नहीं थम रही यूपी में मासूम बच्चियों से दरिंदगी

सैड सांग

गाजियाबाद में दुराचार के बाद जिंदा फूंका
बलरापुर में आठ वर्षीय बालिका से बलात्कार
झांसी में अपहरण के बाद सामूहिक दुष्‍कर्म
मायावती सरकार लाख दावे कर ले, लेकिन उत्तर प्रदेश में मासूम बच्चियों के साथ दुराचार और अमानवीय हादसे थमने का नाम ही नहीं ले रहे। बीते चौबीस घंटों में प्रदेश के कम से कम तीन जिलों में नागालिग बच्चियों के साथ जो कहर बरपाया गया, वह किसी भी समाज के चेहरे पर कलंक ही कहा जाएगा। यह हाल तब है जब खुद मायावती ऐसे हादसों पर पूरी सख्‍ती बरतने की बात कहती हैं।

ताजा जानकारी के अनुसार नेपाल से सटे महाराज गंज इलाके में एक नाबालिग लडकी के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है। हालांकि दावा है कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह हादसा महराजगंज के तराई थाना क्षेत्र में हुआ, जहां आठ साल की एक लडकी से छोटेलाल नाम के व्यक्ति ने बलात्कार किया। पीडिता कल परसिया गांव में बाग में गई थी। वहां पर छोटेलाल ने पीडिता के साथ दुष्कर्म किया। लडकी के चीखने-चिल्लाने पर परिजन मौके पर पहुंच गये, लेकिन आरोपी उससे पहले भाग गया। पुलिस ने इस सिलसिले में मामला दर्ज कर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है।

उधर, झांसी के बबीना क्षेत्र में पिछले शनिवार को 14 वर्षीय लडकी का तीन युवकों ने उस समय अपहरण कर बलात्कार किया जब वह एक विवाह समारोह से लौट रही थी। दुराचारियों ने इस बच्‍ची को कई घंटे बाद छोड़ा। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की और दो को गिरफ्तार किया। एक अन्‍य हादसे में झांसी के ही कोतवाली इलाके में दस साल की बच्ची के साथ बलात्कार का प्रयास प्रयास हो गया। हालांकि मामला खुलने पर खूब हंगामा मचा। बात पुलिस तक पहुंची। बताते हैं कि बलात्‍कार का प्रयास करने वाले युवक को घटना के कुछ समय बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने यहां बताया कि कोतवाली इलाके के लक्ष्मी गेट के पास रहने वाली दस साल की बच्ची बाजार से सामान खरीदने गयी थी 1 एक 27 साल के युवक उसे फुसला कर अपने घर लाया और बलात्कार का प्रयास करने लगा। बच्ची के शोर मचाने पर वह युवक भागने लगा। पड़ोस के लोगों ने उसे पकड कर पुलिस के हवाले कर दिया।
सबसे हौलनाक हादसा तो दिल्‍ली से सटे गाजियाबाद में हुआ। उत्‍तर प्रदेश के एटा जिले में एक विधवा के साथ बलात्‍कार के बाद उसे जिंदा जलाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि गाजियाबाद में इसी तरह क‍ी एक घटना से सनसनी फैल गई। वारदात काफी भयावह थी कि लोगों की रूह कांप गयी। क्‍योंकि इस बार बलात्‍कार की बलि चढ़ने वाली महज 8 वर्ष की मासूम बच्‍ची थी। खबरों के मुताबिक गाजियाबाद के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के गांव अनवरपुर में अज्ञात वहशी दरिंदों ने 8 वर्षीय मासूम बच्‍ची को बलात्‍कार के बाद जिंदा जला दिया।
लगभग 80 प्रतिशत झुलस चुकी बच्ची को गंभीर हालत में दिल्ली के लिए रेफर किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। खबर पाकर एसएसपी रघुबीर लाल मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लेने के बाद बताया कि पोस्टमार्टम के बाद दुष्कर्म की पुष्टि हुई तो कार्रवाई की जाएगी। लेकिन प्रत्‍यक्षदर्शियों माने तो पुलिस को समय रहते ही इस हादसे की सूचना दी गयी थी, लेकिन पुलिस समय से नहीं पहुंची। अगर समय से पुलिस पहुंच जाती तो बच्‍ची को बचाया जा सकता था। इस वारदात से लोगों में जबर्दस्त आक्रोश है। हालांकि मामला बिगड़ता देखकर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी और पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।
इंसानियत को झकझोंर कर रख देने वाली यह वारदात शनिवार की सुबह हुई। गांव अनवरपुर निवासी मनोज तोमर सरस्वती इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज में वार्ड ब्वाय है। वह गांव में दो मंजिला मकान में परिजनों के साथ रहता है। शनिवार सुबह वह अस्पताल चला गया। उसकी पत्‍नी पुष्पा काम से खेतों पर चली गई। घर में उसकी 8 वर्षीय बेटी बबीता व उसका चार वर्षीय बेटा मौजूद थे। बेटा ऊपर के कमरे में सो रहा था, जबकि बबीता नीचे के कमरे में खेल रही थी।
दोपहर लगभग 11 बजे आस-पड़ोस के लोगों ने बबीता के चीखने की आवाज सुनी। कुछ लोगों ने पुलिस को भी खबर कर दी। उधर पड़ोस के लोग जब मनोज के मकान पर पहुंचे तो उनके रोंगटे खड़े हो गए। बबीता आग की लपटों में घिरी चीखती इधर-उधर भाग रही थी। ग्रामीणों ने जैसे-तैसे उसकी आग बुझाई। तब तक बबीता के शरीर का करीब 80 प्रतिशत हिस्सा बुरी तरह झुलस चुका था। ग्रामीणों ने उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया।
आनन-फानन उसे दिल्ली के लिए रेफर कर दिया गया। वहां उसकी मौत हो गई। चिकित्सकों के अनुसार यह प्रथमदृष्ट्या दुष्कर्म का मामला है। हैवानियत का ही नतीजा रहा कि दुष्‍कर्म करने के बाद बच्ची को आग के हवाले कर किया गया। इसकी सूचना मिलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पुलिस को इसमें परिवार के किसी करीबी के लिप्त होने का शक है। दोपहर बाद एसएसपी रघुबीर लाल भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने नाराज लोगों को आश्‍वस्‍त किया कि परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। बच्ची के साथ दुष्कर्म का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चल सकेगा।

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