: अखिलेश के पक्ष में सपा के मंच पर पहुंच मुलायम ने कहा कि सपा नौजवानों की पार्टी है, जो कभी बूढ़ी न होगी :समाजवादी सेकुलर पार्टी के संस्थापक शिवपाल यादव ने किया था मुलायम के समर्थन का दावा, जिसे आज मुलायम ने चकनाचूर कर दिया :
दोलत्ती संवाददाता
नई दिल्ली : शिवपाल सिंह यादव के सितारे अब लगातार किसी गहरी खाई में गिरते-डूबते जा रहे हैं। अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव पर अपने भविष्य का साम्राज्य थमा कर प्रदेश में समाजवादी रंग बिखरने का सपना संजोये शिवपाल सिंह यादव आज फिर एक बार जोरदार गच्चा खा गये। यह गच्चा उनके ही सबसे बड़े भाई मुलायम सिंह यादव ने दिया। मुलायम ने आज दिल्ली में अपने बगावत करने वाले बेटे अखिलेश यादव के पक्ष में खुल कर वकालत की, और समाजवादी पार्टी को अपना आशीर्वाद दे डाला। ऐसे में शिवपाल सिंह यादव के सारे सपने एक झटके में ही पूरी तरह बिखर गये। हालांकि बाद में देर शाम शिवपाल भी दिल्ली की ओर रवाना हुए, लेकिन उनके दिल्ली गमन का मकसद अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। मगर इतना जरूर है कि शिवपाल को मुलायम सिंह के इस बयान से एक जोरदार झटका लगा है।
तो आज की खबर यह है कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने रविवार को दिल्ली में जंतर-मंतर पर अखिलेश यादव के मंच पर पहुंचकर शिवपाल सिंह यादव को तगड़ा झटका दिया है। समाजवादी सेकुलर मोर्चा बनाने के बाद शिवपाल ने दावा किया था कि मुलायम सिंह का आशीर्वाद उनके साथ है। उन्होंने मुलायम को मोर्चे के अध्यक्ष पद का ऑफर किया था। इसके विपरीत मुलायम ने अखिलेश के मंच पहुंचकर यहां तक कहा दिया कि सपा नौजवानों की पार्टी है, जो कभी बूढ़ी नहीं होगी। पार्टी की करनी-कथनी में कोई भेद नही है।
वहीं, जंतर-मंतर पर जब मुलायम और अखिलेश यादव मंच साझा कर रहे थे तब लखनऊ में शिवपाल सिंह सहकारिता भवन में एक कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे। इस दौरान उनका दर्द छलक आया। उन्होंने कहा कि कभी-कभी बहुत से लोगों को बिना मेहनत के बहुत कुछ मिल जाता है। कुछ लोगों को मेहनत से भी नहीं मिलता। कुछ भाग्यशाली हैं जिन्हें बिना कुछ किए बहुत कुछ मिला। माना जा रहा है कि उनका इशारा अखिलेश यादव की तरफ था। इस कार्यक्रम के तत्काल बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
शिवपाल सिंह ने 29 अगस्त को समाजवादी सेकुलर मोर्चा बनाने की घोषणा करते समय मुलायम सिंह के समर्थन का दावा किया था।उन्होंने कहा था यह मोर्चा मुलायम सिंह ही नहीं उन सभी लोगों का सम्मान करेगा जो सपा में अलग-थलग हैं। इससे कुछ दिन पहले ही वरिष्ठ सपा नेता भगवती सिंह के जन्म दिवस समारोह में मुलायम ने कहा कि अब कोई उनका सम्मान नहीं करता। शायद मरने के बाद सम्मान मिले। उनके इस बयान के बाद शिवपाल के दावे में कुछ दम माना जा रहा था।