अगर यह सांसद है, तो गुंडा कैसा होता है ?

बिटिया खबर

: भाजपा सांसद ने की झारखण्‍ड की राजधानी पर भारी गुंडागर्दी : भाजपा के अमर्यादित नेताओ की लिस्ट में एक नाम और जुड़ा : ब्रज भूषण सिंह पर है पूर्व मंत्री पर जानलेवा हमला कराने का आरोप :

गौरव कुशवाहा

लखनऊ : डेढ़ पसली का एक सींकिया पहलवान को नहीं थाम पाये सांसद, देश क्‍या चलायेंगे। यह किस्‍सा है रांची का, जहां पूरी यूपी ही नहीं, पूरे देश के खेल-जगत की नाक को सरेआम कटवा दिया है कैसरगंज के भाजपा सांसद ने। रांची से भड़की इस आग को पूरे झारखंड ने फिलहाल तो एक बड़ा शोला में तब्‍दील कर दिया है, लेकिन यूपी में योगी का बुलडोजर फिलहाल लोगों के घर को ढहाने में तेजी पकड़े है। लेकिन यूपी में चुनावी माहौल में रांची में यूपी के सांसद की यह करतूत भाजपा को खासी महंगी पड़ सकती है।
ताजा मामला झारखंड के रांची से है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और यूपी के कैसरगंज से बाहुबली भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गुंडई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें सांसद ब्रज भूषण शरण सिंह एक युवा पहलवान को थप्पड़ मार रहे हैं। बाकायदा पूरी गुंडई के तौर पर। इस घटना के बाद पहलवानों ने खूब बबाल काटा और सांसद के खिलाफ लामबंद भी हो गए।
मिली जानकारी के अनुसार रांची के शहीद गणपत राय इंडोर स्टेडियम में 15 दिसम्बर से आयोजित तीन दिवसीय अंडर 15 नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि पहुँचे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और यूपी के गोंडा जिले के कैसरगंज लोकसभा सीट से बाहुबली भाजपा सांसद ब्रिज भूषण शरण सिंह ने एक युवा पहलवान को थप्पड़ मार दिया। जिसके बाद से ही प्रतियोगिता में हंगामा खड़ा हो गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बताया जाता है कि कुश्ती प्रतियोगिता में यूपी का एक युवा पहलवान ऐज वेरिफिकेशन के दौरान 15 वर्ष से ऊपर का पाया गया और तकनीकी आधार पर उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया था। जिसके बाद पहलवान ने प्रतियोगिता के टेक्निकल टीम के सामने आपत्ति दर्ज कराई और आपत्ति खारिज होने के बाद स्टेज पर पहुंचकर मंच पर मौजूद पदाधिकारियों से अपनी बात कहने की कोशिश करने लगा। इसी मुद्दे पर बहस के दौरान उसने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह से भी बहस करनी शुरू कर दी। बताते हैं कि भाजपा सांसद ब्रजभूषण सिंह ने युवा पहलवान को स्टेज पर ही थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद से वहां का माहौल बिगड़ गया।
बता दें कि करीब 28 साल पहले दिसंबर 1993 में सपा नेता और पूर्व मंत्री पर हुए जानलेवा हमले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह समेत अन्य पांच लोगों पर हमला कराने का आरोप है। यह मामला जिला सत्र न्यायालय और एमपी एमएलए कोर्ट में विचाराधीन है। पूर्व मंत्री पंडित सिंह और उनके छोटे भाई नरेंद्र सिंह इस मामले में गवाह थे। बीते 7 मई को पूर्व मंत्री पंडित सिंह का कोरोना से निधन हो गया था। नरेंद्र सिंह ने बीते सितम्बर में 1993 में हुए जानलेवा हमले के केस में गवाही दिया और सांसद बृजभूषण शरण सिंह से अपने जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी।

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