बहराइच में कोतवाल और कप्‍तान में कुकुर-झौंझौं

दोलत्ती

: योगी सरकार की नाक काटने पर आमादा हैं पुलिसवाले : दारोगा भी नम्‍बर गालीबाज, एसपी भी निहायत बदतमीज : घुग्‍घू की तरह बिना पूछताछ दारोगा की हां में हां मिलाता रहा डीआईजी :

कुमार सौवीर

लखनऊ : योगी आदित्यनाथ ने नवरात्र के पहले दिन पाटेश्वरी मंदिर में देवी की आराधना क्‍या शुरू की, इसी मंडल में एक कोतवाल और कप्तान ने एक-दूसरे की माँ-बहन-बेटी तक की गालियों की बारिश शुरू कर दी। अब हालत यह है कि इस कोतवाल और कप्‍तान के बीच गालियों के हो रहे आदान-प्रदान के ऑडियो पूरे मंडल ही नहीं पूरे देश-प्रदेश के प्रत्‍येक मोबाइल पर गूंज रहा है। दिलचस्प बात तो यह है कि कप्तान से बड़का दरोगा यानी डीआईजी से ही वह इंस्पेक्टर फोन पर अपने पुलिस अधीक्षक की कथित गाली-गलौज पर हां पर हां मिलाते हुए मजा ले रहा है। कहने की जरूरत नहीं कि इस मामले में यह तीनों ही पुलिसवाले एक से बढ़ कर एक सर्वांग नंगे साबित होते दिख रहे हैं।

योगी सरकार में कानून-व्यवस्था का जायजा लेने हो तो देवीपाटन मंडल तक में तैनात पुलिसवालों की करतूतों पर एक नजर डाल लीजिये। कोतवाल और कप्तान से लेकर डीआईजी तक की कुर्सी पर चढ़ कर कूद-फांद मचा रहे इन तीनों पुलिसवालों की दो ऑडियो आजकल वायरल हो रही है। मामला है बहराइच का। यहां के नानपारा में कोतवाल के पद पर तैनात रहा यह दरोगा तो अपने पूरे इलाके में सरेआम चलते जन-सामान्य को तनिक बात पर भी भद्दी गालियां देने और लठिया देने को लेकर कुख्यात है। किसी भी चौराहे पर किसी की इज्जत को मिट्टी में मिला देने में आपको रुचि हो तो इस कोतवाल का सहयोग ले लीजिए। हालत यह है कि पूरा नानपारा इस दरोगा के नाम से शाम जाता है।

अब हालत यह है कि यहां आम आदमी सांसत और संकट में है।

बहराइच में तो चल रही चर्चाओं के मुताबिक अगर यहां के पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन कुमार मिश्र और नानपारा से सस्‍पेंड किये गये कोतवाल देवेंद्र कुमार श्रीवास्‍तव को गालियां देने की प्रतियोगिता में भिड़ा जाए, तो विजेता की शील्‍ड इन दोनों को ही संयुक्‍त रूप से दी जाएगी। एक न कम, न दूसरा ज्‍यादा। क्‍या बहन, क्‍या बेटी और क्‍या मां, बात-बात पर गालियां देना इन दोनों लोगों का प्राथमिक शगल है। एसपी के बारे में पता चला है कि वह पिछली तैनाती पर केवल इन्‍हीं कारणों से हटाया गया था। लेकिन इस कप्‍तान और दारोगा के बीच ताजा मामला तो यहां भूमि-माफियाओं की करतूतों तथा एक हत्‍या को लेकर भड़का बताया जाता है। आपको बता दें कि इस वक्‍त नानपारा में भूमि-मफियाओं की पौ-बारह है। इसी बात तो लेकर एक पक्ष ने धारा-356 के तहत अर्जी लगायी, जिस पर अदालत ने आख्या मांग ली। मगर कोतवाल ने इस पर हीलाहवाली शुरू कर दी। बताते हैं‍ कि यह अर्जी केवल मामले को लटकाने और दूसरे पक्ष को बेवजह परेशान करने के लिए ही लगायी गयी थी। चर्चाओं के अनुसार कप्‍तान चाहते थे कि यह मुकदमा दर्ज हो जाए।

उधर सूत्र बताते हैं कि इलाके में एक व्‍यक्ति की गोली मार कर हत्‍या कर दी गयी। इस पर कप्‍तान चाहते थे कि तत्‍काल कार्रवाई हो जाए। जबकि कोतवाल का दावा है कि वह कार्रवाई कर रहा है और उसने अपराधी को पकड़ भी लिया है। लेकिन यह मामला अब तक गफलत में ही बताया जाता है। मगर इसको लेकर हंगामा जरूर खड़ा हो चुका है।

कोतवाल द्वारा वायरल किये गये एक ऑडियो के मुताबिक जब कोतवाल अपने क्षेत्राधिकारी के दफ्तर पर पहुंचा, तो पाया कि उस वक्‍त कप्‍तान से डिप्‍टी एसपी की फोन पर बात हो रही थी। कोतवाल के मुताबिक मोबाइल पर कप्‍तान ने सीओ से कहा था कि अगर नानपारा में कानून-व्‍यवस्‍था नहीं सम्‍भाली गयी तो तो कप्‍तान नानपारा के कोतवाल की मां-बहन कर देंगा। हालांकि सीओ इस बात से इनकार कर रहे हैं कि उस फोन पर कप्‍तान ने कोतवाल को लेकिन कोई गालियां दी थीं।

बताते हैं कि कोतवाल ने उसी वक्‍त एसपी को फोन किया और पूछा कि मां-बहन की गालियां और सस्‍पेंड करने की धमकी क्‍यों दी। इतना ही नहीं, यह भी कहा कि मैं इस मामले पर बड़े अफसरों तक से शिकायत करुंगा। यह बातचीत काफी तीखी और झड़पदार हो गयी थी। बताते हैं कि इस तू-तू मैं-मैं होने के तत्‍काल बाद कप्‍तान ने कोतवाल को लाइन हाजिर कर दिया।

कोतवाली छिन जाने पर तो कोतवाल का गुस्‍सा सातवें आसमान पर चढ़ कर भड़कने लगा। उसने सीधे देवीपाटन मंडल परिक्षेत्र के डीआईजी राकेश सिंह को फोन किया और कप्‍तान को लेकर जमकर खरी-खोटी सुनायी। लेकिन हैरत की बात रही कि डीआईजी राकेश सिंह ने इस पूरी बातचीत में एक बार भी कप्‍तान के व्‍यवहार को लेकर कोतवाल की अश्‍लील और भद्दी गालियों वाली भाषा की शैली और शब्‍दों पर तनिक भी गौर नहीं किया, बल्कि पूरी बातचीत के दौरान डीआईजी लगातार कोतवाल की हां में हां ही मिलाता रहे। कोतवाल बोलता रहा कि वह इस मामले को डीजी, मुख्‍यमंत्री और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा ले जाएगा। जबकि जानकार बताते हैं कि डीआईजी को कोतवाल को इसी बात पर डांटना चाहिये थे, या फिर मामले की जांच कराने की बात कहनी चाहिए थी। लेकिन डीआईजी राकेश सिंह ने एक बार भी कोतवाल को नहीं टोका और पूरे दौरान वह कोतवाल द्वारा सुनायी जा रही अश्‍लीलतम गालियां सुनाता ही रहा।

हैरत की बात है कि ऐसी गालियां, जिसका कोई प्रमाण ही नहीं है कि कप्‍तान ने कोतवाल को गालियां दीं या नहीं। पूरी बात केवल सुनी और कही या मनमर्जी में बुनी-गढ़ी होने तक ही सिमटी रही। हैरत की बात तो यह रही कि कोतवाल ने एसपी और डीआईजी से हुई अपनी बातचीत को खुद ही वायरल करते हुए पुलिस विभाग ही नहीं, बल्कि योगी-सरकार की नाक काटने का पूरा इंतजाम कर दिया।

बहरहाल, इसी बीच खबर है कि एसपी ने निरीक्षक कोतवाल देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव और न ही बीट दरोगा विपिन कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है। कहा गया है कि नानपारा कोतवाली के हुलासपुरवा में रविवार रात लगभग साढ़े दस बजे रमेश कुमार वर्मा पुत्र राम बहादुर व कृष्ण कुमार वर्मा पुत्र रुद्रसेन के बीच भूमि विवाद हुआ था। स्थिति काफी तनावपूर्ण थी। लेकिन सूचना दिए जाने के बावजूद न तो तत्कालीन कोतवाल देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव और न ही बीट दरोगा विपिन कुमार मौके पर पहुंचे। यही नहीं, सोमवार शाम 5 से 6 बजे के बीच फिर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। पुलिस को फिर सूचना दी गई। फिर भी पुलिस नहीं पहुंची। इस दौरान पथराव व मारपीट शुरू हो गई। इसी दौरान फायरिंग में माधौराम घायल हो गए। दूसरे पक्ष से महेश व रमेश घायल हुए। घटना की सूचना मिलने पर एसपी ने कोतवाल देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव को फोन कर घटनास्थल पर जाने के निर्देश दिए। लेकिन न तो कोतवाल मौके पर पहुंचा और न ही बीट दरोगा।

2 thoughts on “बहराइच में कोतवाल और कप्‍तान में कुकुर-झौंझौं


  1. वाह गुरु और वाह लेखनी चलती है तो चलती है आपके निर्भीकता को नमन खोजी पत्रकारिता को नमन


  2. वाह गुरु और वाह लेखनी चलती है तो चलती है आपके निर्भीकता को नमन खोजी पत्रकारिता को नमन आपकी लेखनी की का तार निरंतर ऐसे ही बनी रहे यही प्रभु से मंगल कामना है

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