मासूम बच्चियों के साथ नहीं थम रही यूपी में दरिंदगी

सैड सांग

मुजफ्फरनगर में पुजारी ने किया किशोरी से दुष्‍कर्म
देवरिया में नाबालिग किशोरी बनी दरिंदों का निवाला
अब तक बरामद नहीं हुई श्रावस्‍ती की अपहृत किशारी
लखनऊ: यूपी में महिलाओं और मासूम बच्चियों के प्रति अपराध फिलहाल रूकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। पिछले करीब 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कम से कम दो वारदातें ऐसी हुई जो किसी भी सभ्‍य समाज को शर्मिंदा कर सकती हैं।

पहली घटना में तो एक पुजारी के वेश में दरिंदे ने एक नाबालिग किशोरी के साथ दुष्‍कर्म किया। यह वारदात मुजफ्फर नगर में हुई।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार शहर में भनोत कस्बे के स्थानीय मंदिर के पुजारी ने एक नाबालिग लड़की को कथित रूप से अगवा करके उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने आज कहा कि 35 वर्षीय पुजारी को गिरफ्तार कर लिया गया और एक स्थानीय अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया । 
अभियोजन पक्ष के अनुसार, बालकृष्ण ने 17 वर्षीय लड़की का पहले तो अपहरण किया और फिर उसके साथ आठ महीने तक बलात्कार किया जिससे वह गर्भवती हो गई।
लड़की के पिता की तरफ से दायर की गई शिकायत पर पुलिस ने इस पुजारी को गुड़गांव से गिरफ्तार किया, जहां वह अपहृत लड़की के साथ रह रहा था। पुलिस ने उसके कब्जे से लड़की को मुक्त कराके उसे चिकित्सकीय जांच के लिए भेजा है।
उधर देवरिया जिले में बारह साल की एक दलित लड़की से बलात्कार का मामला में आया है। खबरों के अनुसार देवरिया जिले के खामपार इलाके में 12 वर्षीय एक दलित लड़की से उसके पड़ोसी द्वारा बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है।
पुलिस ने बताया कि खामपार बाजार में मंगलवार की रात मनोज नाम के एक व्यक्ति ने दलित लड़की को घर में अकेले देख उससे बलात्कार किया। इस संबंध में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनोज को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एक अन्‍य घटनाक्रम में करीब छह महीना पहले नेपाल से सटे श्रावस्‍ती जिले से अपहृत हुई एक बालिका का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। बताया जाता है कि जिले के इकौना थाना क्षेत्र के भटपुरवाकला गांव से छह माह पहले एक नाबालिग बालिका को कुछ लोग बहला-फुसलाकर भगा ले गए और उसे बेच दिया। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर पुलिस ने पति-पत्‍‌नी समेत आठ पर अपहरण का अभियोग दर्ज कर विवेचना शुरू की। बालिका की बरामदगी और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें भी गठित की गई।
थाना क्षेत्र के भटपुरवाकला गांव से 13 दिसंबर को गांव के ही कुछ लोग एक 16 वर्षीय बालिका को बहला-फुसलाकर भगा कर उसे कहीं बेच दिया। थाने पर घटना के संबंध में तहरीर दी गई, लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। अपहृता की मां सुशीला देवी ने डीएम और एसपी से न्याय की गुहार लगाई। जिस पर पुलिस अधीक्षक डा. वी.बी. सिंह ने इस मामले में इलाकाई थाने की पुलिस को मुकदमा दर्ज कर बालिका की बरामदगी के निर्देश दिए। पुलिस ने एसपी के आदेश पर गांव के ही नानबाबू, गोली व राजेंद्र पुत्रगण राम लखन, बलराज पुत्र प्यारे व उनकी पत्‍‌नी व पुत्र राजमणि,राम लखन पुत्र बुधराम के अलावा सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज थानांतर्गत कुंडी गांव निवासी संजय पुत्र बुझारत के विरुद्ध अपहरण व लड़की बेचने का अभियोग दर्ज कर विवेचना शुरू की। किन्तु अभी तक न तो बालिका की बरामदगी हो सकी है और न ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी। थाना प्रभारी राम बली राय ने बताया कि शीघ्र ही बालिका को बरामद कर लिया जाएगा। संभावित ठिकानों पर पुलिस दबिश दे रही है।

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