: योगी से भी छुपाया, इनकार करते ही रहे: राजनाथ सिंह के कान में चुपके से असलियत फंक डाली डीएम गंगवार ने : कनफुन्सी और चालाकी ने भी सत्ता-नौकरशाही की नाक कटवा दिया, एलडीए शातिर चूहे से निकल भागा :
कुमार सौवीर
लखनऊ : यह हैं यूपी के डीजीपी। पूरा नाम है देवेंद्र सिंह चौहान।आप गौर से देखिए तनिक, कि इस फोटो में चौहान जी मुख्यमंत्री योगी को गुलदस्ता थमा कर अपनी कुर्सी बचाये रखने की अरदास जैसा भाव तैरते दिख रहे हैं। अंदाज़ यह भी है कि वे ड्यूटी पक्का करेंगे, और योगी तथा प्रदेश को तसल्ली-बख्श माहौल बनाएंगे।
लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। एलडीए के लोगों ने तो राजधानी के वजीर हसन रोड पर बनी एक बहु-मंजिली इमारत में अवैध खोदाई पर अपनी नजर ही बन्द कर दिया, जिससे कल शाम यह इमारत भरभरा कर मलबा में तब्दील हो गयी। खबर है कि इस घटना में तीन लोगों की लाश पुलिस ने बरामद कर लिया है, जबकि करीब ढाई दर्जन लोग बुरी तरह से घायल हो कर अस्पताल में भर्ती कराए गए है।
लेकिन घटना से चंद कदमों दूर पर रहने वाले डीजीपी डीएस चौहान को इन बेमौत मारे गए लोगों की भनक तक नहीं लग पाई। साफ इंकार कर दिया चौहान ने की कोई भी मौत नहीं हुई है इस हादसे में। यह शर्मनाक हरकत बेहद अराजक पुलिस की करतूत ही मानी जा रही है।
यह शर्मनाक तब रहा जब लखनऊ के डीएम को इन मौतों की भनक साढ़े आठ बजे ही मिल गयी थी। इतना ही नहीं, डीएम सूर्यपाल गंगवार ने यह खबर डीजीपी को पहुंचाने के बजाय सीधे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कानों में फूंक दिया। नतीजा, आनन-फानन रजनाथ सिंह ने डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान के बयान की नाक काटते हुए ट्वीट कर दिया कि इस हादसे में कुछ लोगों को हमने खो दिया है।
अब योगी के बजाय चूंकि राजनाथ सिंह ने यह मौका बरास्ते लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार ने झपट लिया है। जाहिर है कि चौहान तब से केवल डींगें ही हांक रहे थे, और अब केवल अपने गाल को बारंबार सहलाने में जुटे हैं।
झूठ, अमानवीय, अराजकता और क्रूर दायित्व-हीनता वाली इस भयावह और घटिया बयानबाज़ी के चलते पूरे मामले में योगी, राजनाथ सिंह, डीएस चौहान और डीएम सूर्यपाल गंगवार के इस लफड़े से जाहिर हैं कि किसी न किसी नतीजे पर तो पहुंचेंगे ही, लेकिन इस आपाधापी में एलडीए वाले किसी शातिर चूहे की तरह जरूर भाग सरकेंगे।