दो आईपीएस अधिकारी के उत्पीड़न से बेहाल युवती ने की आत्महत्या

बिटिया खबर

: आंख पर गुच्‍ची बना कर भी नहीं देख पाये अमित शाह, कि अयोध्‍या में दो आईपीएस अफसरों ने यौन-शोषण कर एक युवती को सुसाइड में बाध्‍य किया : योगी के राम राज्य में उत्पीड़न का ठेका पुलिस के पास : अमित शाह के दूरबीन में नहीं डिटेक्ट होते खाकी पहने गुंडे, अब फरारी की योजना :

गौरव कुशवाहा

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के रामनगरी अयोध्या में शनिवार को एक महिला बैंक अधिकारी का शव किराये के मकान में फंदे से लटकता मिला। मरने से पहले श्रद्धा गुप्ता ने अपने लिखित बयान में 3 लोगों के नामों का जिक्र किया है। इस मामले में कोतवाली अयोध्या नगर थाने में सुसाइड नोट के अनुसार विवेक गुप्ता आशीष तिवारी, एसएसएफ हेड लखनऊ और अनिल रावत पुलिस फैजाबाद के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
रामराज में पुलिसिया उत्पीड़न की फेहरिस्त में एक और बड़े पुलिस अधिकारी का नाम जुड़ गया है। जिसके उत्पीड़न से परेशान होकर राम नगरी अयोध्या में तैनात पंजाब नेशनल बैंक की महिला अधिकारी श्रद्धा गुप्ता ने फंदे से लटककर अपनी जान दे दी है। मरने से पहले श्रद्धा ने अपने लिखित बयान में अयोध्या के एसएसपी रहे आशीष तिवारी, हेड कांस्टेबल अनिल रावत और विवेक गुप्ता का जिक्र किया है।
राम नगरी में घटित इस घटना में पुलिस के बड़े अधिकारी की संलिप्तता ने यूपी सरकार समेत भाजपा के उन तमाम बड़े नेताओं के दावों का गला घोट दिया है। जिसमें यूपी की कानून व्यवस्था को नम्बर 1 करार दिया जाता रहा है। कहना गलत नहीं होगा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल शुरू होने के बाद से आपराधिक गतिविधियों और उत्पीड़न के मामलों में राम राज्य की पुलिसिया संलिप्तता ने कानून व्यवस्था को गड्ढे में दफ्न करने पर तुले हैं। हकीकत तो यह है की उत्तर प्रदेश से ना ही अपराधी भागे और ना ही अपराधों में कमी आई है। तस्वीर तो सिर्फ इतनी बदली है की अपराधियों की जगह पुलिस ने लेनी शुरू कर दी है। यूपी में खाकी वर्दी पहने कुछ पुलिस वाले डकैती उत्पीड़न निर्मम हत्या बलात्कार जैसे जघन्य अपराध कारित कर रहे हैं।
अयोध्या में बीते पांच सालों से कार्यरत पंजाब नेशनल बैंक की सहानगंज शाखा की उप प्रबंधक श्रद्धा गुप्ता का शव शनिवार को किराए के मकान में दुपट्टे से लटका पाया गया घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट में विवेक गुप्ता आईपीएस अधिकारी आशीष तिवारी और अनिल रावत का नाम है।
मिली जानकारी के मुताबिक लखनऊ की रहने वाली श्रद्धा गुप्ता की शादी बलरामपुर के उतरौला निवासी विवेक गुप्ता से तय हुई थी। चिनहट इलाके में बीबीडी के पास दयाल रेजिडेंसी में रहने वाला विवेक लखनऊ में नौकरी करता था। करीब 1 साल पहले विवेक का चाल चलन ठीक ना होने की वजह से यह रिश्ता टूट गया था। उसके बाद से ही वह श्रद्धा को परेशान करने लगा था। बताया जाता है कि विवेक श्रद्धा और उसके घर वालों को पुलिस अधिकारियों का धौंस देकर तंग करता था।
वहीं अयोध्या की घटना को गंभीर बताते हुए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि अयोध्या में पंजाब नेशनल बैंक की महिला कर्मचारी की आत्महत्या के मामले में मिले सुसाइड नोट में जिस प्रकार पुलिस के लोगों पर सीधा आरोप है वह उत्तर प्रदेश में बदहाल कानून व्यवस्था का कड़वा सच है। इसमें सीधे एक आईपीएस अफसर का नाम आना बेहद गंभीर मुद्दा है। इसकी उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *