बहराइच जिला प्रशासन: चिलम फूंकी, खंडन किया, नाक कटवायी

बिटिया खबर

: कलेक्‍ट्रेट सभागार में थे डीएम, बाहर पत्रकारों ने बांटा मादर-चादर की शैली में परस्‍पर नेह-निमंत्रण : संपूर्ण गधत्‍व व परम-चूतियापंथी का प्रदर्शन किया जिला प्रशासन ने, शर्मनाक हादसे का खंडन : बवाल होने पर डीएम ने पत्रकारों को बुला कर मामला निपटाया, बेशर्म सूचना अधिकारी बोला कि घटना असत्‍य-भ्रामक :

कुमार सौवीर

लखनऊ : नाक कटवाने का शौक रखने वाला अंदाज और ऐसी दबंगई दिखाने का हौसला हर जिला प्रशासन में नहीं होता है। लेकिन महात्‍मा बुद्ध, बालार्क ऋषि, सालार जंग और सुहेलदेव की भूमि बहराइच का जिला प्रशासन में तो ऐसा दमखम है कि यूपी के सारे जिले के डीएम दांतों तले उंगलियां काट लें। वह भी पत्रकारों की लेत्‍तेरी और धेत्‍तेरी के मामले में, जहां भरे कलेक्‍ट्रेट परिसर में पत्रकारों ने एक-दूसरे की मां, बहन, बेटी को लेकर आत्‍मीय रिश्‍ता स्‍थापित करने का मौखिक नेह-निमंत्रण पत्र थमा दिया। डीएम को पता चला कि कलेक्‍ट्रेट में मादर-चादर बिछायी जा रही है, तो उन्‍होंने कुत्‍तों की तरह लड़ रहे पत्रकारों को अपने दफ्तर में बुला कर समझाया। लेकिन जब दोलत्‍ती डॉट कॉम ने इस हंगामे की खबर छाप दी, तो जिला सूचना अधिकारी की कुर्सी तोड़ रहे जीवी सिद्दीकी ने इस निहायत शर्मनाक हादसे का खण्‍डन ही कर दिया। इतना ही नहीं, बेशर्म सूचना अधिकारी तो यहां तक बोल पड़ा कि यह घटना पूरी तरह असत्‍य और भ्रामक है।
आपको बता दें कि बीते 16 नवम्‍बर को राष्‍ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने पत्रकारों के लिए एक संगोष्‍ठी का आयोजन किया था। बेहद स्‍टीरियो स्‍टाइल में सभी डीएम ने भारतीय प्रेस परिषद की स्‍थापना पर बनाये गये इस दिवस की वाहवाही की, और पत्रकारों को सतर्क, निष्‍ठावान और समाज के प्रति सजग व ईमानदार बने रहने की घुट्टी भी ऐसी तरह पिलायी जैसे नवजात बच्‍चों के गले में ठेला जा रहा हो पोलियो-ड्राप। लेकिन यहां बहराइच में यह कुछ ज्‍यादा ही हो गया, परम्‍परागत ढंग से।
आपको बता दें कि यह जनपद किंजल सिंह चला चुकी हैं, जिनकी ख्‍याति मेकअप गर्ल की रही है। किंजल सिंह के पूर्व पति अभय सिंह ने डीएम आवास की सुरक्षा में तैनात दो सिपाही और पांच होमगार्ड को लाठियों से दौड़ा-दौड़ा मारा था। हालांकि बाद में राज्‍य कर्मचारी एकजुट हुए और अभय सिंह को ललुआय दिया। नौबत यहां तक आ गयी थी कि अभय सिंह को देखते ही कर्मचारी पीट डालने पर आमादा थे। नतीजा यह हुआ कि अभय सिंह ने तत्‍काल पोंक मारा और कमिश्‍नर को यह मामला निपटाने की कोशिश की। कमिश्‍नर चूंकि पीसीएस से आईएएस बने थे, इसलिए वे बहराइच पहुंचे और अभय सिंह के पक्ष में गुस्‍साये कर्मचारियों से लबर-लबर करने लगे। आपको खूब पता होगा कि करीब तीन बरस पहले ही अभय सिंह के सरकारी आवास पर पचास लाख से ज्‍यादा की नकदी इनकम टैक्‍स विभाग ने छापा मार कर बरामद किया था, जब से बुलंदशहर में डीएम थे। उधर किंजल सिंह यहां से सीधे लखीमपुर खीरी की डीएम बनीं, जहां दुधवा जंगल में उन्‍होंने अराजकता की भयावह आग लगा दी। वन विभाग के लोग किंजल से खासे नाराज‍ थे, लेकिन बाद में तब के मुख्‍य सचिव और घोषित तिड़कमबाज आलोक रंजन से लखीमपुर के वन विभाग के कई अफसरों को दूसरे जिलों में भेजा।

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तो बहराइच में राष्‍ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर कलेक्‍ट्रेट के सभागार में डीएम डा दिनेश चंद्र ने संगोष्‍ठी बुलायी, डीएम भी पहुंच गये। संगोष्‍ठी में आजतक के रिपोर्टर रामबरन चौधरी ने अफसरों से रागदरबारी करने वाले पत्रकारों से बचने और सच समझाने वाले निंदक पत्रकारों को कुटिया छवां लेने की अपील की। लेकिन जैसे ही सभागार से खात्‍मे के बाहर निकले, तो पूरे जिले में निहायत अभद्र, घटिया और अराजक प्रवृत्ति की तर्ज में दो-कौड़ी माने जाने वाले पत्रकार एसपी मिश्रा ने रामबरन चौधरी को गालियां देना शुरू कर दिया। बताते हैं कि पहले तो रामबरन चौधरी ने एसपी चौधरी की बदतमीजी को इग्‍नोर करने की कोशिश की, लेकिन जब मिश्रा लगातार आक्रामक हो गये, तो चौधरी ने कंस और जरासंध वध की शैली में एसपी मिश्रा का तियां-पांचा निपटा दिया।

दोलत्‍ती डॉट कॉम ने इस खबर को प्रमुखता के साथ छापा, तो आज शाम जिला सूचना अधिकारी जीवी सिद्दीकी ने दोलत्‍ती डॉट कॉम को फोन इस घटना को असत्‍य और झूठा-भ्रामक बताया। लेकिन जब दोलत्‍ती ने बताया कि उनके पास उस हादसे के वीडियो मौजूद हैं, तो सिद्दीकी अपनी कांख में ही मुंह छिपा कर कांखने लगे। बाद में डीएम ने दोलत्‍ती ने इस वीडियो को न देखने की बात तो कही, लेकिन यह भी माना कि यह हादसा हुआ था, लेकिन इसकी खबर होते ही उन पत्रकारों को बुला कर उन्‍होंने मामला निपटा दिया था। लेकिन इस बातचीत के बाद भी देर शाम सूचना अधिकारी जीवी सिद्दीकी की चुल्‍ल शांत नहीं हो पायी, और उन्‍होंने उस हादसे पर खंडन पोंक मारा।
अब आप उस हादसे की वीडियो देख लीजिए और फिर सूचना अधिकारी जीवी सिद्दीकी का प्रेस-नोट भी बांच लीजिए। इसके बाद ही आपको पता चल पायेगा कि बहराइच का जिला प्रशासन सच को किस तरह झूठा साबित कर जनता को भ्रमित करता है।

दोलत्‍ती डॉट कॉम ने दिखाया बहराइच में दो-टके के पत्रकार (1)

दोलत्‍ती डॉट कॉम ने दिखाया बहराइच में दो-टके के पत्रकार (2)

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