते।
यह हादसा था इस उबलती सच कहानी की सातवीं कड़ी।
इस पूरे हादसे को हमने सात कडि़यों में बांटा है। यह सारी की सारी सातों कडि़यां अपने आप में बेमिसाल। न कोई कमजोर और न कोई दूसरे से ज्‍यादा मजबूत। इस कहानी में लाखों-करोड़ों नागरिकों का इस हादसे के खिलाफ सड़क पर उतर कर करीब दो सौ शहरों में कर्फ्यू के आदेश को तहस-नहस करने का मामला अगर आप बहुत महत्‍वपूर्ण मानते हैं, तो फिर आपको सोचना भी पड़ेगा कि डोनॉल्‍ड ट्रम्‍प को वाशिंगटन का प्रमुख किस तरह दो-टूक जवाब दे कर ट्रम्‍प का मुंह बंद कर सकता है। यही नहीं, सेना भी ट्रम्‍प को भी खरा-खरा जवाब भी दे सकती है।
अगर आपको लगता है महज बीस डॉलर के नोट को नकली मान कर डेरेक चौवन ने यह हरकत की थी, उससे यह पूरे अमेरिका में अभूतपूर्व बगावत की हालत पैदा हो गयी, तो शायद यह कहना सच नहीं होगा। दरअसल, अमेरिका की जनता को आक्रोश इस बात पर था कि कोई भी पुलिसवाला इतना कैसे क्रूर हो सकता है कि वह किसी व्‍यक्ति को इस तरह सरेआम लगातार नौ मिनट तक उसकी गर्दन को अपने घुटनों से दबोचे रखे। और अगर ऐसी क्रूरता का तत्‍काल विरोध नहीं किया जाएगा, तो अमेरिका के उच्‍चतम लोकतांत्रिक मूल्‍यों की निर्मम हत्‍याएं क्रमश: होती रहेंगी। (क्रमश:)

बहरहाल, दोलत्‍ती डॉट कॉम की टीम अमेरिका में हुई इस ताजा घटना के परिदृश्‍य में भारत में हुई ऐसी कुछ बहुचर्चित घटनाओं को देखने, तौलने और समझने की कोशिश करने का अभियान छेड़ने की तैयारी में हैं। ठीक उन्‍हीं तर्कों और आधारों पर ही भी हम भारत की ऐसी हरकतों की विवेचना करेंगे और आपके लिए वह विश्‍लेषण पेश करेंगे, ताकि आप भी समझ सकें कि हमारे लोकतांत्रिक मूल्‍य आम आदमी के लिए प्रति कितने सतर्क हैं, और पुलिस, प्रशासन और सत्‍ता की क्रूरता के किस पायदान पर खड़े हैं।

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