बचो, भागो। यह दबंग दारोगा है, पत्रकारों को पेशाब पिलायेगा

सैड सांग

: आईजी जोन गोरखपुर और एसएसपी को पत्रकारों ने दिया ज्ञापन : थानेदार की लापरवाही से हुए विवाद में चली गई एक युवक की जान : पिपराइच हत्‍याकांड में पत्रकारों पर टूट पड़ा दारोगा का प्रकोप :

मुनव्‍वर रिजवी

गोरखपुर : पत्रकारों सावधान !!सीएम योगी के गृह जनपद गोरखपुर से एक बड़ी खबर आ रही है जिसमें एक थानेदार के खिलाफ स्थानीय पत्रकारों नें यह आरोप लगाते हुए आईजी जोन गोरखपुर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है जिसमें कहा गया है कि पिपराईच के थानेदार अनुज कुमार सिंह ने न सिर्फ कवरेज करने गए पत्रकारों को रोककर उनके साथ अभद्रता की बल्कि यह भी कहा कि पत्रकारों को मैं अपना पेशाब भी पिला चुका हूं।  जी हां आपने बिल्कुल सही पढ़ा, थानेदार महोदय के इस बर्ताव से आहत स्थानीय पत्रकारों ने आईजी जोन गोरखपुर मोहित अग्रवाल व एसएसपी सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा।

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पत्रकार पत्रकारिता

पीड़ित पत्रकारों ने यह आशंका भी जताई है कि उपरोक्त थानेदार द्धारा उन्हें कभी भी फर्जी मुकदमों में फंसाया जा सकता है। अब सवाल यह उठता है कि एक ओर जहां सीएम योगी पत्रकार हित की बातें करते हैं वहीं दूसरी ओर उन्ही के गृह जनपद में स्थानीय पुलिस का रवैया पत्रकारों के प्रति यदि इस तरह का है तो फिर पूरे प्रदेश में क्या स्थिती होगी ? बता दें कि थानेदार अनुज कुमार सिंह पिपराइच में तैनात है और इससे पहले वह महराजगंज जिले में अपनी तैनाती के दौरान भी काफी विवादित रहे है। पत्रकारों ने बताया कि उन्हें न सिर्फ कवरेज करने से रोका गया बल्कि उनके साथ थानेदार द्धारा अभद्रता भी की गई जो जांच का विषय है।

इस प्रकरण में आईजी जोन मोहित अग्रवाल ने एसएसपी को फोन करके जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिये हैं ।

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गोरक्षधाम

बताते चलें कि गोरखपुर जिले के पिपराईच थाने के गड़वा गांव में कुछ दिन पहले स्कूल में छेड़खानी के बाद एक विवाद हुआ था रविवार की शाम को यह मामला सुलगने लगा जिसकी भनक पिपराईच के थानेदार अनुज कुमार सिंह को भी थी लेकिन समय रहते उन्होंने कोई कदम नही उठाया न अपने उच्चाधिकरियों को ही इसकी सूचना दिया, इसका परिणाम यह हुआ कि सोमवार की सुबह गावँ में दो समुदायों के बीच जमकर ईंट पत्थर चले और चाकूबाजी हुई जिसमें कई लोग घायल भी हुए। दोनों पत्रकार इसी खबर को कवर करने वहां पहुंचे थे।

हांलाकि इस विवाद में एक युवक को अधिक जख्मी होने के कारण गोरखपुर मेडिकल कालेज से लखनऊ रेफर कर दिया गया जिसकी आज सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई । यदि पिपराईच के थानेदार अनुज कुमार सिंह ने अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहते हुए समय पर उच्चाधिकरियों को मामले से अवगत करा दिया होता तो आज एक युवक को अपनी जान से हाथ न धोना पड़ता। बहरहाल पिपराईच के दबंग थानेदार के विरुद्ध अब क्या कार्यवाही होती है यह देखना दिलचस्प होगा।

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