: देवरिया के बरहज वाले एमएलए का नाम पर गालियां देने और खौखियाने के लिए विश्व-विख्यात : बात-बात पर गालियां, और अक्सर हाथ-पांव भी चला देते हैं विधायक जी : जनता को हड़काते हैं कि, मैं एसटी डॉन हूं माधर… :
कुमार सौवीर
देवरिया : पहले उनको वोट दो, फिर सम्मान दो, उनका प्रचार को, उनको जिताओ, और फिर जब वे जीत जाएं तो उनकी गाली खाओ। सरेआम। इतना ही नहीं, जब विधायक जी का मूड बिदक जाए, तो उनकी गालियों के साथ ही साथ उनके जूते, थप्पड़, कण्टाप और लतखोरी भी कराओ।
यह हालत है भाजपा का कमाल विधायक का। देवरिया के बरहज विधायक एसटी डॉन के तौर पर कुख्यात सुरेश तिवारी जी अपने मुंह में पान नहीं, झकाझोर गालियां चबाते-चलाते हैं। इसके पहले भी एक बड़े महंत को सरेआम पीट चुके हैं एमएलए साहब सुरेश तिवारी जी। एक स्थानीय पत्रकार का कहना है कि स्थानीय विधायक के मुंह में अब गालियां ही गालियां भरी हैं। दिमाग से लेकर जुबान तक शुभ-अशुभ गालियां। गंदी गालियां। अश्लील गालियां। बेहूदा गालियां। आहत कर देने वाली गलियां और सुनने वाले का सिर शर्म से झुका देने वाली गालियां।
दो दिन पहले यहां के एक बूथ कमेटी अध्यक्ष को जिस तरीके से सुरेश तिवारी ने गालियां दी है वह भाजपा जैसी खुद को शुचिता वाली संकल्प की पार्टी पर कलंक से कम नहीं है। मामला है पांडे गांव का। यहां भाजपा के बूथ अध्यक्ष हैं मनोज विश्वकर्मा। मनोज का गांव के ही एक दूसरे व्यक्ति से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। अब यह तो पता नहीं है इस पूरे मामले में गलती किसकी है। लेकिन इतना जरूर है कि जब मनोज विश्वकर्मा इस मामले को लेकर थाने पर पहुंचे तो पता चला कि थानेदार ने विधायक के इशारे पर इस मामले पर कोई भी कार्रवाई करने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं, पुलिस का कहना था कि विधायक ने स्पष्ट निर्देश जारी कर रखे थे कि अगर मनोज थाने पर आएं तो उसे लतिया कर बेइज्जत करते हुए निकाल बाहर कर दिया जाए।
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कहने की जरूरत नहीं कि जब इस मामले पर मनोज में सीधे विधायक सुरेश तिवारी से फोन कर बातचीत करने की कोशिश की तो सुरेश तिवारी हत्थे से उखड़ गये। इतना ही नहीं, जितनी गाली भी उनके शब्दकोश में दर्ज थी, उन सब के सब ओरिजिनल गालियां उन्होंने फोन पर मनोज विश्वकर्मा के चेहरे पर फेक मारी। वैसे इस बारे में हमारे प्रमुख न्यूज़ पोर्टल मेरी बिटिया डॉट कॉम ने जब सुरेश तिवारी का पक्ष जानने की कोशिश की तो सुरेश तिवारी ने पहले तो कहा अगर गाली खाने वाला काम करेगा तो गाली ही मिलेंगे। लेकिन बाद में सुरेश तिवारी अपनी बात से पलट गए और बोले कि वह कभी भी गाली गलौज की भाषा के इस्तेमाल नहीं करते हैं। सुरेश तिवारी का दावा है कि वह इस मामले में पूरी तरह निर्दोष हैं और उन्हें उनके विरोधी फंसाने की साजिश कर रहे हैं। इतना ही नहीं, सुरेश तिवारी का कहना था कि उनके विरोधियों ने मिलकर उनके खिलाफ दैनिक हिंदुस्तान में एक खबर छपवा ही है। जिसके खिलाफ सुरेश तिवारी हिंदुस्तान अखबार के संवाददाता पर मुकदमा करने की नोटिस जारी कर चुके हैं।
बहरहाल, आप सुनिए कि सुरेश तिवारी ने क्या कहा था मनोज विश्वकर्मा से :-