फर्जी चैनलों की दलाली, कूटे गये राजा बनारस

बिटिया खबर

: गरीबों को रोटी खिलाने वाली महिला को वेश्‍या करार दे दिया इस पत्रकार ने, उनको सरेआम जूते मारो : काशी में गली-गली छुछुआते दिख जाएंगे ऐसे कुल-कलंक : मड़वाडीह थाने में महिला ने संगीन आरोपों के तहत दर्ज करायी एफआईआर :
कुमार सौवीर
लखनऊ : कोरोना-काल के दौरान काशी में फंसे या गुजर रहे बेसहारा मजदूरों को रोटी खिलाने के अभियान में जुटी एक महिला ने वाराणसी के एक पत्रकार पर संगीन आरोपों के तहत एक एफआईआर दर्ज करायी है। आरोप है कि यह पत्रकार उस महिला की संस्‍था से मोटी उगाही करना चाहता था। लेकिन जब यह उगाही नहीं हो पायी तो उस पत्रकार ने उस महिला के खिलाफ चरित्र-हनन शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, यह पत्रकार उसके घर भी जा धमका और अब ऐलानिया कह रहा है कि यह महिला का सेक्‍स-रैकेट चलाती है।
यह महिला है राष्ट्रीय रोटी बैंक की संस्थापिका पूनम सिंह। पूनम सिंह पिछले कई बरसों से गरीबों और असहाय लोगों को भोजन कराने के अभियान में जुटी हुई हैं। पूनम सिंह के इन प्रयासों को वाराणसी के जिलाधिकारी समेत अनेक अधिकारियों ने स्‍थलीय निरीक्षण भी किया है। जबकि एक अनाम से अखबार जागरूक एक्‍सप्रेस को खुद का रोहनिया संवाददाता होने का दावा करने वाले अनुराग पाण्डेय ने पूनम सिंह के घर छापामारी की, और उनके कामकाज व संस्‍था के कागजों पर गहरी पड़ताल की। हालांकि अनुराग पांडेय ने दोलत्‍ती संवाददाता को बताया वे शहर में राहत बांटने वाली संस्‍थाओं के साथ मिल कर संयुक्‍त अभियान छेड़ना चाहते थे। हैरत की बात तो यह भी है कि जागरूक एक्‍सप्रेस नाम के किसी अखबार को बनारस का कोई आदमी जानता ही नहीं। और दिलचस्‍प बात तो यह है कि अनुराग पांडेय ने खुद ही दोलत्‍ती संवाददाता को बताया कि उनकी आय का कोई जरिया नहीं है, और वह अखबार उनको कोई वेतन भी नहीं देता है, सिवाय विज्ञापन कमीशन के।
हैरत की बात है कि पूनम सिंह की संस्‍था मड़ुआडीह में है, जबकि पत्रकार अनुराग पांडेय का कार्यक्षेत्र रोहनिया है। लेकिन हैरत की बात है कि इसके बावजूद अपने क्षेत्र के बाहर जाकर अनुराग ने छापामारी शुरू कर दी। आरोप है कि अनुराग ने पूनम सिंह से मोटी रकम उगाहने की साजिश की थी। लेकिन जब यह रकम नहीं मिल पायी, तो अनुराग ने पूनम सिंह पर चारित्रिक हनन की कुत्सित कोशिश की। हैरत की बात है कि वाराणसी में ऐसे कुकुरमुत्‍ते जैसे लोग बहुत तेजी से उगने-फनफनाने लगे हैं, जो दिन भर तहसील, स्‍कूल, थाना-चौकिंयों में दलाली के लिए मुर्गे फांसा करते हैं। एक पक्ष यह भी है कि अनुराग की ऐसी कुटाई में ऐसे ही कुछ कुकुरमुत्‍तों जैसे लोगों ने भरे बाजार कर दी है। वजह वही कि मोटी अवैध उगाही वाली कमाई में बंदरबांट। आपको बता दें कि अनुराग पांडेय खुद को किसी राष्‍ट्रीय पत्रकार परिषद का प्रदेश अध्‍यक्ष भी बताता है। यानी ऐसे पत्रकारों की करतूतें अब सिर के ऊपर से बाहर निकल चुकी हैं।
कुछ भी हो, ऐसे पत्रकारों का जायजा लेने के लिए आपको अनुराग की करतूतों पर एक नजर डालनी पड़ेगी। दिलचस्‍प यह है कि अनुराग पांडेय न जाने किस-किस चैनल की माइक-आईडी लेकर धंधा कर रहे हैं। जरा देखिये तो कि अपनी करतूत के बारे में अनुराग पांडेय ने दोलत्‍ती संवाददाता को वाट्सऐप पर जो खबर भेजी है। न भाषा है, न प्रवाह है, न वर्तनी और न ही व्‍याकरण। उसको पढ़ कर ही आपको अनुराग की पत्रकारिता का जायजा मिल सकता है।
“एक महिला ने पत्रकार पर लगाया आरोप चौकी इंचार्ज ने बिना आधार के लिखा मुकदमा
वाराणसी- राष्ट्रीय रोटी बैंक की संस्थापिका पूनम सिंह जो कि अच्छा कार्य कर रही थी लेकिन लॉक डाउन का उल्लंघन कर कहि भी लोगो की भीड़ एकत्रित कर खाना बांट कर जिलाधिकारी के आदेशों की धज्जियां उड़ा रही है अपना स्वयं का प्रचार करने के लिए फेसबुक पर लाइव दिखा रही थी।
जब संवाददाता को पता चला तो संवाददाता और राष्ट्रीय पत्रकार परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अनुराग पाण्डेय ने इनके कार्य से प्रभावित होकर इनका इनका इंटरव्यू लेने इनके घर पहुंचे जहां इनके पति मुस्तफा भी उपस्थित थे पत्रकार को कई लोगो ने बताया व आगाह किया था कि उनके घर मत जाईये वहाँ सेक्स रैकेट चलता है लेकिन उनके कार्यो से प्रभावित होकर पत्रकार व कैमरा मैन इनके डीरेका स्तिथ आवास संख्या 557 पर पहुंचे महिला बहुत संभ्रांत घर की लग रही थी लेकिन जब पत्रकार को उन्होंने जिस कमरे में बैठाया वो कमरा ही कुछ अलग सा प्रतीत हो रहा था उनके पति मुस्तफा जी से पत्रकार अनुराग पाण्डेय ने पूछ ही लिया कि यह ऐसा रूम किसलिए तो जवाब मिला की ये एक पार्लर है यहाँ बहुत ही अच्छी मसाज होती है तब पत्रकार को शक हुआ तो वो उसने संस्था के पेपर मंगवाये संस्था के सभी मनोनीत लोग निष्क्रिय है और संस्था एक फ़र्ज़ी रूप से चल रही है ये बात ज्ञात होते ही पत्रकार ने कहा कि मैंम को बुलाइए तब मैम जिन कपड़ो में आई उससे ही प्रतीत हो गया की ये संस्था के नाम पर कुछ और भी होता है जब पत्रकार ने इन्हें समझाने की कोशिश की तो पहले पूनम ने अपने पहनावे को ढीला कर कुछ अजीब से इशारे कीये पत्रकार ने तुरंत कैमरे को बंद करवाया और पूनम व मुस्तफा जी से पेपर सही कराकर और संस्था के पेपर को सही करवाइये व एक वेबसाइट बनवाइये तो उन्होंने इसके लिए मुझसे कहा कि आप ही बनवा दीजिये पहले तो पत्रकार तैयार नही हुआ लेकिन काफी विनती करने पर एक व्यक्ति से अनुराग ने बात कर डोमेन बुक करवाया व साफ कहा कि अगर बुक हो जाता है तो आपको गूगल को पेमेंट करना होगा और बाकी का पैसा आप कभी भी दे सकती है तो बोली कि ठीक है आपको शाम को डोमेन का पैसा दे देती हूं।
और जाते हुये पत्रकार ने इनसे हाथ जोड़कर विनती की आप ना ही किसी प्रेस वाले को अपने पेपर्स दिखायेगा न अपनी संस्था के बारे में बताइयेगा क्योंकि कुछ फ़र्ज़ी भी अपने को पत्रकार बता कर धनउगाही का कार्य करते है इतना कहकर अनुराग चले गये।
4 दिन बाद पता चला कि इन्होंने अनुराग के विरुद्ध इन्होंने कई संगीन अपराध में में मुकदमा दर्ज कराया है।
करवाइये व एक वेबसाइट बनवाइये तो उन्होंने इसके लिए मुझसे कहा कि आप ही बनवा दीजिये पहले तो पत्रकार तैयार नही हुआ लेकिन काफी विनती करने पर एक व्यक्ति से अनुराग ने बात कर डोमेन बुक करवाया व साफ कहा कि अगर बुक हो जाता है तो आपको गूगल को पेमेंट करना होगा और बाकी का पैसा आप कभी भी दे सकती है तो बोली कि ठीक है आपको शाम को डोमेन का पैसा दे देती हूं।
और जाते हुये पत्रकार ने इनसे हाथ जोड़कर विनती की आप ना ही किसी प्रेस वाले को अपने पेपर्स दिखायेगा न अपनी संस्था के बारे में बताइयेगा क्योंकि कुछ फ़र्ज़ी भी अपने को पत्रकार बता कर धनउगाही का कार्य करते है इतना कहकर अनुराग चले गये।
4 दिन बाद पता चला कि इन्होंने अनुराग के विरुद्ध इन्होंने कई संगीन अपराध में अनुराग के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है।
जिससे आक्रोशित हो कर अनुराग 25 की रात को थाना अध्यक्ष से बात करने सबूतों के साथ गए लेकिन वहां से कोई भी उपस्थित ना था और अनुराग किं तहरीर नहीं लिखी गई डीरेका चौकी पर जाकर उक्त महिला के विरूद्ध कार्यवाही की तहरीर दी व व्हाट्सएप के माध्यम से सारे सबूत चौकी इंचार्ज डिरेका को दिया लेकिन बिना कार्यवाही के डिरेका चौकी इंचार्ज राघवेंद्र प्रताप सिंह क्षेत्र में लोगो को बता रहे है कि जहाँ भी मिलेगा हाथ पैर तोड़ कर हवालात में डाल देंगे।
अनुराग पाण्डेय करोना वायरस के संक्रमण के वावजूद लगातार अधीकरियो के संपर्क में है और तमाम संस्थाओं के साथ मिलकर थानों में सेनेटाइजर और मास्क जहा जहा आवश्यकता है स्वयं पहुचा रहे है व थाने के सहयोग से कोई भी व्यक्ति घर पर खाने से भूखा ना मरे इसकी सूचना प्रशासन को उपलब्ध करा रहे है ।
अनुराग ने थानाध्यक्ष को दिये गये तहरीर में साफ शब्दों में महिला के विरुद्ध कार्यवाही,मानहानि का दावा ,सेक्स रैकेट चलाने में प्रशासन की मिलीभगत को जांच करने व पुलिस को गुमराह करने व कई ग्रुप्स में अनुराग पाण्डेय के विरुद्ध लिखने के लिए आईटी एक्ट में धाराओं पर मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा है है साथ ही चेतावनी दी है कि अगर दो दिन के अंदर कार्यवाही मुकदमा दर्ज नही होता है तो वे मंडुआडीह थाने पर विषपान कर लेंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इसकी सुचना मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को भी दे दी गयी है ।”

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