कुमार सौवीर, आपकी सोच गलत है। माफी मांगो

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: हरदोई में पत्रकार की पिटाई और हुए हंगामा पर एक पत्रकार ने पैरवी की है मुन्‍ना शुक्‍ला के पक्ष में : कई करोडों सम्‍पत्ति के मालिक है जी-टीवी वाले आनन्‍द शुक्‍ला : मैसेज को तत्‍काल डिलीट कीजिए और दादा से माफी मांगिये कुमार सौवीर :

इसरार अहमद

हरदोई: कुमार सौबीर भाई। आपका लिख हुआ लेख पढ़ा जिसमे मेरे अदरर्णीय दादा आनन्द प्रकाश उर्फ मुन्ना शुक्ला के सम्बन्ध में भरमक प्रचार किया गया है।

कुमार जी, ऐसा प्रतीत होता है ये लेख अपने कही से कॉपी किया जो की पढ़ने से प्रतीत हो रहा है। अगर आप ने लिखा है तो सारा सर गलत है। किसी ने ईर्ष्या वास अपनी ईर्ष्या को चरितार्थ किया है जो की सिरे से ही गलत है।

सौबीर जी, अगर आप ने ये लिखा है तो मै अन्य पत्रकारो के � �ारे में तो नहीं जानता हु लेकिन मुन्ना दादा के बारे में लिखे गए वाक्य साजिश से ओत प्रोत है। अब आप की जानकारी वैसे ही गलत है जैसे आप की खबर गलत है और आपकी सोच भी गलत है। मुन्ना दादा के साथ मुकेश अग्रवाल की पार्टी में शहर के नामचीन लोफर लफंगे गुडे को साजिशन भीढ़ दिया कल्लू रस्तोगी ने नशे में दादा से भीड गया और पिस्टल छीनने का प्रयाश करने लगा उशी में उशी झिनझाएटी में शयद फायर हुए हो। लेकिन � �� उशी तारिखें से सत्य है जैसे मेरा कथन सत्य है। दादा पीटने वाले नहीं पीटने वाले रहे है इसको नाकारा नहीं जा सकता है लेकिन उस दिन पुलिस की कारवाही किसी दबओ वस करवाई गये थी क्योंकि पुलिस ने आकर दोनों लोगो को पकड़ लिया और मौके के घटना की सत्यता की जाँच नहीं की वरना दादा पर लगे आरोप गलत साबित हो जाते और वो गुंडा मुजरिम सिद्ध हो जाता और इस घटना से दादा के प्रति समाज मे सहानुभूति और सम्मान म� �ं बढ़ोतरी हुई है ये उसी तरिके से सत्य है जैसे की आपकी जानकारी असत्य है

कुमार सौवीर जी। मुन्‍ना दादा वीर पुरुष है शयद आपको उनकी वीरता से भरी बच्चा जेल कांड व अन्य साहसिक कर्यो की जानकारी नहीं है  और इस घटना से दादा के प्रति समाज मे सहानुभूति और सम्मान में बढ़ोतरी हुई है ये उसी तरिके से सत्य है जैसे की आपकी जानकारी असत्य है

श्री कुमार जी दादा के बारे में आपकी जानकारी के लिए बात दू की वो 51 वर्ष के है और कई करोडो की पैतृक सम्पति के मालिक है और दलाली करने वाले नहीं हा लेकिन ये सत्य है की वो कई वर्षो से 100 दो सॉ रूपये की ब्रेड कुतो और सांडो गाय पर प्रति दिन खिलते है और गरीबो मददग़ार है उनकी ये आदत अधिकारयों नेतओ सहित पूर जिले के लोग  जानते है लेकिन कूटनीति और राजनीति ने भगवान राम को भी 14 वर्ष का बनवास करा  दिया था

ये बात भी उतनी सत्य है जितनी की आप के द्वारा लिखी बाते असत्य है !!कुमार जी आपके असत्य लेख को पढ़कर मानसिक व हार्दिक कास्ट हुआ की आपने दादा का मूल्यांकन काफी हलके में किया दादा का मोबाईल नबर है आनन्द शुक्ला    हा ये सत्य है की दादा दिल के साफ़ और मस्त इंसान है और समाज के हर वर्ग में उनका मैत्री पूर्ण स्थान है श्री कुमार जी मेरी राय में आपको इस मैसेज को डिलिट कर दादा से अपनी गलती की माफी मा� �� लेनी चाइये क्योंकि जो की इन्शान वही महान होता है जो अपनी गलती को स्वीकार कर लेता है हमे आशा है की  मेरी भबनाओ को समझ कर  महान बनने की कोशिश करेगे कुमार जी क्षमा मागने से इंसान छोटा नहीं हो जाता है !!!

वैसे तो आपकी मर्जी कुछ भी करे कुमार जी लेकिन यह हमेश ध्यान रखे अहकार ठीक चीज नहीं है

इसरार अहमद स्वतंत्र पत्रकार हरदोई 8874158000

( यह पत्र किसी इसरार अहमद ने भेजा है। इसके तथ्‍य बताते हैं कि इसमें आनन्‍द शुक्‍ला मुन्‍ना की पैरवी में लिखा है और मुन्‍ना के बारे में अपनी राय और पक्ष रखने की कोशिश की है। हम इस पत्र को जस का तस प्रकाशित कर रहे हैं। इसमें आपको इतना जरूर अहसास हो जाएगा कि हरदोई के पत्रकाारों की शैली, वर्तनी यानी स्‍पेलिंग, पंक्‍युएशन और कहने का लहजा कैसा है।)

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