बाराबंकी में बलि चढा दी मासूम बच्‍ची की

सैड सांग

दंरिदा खोजने निकले पुलिसवाले खुद ही बने दरिंदे

पहले हाथ काटा, फिर निकाल ली किडनी

किडनी-चोरी कराने वालों पर भी शक की सुई

पकडे गये तांत्रिक की हवालात में मौत

एसओ समेत पांच पुलिसकर्मी निलम्बित

बाराबंकी पुलिस को हैवानियत की सारी हदें पार करने वाले उस दरिन्दे की तलाश थी, जिसने बड़ी बेरहमी से पांच साल की बच्ची को पहले तो किया अगवा फिर उस के हाथ काट दिए और पेट चीर कर उस की किडनी निकाल ली। लेकिन मामला सुलझाने का दावा करने के लिए पुलिस ने जिस शख्‍स को पकडा, उसके साथ पुलिसवाले खुद ही दरिंदे बन गये। सच उगलवाने के नाम पर उसे जमकर कुछ इस कदर पीटा कि हवालात में ही उसकी मौत हो गयी। फिलहाल, प्रशासन ने थानाध्‍यक्ष समेत पांच पुलिसवालों को निलम्बित कर मामले की लीलापोती शुरू कर दी है।

मामला बाराबंकी के घुंघटेर थाना क्षेत्र का है जहाँ रैगुआ गाँव निवासी ओम प्रकाश मौर्या अपने दो बेटे और बेटी सविता के साथ भटोखर गाँव में रिश्तेदार की शादी में पहुचे थे। उन की बेटी शादी के दौरान रात करीब ९ बजे शादी समारोह से गायब हो गयी।| तब से उस की तलाश की जा रही थी, बीती रात बच्ची का क्षत-विक्षत शव गाँव के पास के खेत से बरामद हुआ। मारी गयी बच्‍ची की रिश्‍तेदार लज्‍जावती ने बताया कि बच्‍ची का पेट फाड दिया गया था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गाँव में डॉग स्क्वाड भी बुला लिया।   पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार बालिका के शरीर से किडनी गायब होने के बाद जांच की दिशा तंत्र-मन्त्र के दौरान बलि देने की ओर घूम गयी। पुलिस ने यह शक भी जताया कि हो सकता है यह किसी ऐसे दरिंदे समूह का काम हो जो गुर्दा चोरी का धंधा करता हो। पुलिस का दावा था कि कुछ भी हो, वह उस दरिंदे को जल्‍दी ही शिकंजे में दबोच लेगी।

इस घटना के बाद लोग अपने मासूमो को लेकर चिंतित हो उठे। चारों तरफ आतंक फैल गया और पुलिस पर मामले का खुलासा करने का दबाव बढा। इसी बीच सोमवार को पुलिस ने एक तांत्रिक को पकड लिया और मामला हल करने का दावा कर दिया। लेकिन आज सुबह तब हंगामा खडा हो गया जब पुलिस हिरासत में ही उक्‍त साधु की मौत हो गयी। बताते हैं कि पहले तो पुलिसवाले इस लाश को बाहर कहीं फेंक देने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन चूंकि उस साधु की आमद दर्ज हो चुकी थी, इसलिए यह साजिश कामयाब नहीं हो पायी। देखते ही देखते जिले के आला अफसर मौके पर पहुंच गये। साधु की लाश को पोस्‍टमार्टम के लिए भेज दिया गया। प्राथमिक जांच से पता चला कि पुलिसवालों ने साधु की जमकर पिटाई की थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गयी। यह पता चलते ही एसपी नवनीत राणा ने घुंघटेर थानाध्‍यक्ष समेत वहां मौजूद सभी पांच पुलिसवालों को निलम्बित करने का आदेश दे दिया है। आज सुबह यह आदेश जारी कर दिया गया।

हालांकि इसके पहले एसपी नवनीत राणा ने दावा किया था कि विगत ८ जून को वह बच्‍ची अपने पिता के साथ मौसेरे भाई के साथ यहाँ आयी थी। वहां से रात करीब दस बजे से गायब हो गयी। कल इस का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मेंथा के खेत में मिला था। नवनीत राणा ने यह भी कहा था कि यह तंत्रमन्त्र से सम्बंधित घटना हो सकती है। वे बोले थे कि तांत्रिक लोग कलेजी निकाल लेते हैं, और इस बच्‍ची की लाश से एक किडनी गायब है।

इस हादसे को लेकर लोगों ने पुलिसिया कार्यशैली पर तो गुस्‍सा जाहिर किया ही है, साथ ही मामले का खुलासा न हो पाने के चलते क्षेत्र में आतंक का माहौल है। जाहिर है मासूमो का हत्यारा बेख़ौफ़ घूम रहा है और उस का निशाना हो सकता है फिर कोई मासूम और पुलिस अब तक इस खूखार हत्यारे का कोई सुराग नहीं लगा सकी है।

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