बच्चियों के मामले में बदनाम राज्य ने बदली करवट
बाल व महिला चेतना समिति का प्रशंसनीय प्रयास
चित्तौड़गढ़ में सुलझायी जा रही है कन्याओं की संख्या
चित्तौडग़ढ़ | राशमी क्षेत्र के भालोटा की खेड़ी में बाल व महिला चेतना समिति द्वारा बालिका जन्मोत्सव मनाया गया।
अध्यक्ष तारा अहलूवालिया ने कहा कि संस्था समाज से घटती बालिकाओं की संख्या को लेकर गतिविधियां करती रही है। संगठन कानून के प्रभावी क्रियान्वयन एवं लोगों की मानसिकता बदलना, दोनों स्तर पर काम कर रहा है। आज समाज में चाहे जितना वैज्ञानिक व तकनीकी विकास हुआ है, लेकिन समाज में आज भी पितृ सत्तात्मक सोच के साथ महिलाएं दोयम दर्जे पर हैं। गांव में आज भी बालिकाओं को बेटे के बराबर आगे बढऩे के मौके नहीं देते, इस कारण बालिकाओं की संख्या कम है। बेटियों को जन्म देने वाली महिलाओं का बुजुर्ग महिलाओं ने स्वागत किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंजू का सहयोग रहा। संचालन कुसुम पानेरी ने किया।