: 80 फीसदी मुस्लिम मतदाताओं वाले देवबंद पर केसरिया झंडा फहराया : यह जीत भाजपा या हिन्दुत्व की नहीं, बल्कि इंसाफ की है : कठमुल्लों की जागीर में मुस्लिम बहनों ने संविधान को सैल्यूट किया :
कुमार सौवीर
लखनऊ : देवबंद का चेहरा कट्टरवाद का प्रतीक है। सख्त हिदायतों वाले अलम को थामने वाले संस्थान का चेहरा है देवबंद। बरेलवी सम्प्रदाय की विचारधारा के ठीक विपरीत। लेकिन इसी देवबंदी विचारधारा वाले आधार पर केसरिया रंग की होली के हंगामा क्या हुआ, वाकई हंगामा ही हो गया।
जी हां, केवल यूपी और भारत ही नहीं, बल्कि भारतीय उपमहाद्वीप क्षेत्र में पसरी पूरी मुसलमान जमात में देवबंदी विचारधारा का स्थान बेहद अहम माना जाता है। दो मुसलमान विचारधाराओं में से एक और बरेलवी गुट के ठीक विपरीत देवबंद की पहचान कट्टरवादी सोच का प्रतिनिधि माना जाता है। केवल देवबंद मुस्लिम संस्थान ही नहीं, बल्कि इस नाम पर बने विधानसभा क्षेत्र में भी देवबंद का मतलब केवल देवबंदी विचारधारा का मूल स्रोत माना जाता है।
लेकिन इसी देवबंदी विचारधारा वाली इस चुनाव क्षेत्र में भाजपा का झंडा फहरा दिया जाना वाकई न केवल दिलचस्प, जिज्ञासु-परक ही नहीं, बल्कि राजनीति तथा मतदाताओं की सोच की परख-समझ रखने वालों को हैरत में डाल गया। इस क्षेत्र को मुसलमान का गढ़ माना जाता था, वहां अब हिन्दुत्व की मोटी परत चढ़ जाना कई गम्भीर सवाल खड़ा कर देता है। जिनमें से पहला तो यह कि क्या वाकई अपनी और बेहद कट्टर विचारधारा की जमीन में आखिरकार किस आधार ने एक जबर्दस्त खाई खोद डाली।
इस सवाल का जवाब है कि खुद मुस्लिम महिलाओं ने।
जी हां, इस क्षेत्र के कट्टर और सख्त धार्मिक जमीन में खुद उन मुस्लिम महिलाओं ने बगावत कर दी है, जो इस्लाम का इस्तेमाल धर्म के संरक्षण के लिए नहीं, बल्कि खुद को इस्लामी मर्दों की जागीर मारते हुए अपनी ही मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ कट्टर प्रतिबंध लगाते हैं। नतीजा साफ है, मुसलमान महिलाओं ने इस बार पहली बार अपने हक-ओ-हुकूक के लिए मुस्लिम मर्दों की जागीर के खिलाफ बगावत कर दी, और पाक-इस्लाम की साफ-सफाई कर वहां केसरिया झंडा फहरा दिया।
प्रमुख न्यूज पोर्टल मेरी बिटिया डॉट कॉम ने इस बारे में कई मुस्लिम महिलाओं पर लम्बी बातचीत की। इन सभी महिलाओं ने हल्के-फुल्के अंतर के बावजूद यह मान लिया कि आखिर देवबंद ही नहीं, बल्कि पूरे यूपी की सारी सीटों पर भाजपा की जीत का मूल कारण मुस्लिम महिलाओं की सक्रियता ही रहीं।
मेरी बिटिया डॉट कॉम इस प्रकरण पर लगातार मुस्लिम महिलाओं से बातचीत कर रही है। इससे निकले नतीजों पर हम आपको लगातार आपकी सेवा में प्रस्तुत करते रहेंगे।
ऐसी खबरों को देखने के लिए आप लगातार देखते ही रहिये: