रिपब्लिकन पार्टी के कड़े विरोध के चलते लटका था मामला
: भारत के करीबी मानी जाती हैं सुजैन राइस : बेनगाजी आतंकी हमले को लेकर हुआ था हल्ला : जाते-जाते डोनिलन की खूब तारीफ कर गये बराक :
वाशिंगटन : संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत सुजैन राइस अमेरिकी राष्ट्रपति बाराक ओबामा की नई राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार होंगी। सुजैन टॉम डोनिलन की जगह लेंगी। डोनिलन इस पद से इस्तीफा दे रहे हैं। ओबामा इस बारे में औपचारिक ऐलान बाद में करेंगे। लेकिन इसी बीच बराक ओबामा की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि बराक ने अपने निवर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टॉम डोनिलन की सराहना की है, उनका कहना है कि उनके चलते ही भारत जैसी उभरती शक्तियों के साथ रिश्ते मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है।
वाइट हाउस से एक मिली खबर के मुताबिक 58 साल के डोनिलन जुलाई की शुरुआत में पद छोड़ रहे हैं। ओबामा की करीबी माने जाने वाली 48 साल की सुजैन विदेश मंत्री के तौर पर राष्ट्रपति की पहली पसंद मानी जा रही थीं, लेकिन रिपब्लिकन की ओर से कड़ा विरोध दर्ज कराने की वजह से वह इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त नहीं हो सकीं।
बेनगाजी आतंकवादी हमले को लेकर सुजैन के बयान को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद के लिए सेनेट की पुष्टि की जरूरत नहीं है। सुजैन भारत के साथ मजबूत रिश्तों की पैरोकार मानी जाती हैं। ओबामा ने सुजैन राइस को डोनिलन का उत्तराधिकारी बनाने का ऐलान किया है। जुलाई के शुरू में डोनिलन की जगह राइस नई राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनेंगी।
विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा में डोनिलन की भूमिका की सराहना करते हुए ओबामा ने कहा कि उन्होंने यूरोप से एशिया तक रिश्ते मजबूत कर अमेरिकी ताकत को बढ़ाने में, प्रमुख शक्तियों के साथ रिश्ते गहरे करने में जाने में, ऊर्जा भागीदारी और नए कारोबारी समझौतों को आगे ले जाने में अहम भूमिका निभाई।
ओबामा ने व्हाइट हाउस में कहा, ईरान के खिलाफ कड़े प्रतिबंध, इस्राइल के साथ सैन्य और खुफिया सहयोग, रूस के साथ नई स्टार्ट (स्ट्रैटेजिक आर्म्स रिडक्शन ट्रीटी) से लेकर भारत जैसी उभरती शक्तियों के साथ गहरी भागीदारी, खाड़ी देशों के साथ मजबूत रिश्ते बनाने में हर कदम पर टॉम बहुत महत्वपूर्ण रहे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने खास तौर पर एशिया प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी नेतृत्व को नए सिरे प्रभावी बनाने में डोनिलन की मदद की सराहना की।