मार्केटिंग पैंतरा है अमिताभ का कॅरोना

दोलत्ती

: डॉक्‍टर अगर साक्षात भगवान है तो नानावटी अस्‍पताल की क्‍या जरूरत, अमिताभ किसी पीएचसी या सिविल अस्‍पताल में भर्ती हो होकर देखें : इस उम्र और इतने बुरे समय में ये जालसाजी क्यों ?:
पीपी चौहान
आगरा : क्या अमिताभ बच्चन नानावटी हॉस्पिटल के खराब होते नाम को बचाने के लिए जानबूझ कर वहाँ भर्ती हुए है ? क्या नानावटी हॉस्पिटल बहुत ज्यादा बिल बनाने और गलत इलाज़ के लिए कुख्यात हो रहा था ? नानावटी अस्‍पताल में भर्ती और अपने वीडियो संदेश में नानावटी अस्‍पताल का जिक्र अमिताभ बच्‍चन ने क्‍या अपने आर्थिक हितों के तहत किया है ?
खुद अमिताभ बच्चन रेडियंट ग्रुप के बड़े इन्वेस्टर है और नानावटी हॉस्पिटल रेडियंट ग्रुप का है। बच्चन परिवार के पास जुहू में 3 बंगले है। उसमें करीबन 20 कमरे है। क्या वो होम क्वारंटाइन नहीं हो सकते थे?
जानकारी के हिसाब से उनके घर में मिनी आईसीयू सेण्टर भी है। हफ्ते के सातों दिन और चौबीसों घंटे तक उनके घर डॉक्टर भी मौजूद रहता है। इसके बावजूद क्‍या कारण है कि अमिताभ बच्‍चन अपने घर में बने निजी अस्‍पताल के बजाय नानावटी अस्‍पताल की शरण ली ? सवाल यह भी है कि बिग बी और छोटे बच्चन दोनों को माइल्ड या asympetamatic कोरोना है । बिग बी रोज अपने ट्वीट में नानावती हॉस्पिटल को धन्यवाद देते है।
मेरा कहना है , बिग बी 2 दिन सिविल हॉस्पिटल में भर्ती हो के देखो।
ये सब नाटक क्यों ? सवाल ये है बिग बी जैसा व्यक्तित्व इस उम्र में इतने बुरे समय में ये जालसाजी क्यों?
अगर ऐसा है, तो यह बड़े पैमाने पर लोगों की आँखों में धूल झोंकी जा रही है।
( पीपी चौहान आगरा से प्रकाशित दैनिक सवेरा में स्‍थानीय सम्‍पादक हैं। )

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