भागी संवासिनियों ने बताया, नारी आश्रम में चलता था हर घिनौना धंधा

सैड सांग

: बुलंदशहर में निदेशक पर देह व्यापार का आरोप, दिखाता था गंदी सीडी : लम्बे समय से हो रहा था यौन-शोषण, आखिर कब तक सहन करतीं : यह सभी लड़कियां पेशेवर यौन-कर्मी हैं, पकड़ी जा चुकीं हैं कई बार :

फैसल चौधरी

बुलंदशहर : कस्बा गुलावठी के मोहल्ला शरफतुल्लाह स्थित लक्ष्मी अल्पावास गृह मे संवासिनी से देह व्यापार का मामला प्रकाश में आया है। अल्पावास गृह से पिछले दिनों से फरार चल रही संवासिनियों के बरामद होने पर एक संवासिनी ने लक्ष्मी अल्पावास गृह के निदेशक पर गंभीर आरोप लगाते हुए पत्रकारों को बताया कि गृह संचालक लोगों से पैसा लेकर कुछ संवासिनियों से देह व्यापार का धंधा कराता है। उसने आरोपी पर छेड़छाड़ करने तथा संरक्षण गृह में यौन प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है। उधर इस आश्रम के संचालकों ने बताया हे कि यह सभी संवासिनियां पेशेवर पिछले लम्बे  समय से देह-व्याापार में लिप्तो हैं और उसी घृणित धंधे में दबोचे जाने पर उन्हें  कई-कई बार विभिन्नल नारी आश्रमों में भेजा जा चुका है।

गौरतलब हो कि कस्बा गुलावठी के मोहल्ला शराफतुल्ला निकट पंजाबी महल स्थित लक्ष्मी अल्पावास गृह से पिछले दिनों दोपहर के समय चार संवासनियां फरार हो गई थीं। संवासनियां फरार होने की सूचना पर गृह के पदाधिकारियों में हड़कम्प मच गया था। मौके पर सीओ चन्द्रधर गौड़, एसओ बृमेश कुमार यादव एवं जिला प्रोवेशन अधिकारी विनोद सिंह अल्पावास पहुंचे तथा गृह के रिकार्ड खंगाले। जानकारी के अनुसार नगर के एनजीओ द्वारा मोहल्ला शराफतुल्ला में अल्पावास गृह संचालित किया जाता है।

उक्त अल्पावास गृह में पीडित लड़कियों व महिलाओं को संरक्षण दिया जाता है। गृह पर लड़कियों की सिलाई-पढ़ाई का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। गृह की दूसरी मंजिल पर संवासनियों का निवास है। पिछले दिनों चार संवासनियां नीचे से कुछ खाने का सामान लेने आई थी। इस बीच सिलाई-पढ़ाई सीखने वाली लड़कियां प्रशिक्षण लेने के बाद गृह से जाने लगी। इस बीच मौका पाऽर गृह की चार संवासनियां पीछे के रास्ते से फरार हो गई। जब गृह के पदाधिकारियों को संवासनियां फरार होने की सूचना मिली तो उनमें हड़कम्प मच गया।

गृह के संचालकों ने पुलिस को सूचना दी। सीओ चन्द्रधर गौड़ एवं एसओ बृमेश कुमार यादव मौके पर पहुंचे। इस बीच जिला प्रोवेशन अधिकारी विनोद सिंह भी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सीओ ने गृह की अधीक्षक से घटना की जानकारी ली तथा सीओ व जिला प्रोवेशन अधिकारी ने गृह के रिकॉर्ड खंगाले।

सीओ चन्द्रधर गौड़ ने बताया था कि फरार संवासनियों में सज्जों (१९)पुत्री स्व.बाबू खां निवासी मौ.नूरवफान जहांगीरबाद बुलंदशहर को मुऽदमा अपराध संख्या २११/ १५, धारा ३६३, ३६६ आईपीसी के तहत कोर्ट ने सज्जों को नाबालिग मानते हुए १९ जनवरी २०१६ को दाखिल कराया था। मीना (१७) निवासी ग्राम घूमसी थाना मदारीहट जिला जलपाई गुड़ी बंगाल को अपराध संख्या १४८/ १५ धारा ३६६ ए आईपीसी व पुलिस द्वारा अनैतिक देह व्यापार मामले में छुड़ाकर संरक्षण हेतु १५ सितंबर २०१५ को दाखिल किया गया था। जबकि महिला रंजना (२२) पत्नी रिंकू निवासी गौरखपुर अनाथ आश्रम में पली बढ़ी।

दो वर्ष पूर्व उसने गौरखपुर निवासी तेजपाल से शादी कर ली। दस जनवरी २०१६ को थाना पिलखुवा द्वारा उसे यहां दाखिल किया गया। शमां परवीन (१७) पुत्री स्व.हाकम अली निवासी ग्राम माकड़ी, थाना स्याना बुलंदशहर की मुकदमा अपराध संख्या २४७/ १५, धारा ३६३, ३६६ आईपीसी के तहत कोर्ट के आदेश पर २२ अगस्त २०१५ को यहां दाखिल कराया गया था। सीओ ने बताया कि फरार संवासिनियों को बस अड्डों व रेलवे स्टेशन व अन्य स्थानों पर पुलिस तलाश कर रही थी। इससे पहले भी संवासनियां के गृह से भागने का कई बार मामला प्रकाश मे आया था।

पुलिस द्वारा बरामद संवासिनी सज्जो ने पत्रकारों को बताया कि लक्ष्मी अल्पावास गृह के निदेशक पर गंभीर आरोप लगाते हुए पत्रकारों को बताया कि गृह संचालक लोगों से पैसा लेकर कुछ संवासिनियों से देह व्यापार का धंधा कराता है। उन्होंने बताया कि संस्था का निदेशक उनके ग्रह में ठहरने के एवज़ में सभी संवासिनियों से प्रतिमाह बड़ी रकम लेता है। पता तो यहां तक चला है कि उक्त कारोबार को करने वालों में कई लोग शामिल है। संभ्रांत लोगों का कहना है कि पुलिस अगर निष्पक्ष और गंभीरता से जांच करे तो उक्त कारोबार को करने वालों के चेहरे बेनकाब हो सकते हैं। मोहल्ले के लोगों का तो यहां तक भी कहना है कि उक्त कारोबार को चलाने में आरोपियों को एक वरिष्ठ नेता का भी संरक्षण मिला हुआ है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त मामले में जिला प्रोवेशन अधिकारी ने आरोपी के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।

हमारे संवाददाता ने इस आश्रम की एक लड़की से बातचीत की है।

उससे हुई बातचीत का वीडियो देखने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक कीजिए

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