विधायक खौखियाये। बोले, प्रधानों, कोटेदारों और अफसरों से उगाहते हैं पत्रकार

बिटिया खबर
: बस्ती के रुधौली के एमएलए हैं संजय प्रताप जायसवाल : गिरती साख से बौखलाये विधायक ने विधानसभा में उठाया बेहूदा सवाल : विधायक, कोटेदार, प्रधान और अफसर खुद ही भ्रष्ट :

दोलत्ती संवाददाता

बस्ती : पत्रकारों के साथ बदसलूकी क़रने वाले बस्ती जनपद के रुधौली विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने 13 अगस्त 2018 को विधान सभा मे प्रश्न उठाया है कि पूरे प्रदेश में तहसील, ब्लॉक और ग्रामसभा स्तर पर ग्रामीण पत्रकारों द्वारा तहसील व ब्लॉक के अधिकारियों, ग्राम प्रधानों, कोटेदारों से पत्रकारिता का रौब दिखाकर धमकी दी जाती है और वसूली की जाती है। उन्होंने अपील की है की सरकार आवश्यक कदम उठाये।
अब सवाल उठता है कि वसूली किससे और क्यों ? बात करते हैं ग्राम प्रधान की- जिसके द्वारा टेंडर निकाला जाता है, टेंडर बड़े समाचारपत्र में न प्रकाशित करवा कर छोटे समाचार पत्र में प्रकाशित किया जाता और उसपर पत्रकार से कमीशन लिया जाता है। बाकी प्रधान की ईमानदारी जग जाहिर है। अब जरा विचार करें की प्रधान कितना ईमानदार है जिससे पत्रकार गले पर चाकू रखकर पैसा वसूल रहा है।
दूसरा कोटेदार। कोटेदार की क्या बात करें हर दिन अखबार में खबरे में हैं कि कोटेदार कितना ईमानदार है।
तहसील और ब्लॉक पर तो ईमानदारी के इनके बाप बैठे हैं।
चलिये मान लेते हैं कि पत्रकार ने वसूली की लेकिन किससे, उन्ही से न जो भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हैं।
बात समझ मे नही आती की अगर प्रधान, कोटेदार, तहसील और ब्लॉक के कर्मचारी पत्रकारों से इतना त्रस्त है तो मुकदमा क्यो। नही दर्ज करवाते जो वसूली कर रहा है उसके खिलाफ। आज तक कोई नही मिला जो बोले की भाई मैं बड़ा ईमानदार हूँ लेकिन पत्रकार हमे लूट रहे हैं। पीड़ित स्वयं शिकायत नही करता बल्कि विधायक से करवाता है, अब बात समझ मे नही आती की क्या सच मे कहीं कोई पीड़ित है या ये विधायक की बौखलाहट है।
अरे बुद्धिमान विधायक जरा अक्ल लगाते तो बात समझ मे आ जाती समस्या पत्रकारों में नही तहसील से ग्रामसभा तक के तंत्र में है।
लेकिन विधायक तो मद में खोये है उन्हें होश कहाँ है। अभी कुछ दिन पूर्व पत्रकारों से इन्होंने बदशलूकी की जिसपर इनकी बहुत भद्द पिटी और इनका चहेता इंस्पेक्टर रुधौली थाने से हटा दिया गया, उस घटना की मजिस्ट्रेटियल जांच चल रही है। विधायक ने जिला प्रशाशन पर दबाव बनाकर अब तक अपने ऊपर मुकदमा दर्ज नही होने दिया है।
लेकिन उस घटना से कुछेक पत्रकारों को छोड़कर जनपद के सभी पत्रकारों ने विधायक से मिलना छोड़ दिया है जिससे विधायक की साख जनपद में गिर रही है।
साख गिरने से बौखलाये विधायक ने बौखलाहट में बेहूदा प्रश्न उठाकर पूरे प्रदेश के पत्रकारों के सम्मान को ठोकर मार दी है। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन बस्ती विधायक के कदम की निंदा करता है।

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