: सुल्तानपुर के पूर्व विधायक अनूप सांडा अपनी आशिकी में मार-कुटम्मस का रिकार्ड बनाने में बिजी : माशूका के घर उसकी बाहों में से बरामद हुए, जब बीवी ने अपहरण की रिपोर्ट लिखायी थी थाने पर : दो नावों की सवारी करने का खामियाजा भुगत रहे हैं समाजवादी पार्टी के नेता अनूप सांडा :
कुमार सौवीर
लखनऊ : खबर फैली कि एक पूर्व विधायक का अपहरण हो गया है। इस आशंका में पूर्व विधायक के घरवालों ने पुलिस थाने पर एक रिपोर्ट दर्ज लिखवा दी कि पूर्व विधायक का अपहरण हो गया है। मामला पॉलिटकल हैसियत वाले का था, इसलिए मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस सक्रिय हो गयी। आनन-फानन खोजबीन शुरू हुई, और बस दस मिनट में ही यह पूर्व विधायक एक मकान से बरामद हो गया।
तो भइया, अंत भला तो सब भला वाली कहावत चरितार्थ होने लगी। लेकिन इसके पहले कि यह कहावत अपने पूरे अंजाम तक पहुंच पाती, कि सारा किया धरा सरभंड हो गया। पता चला कि इस पूरे मामले में सांडा के प्रचलित नाम का सत्यानाश हो गया है। और यह सत्यानाश किया है उस शख्स ने जिसका नाम ही सांडा है। आपको बता दें कि बड़ी छिपकली-गोह की प्रजाति के प्राणी का नाम भी सांडा होता है, जिसका तेल निकाला जाता है। इस तेल का इस्तेमाल मर्दानी ताकत बढ़ाने के लिए किया जाता है, ऐसा सूत्र बता रहे हैं। हालांकि अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि दवा की दूकानों में बिकने वाले साण्डहा तेल से इस पूरे प्रकरण से कोई लेना-देना है या नहीं। वजह यह कि काफी कोशिशों के बावजूद सांडा से सम्पर्क नहीं हो पाया है।
बहरहाल, इस पूर्व विधायक की इस बरामदगी के वक्त जबर्दस्त हंगामा खड़ा हो गया। हुआ यह कि पूर्व विधायक का नाम है अनूप सांडा। सपा के पूर्व विधायक हैं सांडा। हालांकि उनकी खानदान में अधिकांश लोग सांडा के तौर पर सरनेम नहीं लगाते हैं, मगर उनके परिवार के पिता समेत कई लोग सांडा लगाते हैं। खैर।
तो किस्सा कोताह यह कि यह रिपोर्ट दर्ज करायी सांडा की पत्नी अमिता सेठ ने, कि उनके पति का अपहरण हो गया है और उसे बंधक बना लिया गया है। पुलिस ने इस पर पूर्व विधायक को उसकी माशूका के घर पत्नी के बताए ठिकाने पर छापा मारकर विधायक को थाने बरामद किया और थाने ले गयी। थाने पहुंचने पर माशूका और पत्नी मे विवाद शुरू हो गया। दोनों का ड्रामा थाने में काफी देर तक चलता रहा। दोनों को समझाने के बाद आपसी समझौता कर सभी लोग थाने से चले गए
सूत्रों की माने तो सपा पूर्व विधायक अनूप संडा आए दिन अपनी माशूका को लेकर चर्चा में बने रहते हैं ,सपा शासनकाल में विधायक की माशूका ने हजरतगंज थाने में हाई प्रोफाइल ड्रामा किया था जिसको लेकर विधायक और तत्कालीन सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। रविवार को सुबह विधायक की पत्नी अमिता सेठ ने 100 डायल पर फोन करके बताया कि हमारे पति को किडनैप कर लिया गया है ,हरकत में आई पुलिस अमिता सेठ के बताए स्थान पर छापामारी की जहां पर पूर्व विधायक मौजूद मिले जब पुलिस ने पूछताछ शुरू किया तो विधायक ने बताया कि मैं अपनी मर्जी से वहां गया था मेरा किसी ने अपहरण नहीं किया था। इसको लेकर पत्नी और माशूका में विवाद छिड़ गया थाने में मौजूद तमाशबीन तमाशबीनों की मानें तो माशूका ने विधायक को अपने साथ रहने का दबाव बना रही थी, और पत्नी पति को अपने साथ ले जाने की जिद पर आनी थी। यह सब काफी समय तक चलता रहा। काफी लोगों के मनाने के बाद दोनों में आपसी सहमति पर विधायक और माशूका पत्नी के साथ थाने से गए।
जब इस संबंध में नगर कोतवाल श्यामसुंदर पांडे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पूर्व सपा विधायक अनूप संडा के दोनों पक्षों को सुलह समझौता पर तीनों लोगों को शिकायत पर थाने लाया गया था और सुलह समझौता कराने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।