इला भट्ट को मिला पहला ग्लोबल फेयरनेस इनीशियेटिव अवार्ड
हिलेरी क्लिंटन ने की उनके योगदान की सराहना
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में इला का योगदान अप्रतिम
सेवा संस्था की संस्थापक हैं श्रीमती इला भट्ट
पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और अफगानिस्तान में ही बोलती है उनकी तूती
केवल बौद्धिक पलायन और व्यवसाय ही नहीं, समाजसेवा के क्षेत्र में भी भारतीयों ने अब पूरी दुनिया के सामने झंडे गाड रखे हैं। ताजा मामला है महिलाओं के सशक्तिकरण को समर्पित इला भट्ट का। इला भट्ट महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों में एक सशक्त हस्ताक्षर हैं। सेवा नामक संस्था की संस्थापक इला भट्ट को मंगलवार को अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने सम्मानित किया। श्रीमती हिलेरी ने श्रीमती भट्ट को पहला ग्लोबल फेयरनेस इनीशियेटिव अवार्ड दिया है। उन्हें पहले भी देश-विदेश में सराहनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया जा चुका है।
गौरतलब है कि श्रीमती भट्ट को पहला उन्होंने केवल भारत ही नहीं, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की महिलाओं के बीच भी खूब पहचानी जाती हैं। भारत के सेल्फ इम्प्लाइड वीमेंस एसोसियेशन यानी सेवा नाम की संस्था के तहत इलाभट्ट ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उल्लेखनीय योगदान किया है।
सेल्फ.एंप्लायड वुमेंस एसोसिएशन सेवा ने भारत में 10 लाख से अधिक महिलाओं को स्वरोजगार में मदद की है। यहां केनेडी सेंटर में आयोजित अवार्ड समारोह में क्लिंटन ने कहा कि भट्ट न केवल भारत में बल्कि दक्षिण अफ्रीकाए पाकिस्तान और अफगानिस्तान में महिलाओं की मदद की और अन्य लोगों को स्वरोजगार शुरू करने की प्रेरणा दी।
उन्होंने कहा कि भारत और विशेषकर भारतीय महिलाओं के विकास में उनके योगदान को देखते हुए मुझे पहला ग्लोबल फेयरनेस अवार्ड मेरी मित्र इला भट्ट को प्रदान करते हुए काफी खुशी हो रही है।