: सरकार से वफादारी और सकारात्मकता का डोज मिलाया, तब यह हेडिंग बनी : कड़वी खबर को मीठी जलेबी बना डाला। सैल्यूट है!
वीरेंद्र सेंगर
नई दिल्ली : जनाब! नये दौर की यह नायाब पत्रकारिता है। संलग्न किलपिगं देश के एक स्वनामधन्य अखबार की है। बिलकुल धन्य, धन्य और सिर्फ धन्य-धन्य। ऐसे पत्रकारों और उसके संपादकों के घर सरकार के सौजन्य से धन-धान्य से बारिश होती रहती है। आज की लीड खबर ने चौंकाया। पिछले दो दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या में चिंता जनक बढ़ोत्तरी हुई है।
दो दिनों में ही एक लाख। इस महान अखबार ने सरकार की वफादारी और सकारात्मकता का डोज मिलाया तो ये हेडिंग बनी। कड़वी खबर को मीठी जलेबी बना डाला। सैल्यूट है! ऐसी पाजटिव सोच वाले धुरंधरों को। आज गणेश शंकर विद्यार्थी की आत्मा भी जरूर खुश हुई होगी। मुझे पूरा विश्वास है कि एक दिन किसी बूढ़े की हत्या होगी, तो हेडिगं हो सकती है। पूरा जीवन भोग चुके बुजुर्ग, कुछ युवाओं के हाथ विदा हो गये। है न पाजटिव लुक!
जय श्रीराम!
आइये, मुलाहिजा फरमाइये। आप भी इस अखबार को बांच लीजिये, कि आजकल दलाली पर क्या-क्या रंग बदल रहा है।