आसाराम आश्रम में छात्रों की हत्या, 7 चेलों पर आरोप तय

मेरा कोना

 

आसाराम जेल में हैं, और नारायण साईं फरार

अहमदाबाद : खुद को भगवान के समतुल्य मानने वाले धर्मगुरु आसाराम बापू की मुसीबतें बढ़ती जा रही है। पहले से ही यौन उत्पीड़न के आरोपों को झेल रहे आसाराम पिछले कई महीनों से जेल में कैद है।

उनपर उनके ही आश्रम में 2 छात्रों की हत्या का आरोप भी लगा था। इसी आरोप के मामले में स्थानीय अदालत ने आसाराम के सात शिष्यों के खिलाफ आरोप तय कर दिए है। इसके साथ ही आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आसाराम के जिन शिष्यों के खिलाफ आरोप तय किए हैं, उनमें पंकज सक्सेना, योगेश भाटी, नील केतन उर्फ खेतान, विकास खेमा, उदय संघवी, अजय शाह और कौशिक वाणी हैं।

सातों आरोपियों के खिलाफ आइपीसी और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप तय किए गए हैं। सभी आरोपी बच्चों की मौत के समय आश्रम में विभिन्न पदों पर कार्यरत थे। गौरतलब है कि आसाराम के आश्रम के पीछे साबरमती नदी के किनारे 5 जुलाई 2008 को 10 साल के दीपेश वाघला और उनके 11 साल के चचेरे भाई अभिषेक वाघला का शव मिला था। जिसके बाद बच्चों के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा था कि आसाराम और उनके पुत्र नारायण साई के काला जादू के कारण उनके बच्चों की हत्या की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जाच शुरु कर दी है।

इस मामले की अगली सुन वाई 16 जनवरी 2014 को होगी।

 

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