दबंग महिला नेता से विवाद में पत्रकार की हत्‍या

बिटिया खबर

: लेडी डॉन के नाम से कुख्‍यात यह महिला नेता, खासा रसूख है क्षेत्र में : अपनी सुरक्षा के लिए कप्‍तान से मिलने की कई बार कोशिश की, लेकिन कप्‍तान ने मना कर दिया :
दोलत्‍ती संवाददाता
उन्नाव : यहां के गंगा घाट कोतवाली क्षेत्र के पास सहजनी चौराहे पर स्‍थानीय पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी के ऊपर बेखौफ अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। दिनदहाड़े हुई इस फायरिंग के बाद हत्‍यारे काम तमाम होने का इत्‍मीनान होने के बाद फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी की हालत को देखते हुए तुरंत उसे कानपुर हैलट अस्पताल भेजा, लेकिन गंभीर रूप से घायल पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी की रास्ते मे ही मौत हो गयी।
सूत्रों के अनुसार पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी का यहां की एक बहुचर्चित महिला नेता के संग विवाद चल रहा था। लेडी डॉन के नाम से क्षेत्र में कुख्‍यात इस महिला का खासा रसूख है क्षेत्र में। दबंग महिला नेत्री ने पेशबंदी में पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी के खिलाफ प्लॉट का मामला दिखा कर फर्जी तहरीर गंगा घाट थाने में दी थी। जिसके बाद पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी ने गंगा घाट पुलिस से लेकर के आला अधिकारियों व डीजीपी तक को पत्र भेजकर स्वयं की सुरक्षा की गुहार लगा डाली थी। शुभम ने यहां के कप्‍तान रोहन पी कनय से कई बार अपनी बात कहने की कोशिश की थी, लेकिन बताते हैं कि रोहन ने व्‍यस्‍तता का बहाना बनाते हुए शुभम से भेंट नहीं की। बावजूद इसके गंगा घाट पुलिस द्वारा किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं की गई। पुलिस बराबर लापरवाह रुख अख्तियार किये रही, परिणाम स्वरूप एक युवा तेजतर्रार पत्रकार की सरेआम दिनदहाड़े गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद पत्रकारिता जगत में आक्रोश उत्पन्न हो गया है।
बताते चलें कि सहजनी चौराहा के पास पत्रकार की दिनदहाड़े हत्या, अपराधियो को नही है उन्नाव पुलिस का कोई खौफ, दिन दहाड़े पत्रकार को अज्ञात बाइक सवारों ने मारी ताबड़तोड़ गोली।पुरानी रंजिश के चलते दो बाइक सवारों ने पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी को शाम 4 बजे के आस-पास ताबड़तोड़ 3 गोली मारी, पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी की घायल अवस्था में हैलट ले जाते समय मृत्यु हुई। पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी दैनिक अखबार कंपू मेल में छायाकार व उन्नाव का संवाददाता थे। पत्रकार को गोली मारी गयी, जहाँ एक तरफ मरहला चौराहे पर हमेशा पुलिस तैनात रहती है, तो दूसरी तरफ मगरवारा चौकी है।
आपको बता दें कि पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय जौनपुर और देवरिया में अपनी पोस्टिंग के दौरान अपनी करतूतों के चलते खासे चर्चित रह चुके हैं। किसी भी मामले में खुद पार्टी बन जाना रोहन पी कनय की खास शैली रही है, जिसमें किसी न किसी बड़े अफसर के इशारे पर वे कोई न कोई काण्‍ड करते रहे हैं। ऐसे विवादों के चलते ही रोहन पी कनय को हर बार ससम्‍मान विदा होना पड़ा है।
बहरहाल, अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडेय ने बताया तत्काल हत्यारों को पकडे़ के लिए पुलिस की चार टीमें गठित कर दी गई है। लखनऊ आईजी लक्ष्‍मी सिंह भी मौके पहुंच गई थी।

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